दो दशक बाद कॉन्स्टिट्यूशन क्लब ऑफ इंडिया में चुनावी मुकाबला, दो भाजपा नेता आमने-सामने

Authored By: सतीश झा

Published On: Tuesday, August 12, 2025

Last Updated On: Tuesday, August 12, 2025

Constitution Club of India – दो भाजपा नेताओं के बीच चुनावी मुकाबला.
Constitution Club of India – दो भाजपा नेताओं के बीच चुनावी मुकाबला.

करीब दो दशक बाद कॉन्स्टिट्यूशन क्लब ऑफ इंडिया (Constitution Club of India) में चुनावी गहमा-गहमी देखने को मिली है. इस बार का चुनाव खास इसलिए भी है क्योंकि दो भाजपा नेता आमने-सामने हैं.कॉन्स्टिट्यूशन क्लब ऑफ इंडिया के मुखिया पद को लेकर इस बार कड़ा मुकाबला देखने को मिल रहा है. चुनाव में पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा सांसद राजीव प्रताप रूढ़ी (Rajiv Pratap Rudy) तथा पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री और भाजपा सांसद संजीव बाल्यान (Sanjiv Balywan) आमने-सामने हैं. दोनों नेताओं के बीच यह सीधी टक्कर न केवल राजनीतिक दृष्टि से दिलचस्प है, बल्कि क्लब के भीतर नेतृत्व और प्रभाव की कसौटी भी मानी जा रही है. लंबे समय बाद हो रहे इस चुनाव में सदस्यों की सक्रियता और मतदान को लेकर खासा उत्साह देखा जा रहा है.

Authored By: सतीश झा

Last Updated On: Tuesday, August 12, 2025

Constitution Club of India: कॉन्स्टिट्यूशन क्लब के सचिव पद के चुनाव में भाजपा सांसद राजीव प्रताप रूडी और पूर्व सांसद संजीव बालियान के बीच मुकाबला है.12 अगस्त को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah), केंद्रीय मंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा (JP Nadda) ने क्लब (Constitution Club of India) के चुनाव में अपना वोट डाला. लंबे समय बाद हो रहे इस चुनाव को लेकर सदस्यों में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है. क्लब के इतिहास में इसे एक महत्वपूर्ण चुनाव माना जा रहा है, जिसमें न केवल प्रतिष्ठा दांव पर है, बल्कि संगठनात्मक पकड़ और नेतृत्व क्षमता की भी परीक्षा हो रही है.

इस बार का चुनाव ऐतिहासिक माना जा रहा है, क्योंकि BJP के सात बार के सांसद राजीव प्रताप रूडी को पार्टी के ही पूर्व सांसद संजीव बालियान की कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है. पिछले 25 वर्षों से रूडी इस पद पर निर्विरोध चुने जाते रहे हैं, लेकिन इस बार बालियान के मैदान में उतरने से मुकाबला बेहद रोमांचक हो गया है. करीब 1200 मतदाता, जिनमें वर्तमान और पूर्व सांसद शामिल हैं, इस चुनाव में अपना वोट डाल रहे हैं.

सांसदों और पूर्व सांसदों का साझा मंच

भाजपा नेता संजीव कुमार बलियान ने कॉन्स्टिट्यूशन क्लब ऑफ इंडिया के चुनाव को दलगत राजनीति से अलग बताते हुए कहा कि यह सांसदों और पूर्व सांसदों का साझा मंच है, जहां सभी नेता एक साथ आकर देशहित में विचार-विमर्श करते हैं. उन्होंने अपील की कि इस चुनाव को राजनीतिक दलों से न जोड़ा जाए.

सोनिया गांधी और खरगे ने डाला वोट

कॉन्स्टिट्यूशन क्लब ऑफ इंडिया (Constitution Club of India) के चुनाव में कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे (Mallikarjun Kharge) ने मंगलवार को मतदान किया. दोनों वरिष्ठ नेताओं के पहुंचने से चुनावी माहौल में उत्साह बढ़ गया.

पार्टी लाइन से उठकर दिख रहा है जोश

  • टीएमसी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा (Shatrughn Sinha) ने कॉन्स्टिट्यूशन क्लब ऑफ इंडिया के चुनाव को लेकर कहा, “यह मेरे लिए एक शानदार अनुभव रहा. अब तक किसी भी चुनाव में मैंने पार्टी लाइन से ऊपर उठकर इतना जोश और उत्साह नहीं देखा.”
  • भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने कहा, “पिछले 25 वर्षों में क्या आपने कभी इस चुनाव में इतनी बड़ी भीड़ देखी थी? इसका कारण यह है कि पहले सांसदों की यहां कोई अहमियत नहीं थी. अब गरिमा वापस लौट रही है और उत्साह ऐसा है कि वरिष्ठ सदस्य भी मतदान करने पहुंच रहे हैं.”
  • भाजपा सांसद कंगना रनौत (Kangna Ranout) ने कॉन्स्टिट्यूशन क्लब ऑफ इंडिया के चुनाव को लेकर कहा, “पहली बार भाजपा बनाम भाजपा की स्थिति है, इसलिए खासकर हम जैसे नए लोगों के लिए यह काफी उलझन भरा है.”

शाम तक साफ होगा नतीजा

संसद और पूर्व सांसदों के प्रतिष्ठित सामाजिक-राजनीतिक मंच कंस्टीट्यूशन क्लब में आज चुनावी माहौल चरम पर है. 1947 में स्थापित इस क्लब में इस बार वोटिंग को लेकर अभूतपूर्व उत्साह देखने को मिल रहा है. सुबह 11 बजे से शुरू हुआ मतदान शाम 4 बजे तक चलेगा, जिसके बाद शाम 5 बजे से मतगणना शुरू होगी.

चुनाव में कांग्रेस के दिग्विजय सिंह, BSP के सतीश मिश्रा और समाजवादी पार्टी के धर्मेंद्र यादव सहित कई दिग्गज नेताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. अनुमान है कि 500 से अधिक वोट डाले जाएंगे, जो क्लब के इतिहास में अब तक के औसत से कहीं ज्यादा है.

यह चुनाव केवल सचिव पद तक सीमित नहीं है, बल्कि 11 कार्यकारी समिति के सदस्यों के लिए भी मुकाबला हो रहा है. इन पदों के लिए कुल 14 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें दीपेंद्र हुड्डा और नवीन जिंदल जैसे बड़े नाम शामिल हैं. यह क्लब के इतिहास का चौथा चुनाव है. इस बार का रोमांच और गहमागहमी इसे खास बना रही है.

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About the Author: सतीश झा
सतीश झा की लेखनी में समाज की जमीनी सच्चाई और प्रगतिशील दृष्टिकोण का मेल दिखाई देता है। बीते 20 वर्षों में राजनीति, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय समाचारों के साथ-साथ राज्यों की खबरों पर व्यापक और गहन लेखन किया है। उनकी विशेषता समसामयिक विषयों को सरल भाषा में प्रस्तुत करना और पाठकों तक सटीक जानकारी पहुंचाना है। राजनीति से लेकर अंतरराष्ट्रीय मुद्दों तक, उनकी गहन पकड़ और निष्पक्षता ने उन्हें पत्रकारिता जगत में एक विशिष्ट पहचान दिलाई है


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