सरकार ₹62,000 करोड़ में खरीदेगी 97 तेजस लड़ाकू विमान, HAL ने की पुष्टि
Authored By: Ranjan Gupta
Published On: Thursday, August 21, 2025
Last Updated On: Thursday, August 21, 2025
केंद्र सरकार ने हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) से 97 तेजस एमके-1ए लड़ाकू विमानों की खरीद को मंजूरी दे दी है. यह ₹62,000 करोड़ का सौदा भारतीय वायुसेना को और मजबूत करेगा. इस खबर के बाद HAL के शेयरों में भी तेजी देखी गई.
Authored By: Ranjan Gupta
Last Updated On: Thursday, August 21, 2025
भारतीय रक्षा क्षेत्र में एक बड़ी उपलब्धि दर्ज हुई है. (Tejas Fighter Jets HAL Deal) केंद्र सरकार ने हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) से 97 स्वदेशी हल्के लड़ाकू विमान तेजस एमके-1ए की खरीद को मंजूरी दे दी है. कुल ₹62,000 करोड़ के इस सौदे से न केवल भारतीय वायुसेना की क्षमता में वृद्धि होगी, बल्कि यह देश में आत्मनिर्भर भारत अभियान को भी मजबूत करेगा.
HAL ने गुरुवार को इसकी पुष्टि की और बताया कि सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति (CCS) ने 19 अगस्त 2025 को इस अनुबंध पर अपनी मुहर लगाई. सौदे की घोषणा के बाद HAL के शेयरों में जबरदस्त तेजी देखने को मिली.
NSE फाइलिंग में HAL ने क्या कहा?
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) पर फाइलिंग में एचएएल ने कहा, “रक्षा मंत्रालय ने सूचना दी है कि सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति (सीसीएस) ने 19 अगस्त, 2025 को एचएएल से भारतीय वायु सेना के लिए रक्षा मंत्रालय द्वारा संबंधित उपकरणों के साथ 97 हल्के लड़ाकू विमान एमके-1ए की खरीद के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है.”
इस फाइलिंग के बाद एचएएल के शेयर में तेजी देखी गई और इसने 4,526.80 का उच्चतम स्तर छुआ. हालांकि, दोपहर 12 बजे एचएएल का शेयर 0.44 प्रतिशत की मजबूती के साथ 4,488 रुपए पर था.
HAL के शेयरों में जबरदस्त उछाल
- पिछले छह महीनों में एचएएल के शेयरों ने जबरदस्त बढ़त दर्ज की है और इस दौरान निवेशकों को 33 प्रतिशत से ज्यादा का रिटर्न मिला है. वहीं, लंबी अवधि में भी इसका प्रदर्शन शानदार रहा है. बीते 5 साल में कंपनी के शेयर ने 640 प्रतिशत से अधिक का मुनाफा निवेशकों को दिया है.
- विशेषज्ञों का मानना है कि यह सौदा एचएएल के लिए बड़ी उपलब्धि है. स्वदेशी तेजस लड़ाकू विमान भारतीय वायुसेना में पुराने मिग-21 विमानों की जगह लेंगे.
पिछले मॉडल से ज्यादा एडवांस है LCA Mk-1A
तेजस का यह वर्जन यानी LCA Mk-1A पिछले मॉडल से ज्यादा एडवांस है और इसे आधुनिक लड़ाकू जरूरतों को देखते हुए डिजाइन किया गया है. फरवरी 2021 में एचएएल को मिले पहले बड़े अनुबंध के बाद यह दूसरा बड़ा ऑर्डर है.
कंपनी को उम्मीद है कि इंजन सप्लाई की चुनौतियों का हल निकलने के बाद तेजस की डिलीवरी इस साल से शुरू हो जाएगी. योजना के अनुसार, वित्त वर्ष 2026 में छह जेट विमानों की आपूर्ति होगी.
हालांकि वित्तीय मोर्चे पर एचएएल के नतीजे मिले-जुले रहे. वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही में कंपनी का शुद्ध मुनाफा सालाना आधार पर 3.7 प्रतिशत घटकर 1,383.8 करोड़ रुपये रह गया. लेकिन अच्छी बात यह रही कि परिचालन से राजस्व 10.8 प्रतिशत बढ़कर 4,819 करोड़ रुपये पहुंच गया. वहीं ईबीआईटीडीए करीब 30 प्रतिशत उछलकर 1,284 करोड़ रुपये हो गया और मार्जिन भी बढ़कर 26.7 प्रतिशत पर पहुंच गया, जो पिछले साल इसी अवधि में 22.8 प्रतिशत था.
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