ट्रंप की जीत पर पाक पीएम की मुबारकबाद बनी जी का जंजाल
Authored By: विशेष संवाददाता, गलगोटियाज टाइम्स
Published On: Monday, November 11, 2024
Updated On: Monday, November 11, 2024
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप की दूसरी बार जीत के बाद उन्हें दुनिया भर से बधाई और शुभकामनाएं मिलीं। पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ ने भी बधाई दी, पर पाकिस्तान में एक्स बैन होने के कारण उन्होंने यह मुबारकबाद वीपीएन से दे दी। इससे एक्स पर उनकी खूब खिल्ली उड़ाई जा रही है...
हाइलाइट्स
- पाकिस्तान के पीएम वीपीएन के जरिये एक्स का प्रयोग कर रहे हैं जोकि पाकिस्तान के कानून के अनुसार गैरकानूनी है।
- इस पर किसी ने शहबाज शरीफ की चुटकी ली, तो किसी ने गंभीरता से इस मामले पर आपत्ति की।
पाकिस्तान हो और खबर में न रहे, यह जरा मुश्किल से ही होता है। इस बार यह देश अपने प्रधानमंत्री की एक एक्स पोस्ट को लेकर दुनिया में चर्चा का विषय बना हुआ है। और तो और पोस्ट भी मुबारकबाद वाली। मामला कुछ यूं है कि डोनाल्ड ट्रंप ने 6 नवंबर को आए नतीजों में अमेरिका के प्रेसीडेंट पद पर फिर जीत हासिल की। 131 साल बाद दोहराए गए इस इतिहास को लेकर पूरी दुनिया में चर्चा रही। सभी बड़े नेताओं और देशों के प्रमुखों ने ट्रंप को बधाई दी। अधिकांश ने बधाई के लिए सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स को माध्यम बनाया। फिर भला पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ (Pakistan PM Shahbaz Sharif) कैसे पीछे रहते सो उन्होंने भी एक्स पर ट्रंप को मुबारकबाद दे डाली। अब किसी को मुबारकबाद देना तो कहीं से गलत नहीं है, लेकिन शरीफ की शराफत एक्स पर मौजूद लोगों को उस समय पसंद नहीं आई जब इस सोशल मीडिया प्लेटफार्म ने पाकिस्तानी पीएम के मुबारकबाद वाली पोस्ट को वीपीएन से की गई पोस्ट बताया। वीपीएन यानी वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क। हुआ ये है कि पाकिस्तान में एक्स को बैन कर दिया गया है और वहां के पीएम के हैंडल से वीपीएन का यूज करते हुए एक्स पर ही ट्रंप को बधाई संदेश दे दिया गया। पोस्ट के कुछ ही देर बाद एक्स ने यह मैसेज फ्लैग कर दिया कि यह पोस्ट वीपीएन से की गई है।
एक्स के कम्युनिटी नोट में लिखा गया कि पाकिस्तानी पीएम ने अपने देश में एक्स को बैन कर रखा है और वीपीएन के जरिये एक्स का प्रयोग कर रहे हैं जोकि पाकिस्तान के कानून के अनुसार गैरकानूनी है। यह नोट आय़ा और लोगों ने एक्स पर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं देनी शुरू कर दीं। किसी ने शहबाज शरीफ पर चुटकी ली तो किसी ने गंभीरता से इस मामले पर आपत्ति की। हालांकि यह पुष्ट नहीं था कि पाकिस्तानी पीएम के हैंडल से यह पोस्ट पाकिस्तान से की गई या किसी दूसरे देश से। पाकिस्तान ने इस साल की शुरुआत में एक्स को बैन कर दिया था और कारण बताया गया था कि देशविरोधी तत्वों द्वारा इसका प्रयोग किया जा रहा है।
सरकार का इशारा बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (बीएलए) से जुड़े लोगों की तरफ था। सरकार ने इसे पाकिस्तान की सुरक्षा में उठाया गया कदम बताया था। विपक्ष की अपनी ही कहानी है। उसका कहना है कि पाकिस्तान सरकार ने एक्स को बैन करने का कदम तानाशाही सोच के साथ उठाया है। पाकिस्तान टेलीकम्यूनिकेशन अथारिटी को ही देश में अधिकार है कि वह आनलाइन कंटेंट व्यवस्था को कंट्रोल करे। विपक्ष का कहना है कि पाकिस्तानी सरकार ने अथारिटी से सलाह-मशविरा तक नहीं किया। खैर पाकिस्तान के लिए इस तरह की घटनाएं कोई नई बात नहीं है, लेकिन जिस तरह से ट्रंप की जीत पर उसके पीएम के हैंडल से भेजे गए मुबारकबाद वाले संदेश को लेकर जैसी खिल्ली उड़ी है, वह लोगों के बीच चर्चा का केंद्र बनी है। मीडिया रिपोर्ट तो यह भी कहती हैं कि पाकिस्तानी अदालत ने एक्स पर से बैन हटाने को कहा था, लेकिन सरकार ने उसकी भी नहीं सुनी। अब पाकिस्तान है, क्या ही कहा जाए…
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