Indian Sanskriti in Mahakumbh 2025 : भारतीय संस्कृति और जीवन दर्शन प्रदर्शित करेंगे काव्य पाठ

Indian Sanskriti in Mahakumbh 2025 : भारतीय संस्कृति और जीवन दर्शन प्रदर्शित करेंगे काव्य पाठ

Authored By: स्मिता

Published On: Wednesday, December 11, 2024

Updated On: Wednesday, December 11, 2024

Indian Sanskriti in Mahakumbh 2025
Indian Sanskriti in Mahakumbh 2025

मां पर कविताओं के जरिए दिल-दिल में जगह बनाने वाले फऱीदाबाद के दिनेश रघुवंशी का काव्य पाठ 8 फरवरी और 22 फरवरी को कुमार विश्वास का काव्य पाठ होना प्रस्तावित है। 'तारक मेहता' के किरदार के रूप में घर-घर में पसंद किए जाने वाले शैलेष लोढ़ा भी महाकुंभ में अपनी कविताओं की छाप छोड़ेंगे।

Authored By: स्मिता

Updated On: Wednesday, December 11, 2024

भारतीय  सभ्यता और संस्कृति का प्रतीक है महाकुंभ। 14 जनवरी से शुरू हो रहे महाकुंभ के लिए तैयारियां अपने चरम पर है। हर तरह की व्यवस्था भारतीय संस्कृति के अनुकूल की जा रही है। महाकुंभ में संस्कृति का भी संगम होगा। यहां गायन, वादन, नृत्य समेत हर विधा के कलाकार अपनी कला प्रदर्शित करेंगे। 10 जनवरी से 24 फरवरी तक प्रयागराज में अनेक सांस्कृतिक गतिविधियां होंगी, जिसमें कवि सम्मेलन भी शामिल है। श्रद्धालु, पर्यटक व कल्पवासी वीर रस, श्रृंगार रस, हास्य रस, करुण रस, भक्ति रस वाली कविताओं (Indian Sanskriti in Mahakumbh 2025) का श्रवण करेंगे।

10 जनवरी से कवि सम्मेलन (Kavi Sammelan)

कवि सम्मेलन में मेजबान उत्तर प्रदेश के साथ ही अन्य प्रदेशों के कवि भी शामिल होंगे। विष्णु सक्सेना, बुद्धिनाथ मिश्र, अशोक चक्रधर, हरिओम पंवार, कुमार विश्वास, शैलेष लोढ़ा, मनोज मुंतशिर, विनीत चौहान, अनामिका अंबर, गजेंद्र सोलंकी, दिनेश रघुवंशी, सुनील जोगी सरीखे कवियों का काव्य पाठ भी प्रस्तावित है।

10 जनवरी से कवि सम्मेलन शुरू हो जायेगा। उप्र संस्कृति निदेशालय ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों को लेकर तैयारी कर ली है। इसमें स्थानीय कवियों को भी अंतरराष्ट्रीय मंच उपलब्ध कराया जायेगा।

कविता में भारतीय संस्कृति (Indian Culture in Mahakumbh 2025)

पहले दिन वाराणसी के अनिल चौबे, प्रयागराज के श्लेष गौतम, रायबरेली के अभिजीत मिश्रा, आजमगढ़ के भालचंद्र त्रिपाठी, सोनभद्र की विभा सिंह श्रोताओं को कविताएं सुनाएंगी। 11 जनवरी को प्रयागराज के शैलेंद्र मधुर, रायबरेली के नीरज पांडेय, ललितपुर के पंकज पंडित, लखनऊ के शेखऱ त्रिपाठी, प्रयागराज की आभा माथुर कविता पाठ करेंगी। 16 जनवरी को देहरादून के नामचीन कवि बुद्धिनाथ मिश्र, देवास के शशिकांत यादव, इंदौर के अमन अक्षऱ, प्रयागराज के हास्य कवि अखिलेश द्विवेदी, बालाघाटा के राजेंद्र शुक्ल का कविता पाठ होगा। 17 जनवरी को विनीत चौहान, दिल्ली के प्रवीण शुक्ल, मथुरा की पूनम वर्मा, इटावा के डॉ. कमलेश शर्मा, राजसमंद के सुनील व्यास महाकुम्भ में कविता पाठ करेंगे।

हरिओम पवार की वीर रस और विष्णु सक्सेना की होगी श्रृंगार रस की कविताएं

महाकुंभ में होने वाले सांस्कृतिक संगम में कई नामचीन कवि रहेंगे। इसमें अशोक चक्रधर व विष्णु सक्सेना का भी काव्य पाठ होगा। दोनों कवियों का 18 जनवरी को कार्यक्रम प्रस्तावित है। 19 को कवयित्री अनामिका अंबर, सुरेंद्र दुबे, गजेंद्र सोलंकी काव्य पाठ करेंगे। वीर रस के सशक्त हस्ताक्षर डॉ. हरिओम पवार का काव्य पाठ 21 जनवरी को सम्भावित है। हास्य कविताओं से युवाओं के चहेते बने सुदीप भोला भी इसी दिन अपना काव्य पाठ करेंगे। नेताजी सुभाष चंद बोस की जयंती 23 जनवरी को गौरव चौहान का काव्य पाठ होगा। युवाओं के जेहन में छाए स्वयं श्रीवास्तव व मणिका दुबे का काव्यपाठ 24 जनवरी को प्रस्तावित है।

कुमार विश्वास और शैलेष लोढ़ा करेंगे काव्य पाठ

27 जनवरी को सुनील जोगी और अपनी कविता से अलग पहचान बनाने वाली कविता तिवारी 31 जनवरी को महाकुम्भ के मंच पर रहेंगी। मां पर कविताओं के जरिए दिल-दिल में जगह बनाने वाले फऱीदाबाद के दिनेश रघुवंशी का काव्य पाठ 8 फरवरी और 22 फरवरी को कुमार विश्वास का काव्य पाठ होना प्रस्तावित है। ‘तारक मेहता’ के किरदार के रूप में घर-घर में पसंद किए जाने वाले शैलेष लोढ़ा भी महाकुंभ में अपनी कविताओं की छाप छोड़ेंगे। मनोज मुंतशिर, दिनेश दिग्गज आदि कलाकारों की कविताओं का भी काव्य पाठ श्रोताओं को अभिभूत करेगा।

(हिन्दुस्थान समाचार के इनपुट के साथ) 

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स्मिता धर्म-अध्यात्म, संस्कृति-साहित्य, और स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों पर शोधपरक और प्रभावशाली पत्रकारिता में एक विशिष्ट नाम हैं। पत्रकारिता के क्षेत्र में उनका लंबा अनुभव समसामयिक और जटिल विषयों को सरल और नए दृष्टिकोण के साथ प्रस्तुत करने में उनकी दक्षता को उजागर करता है। धर्म और आध्यात्मिकता के साथ-साथ भारतीय संस्कृति और साहित्य के विविध पहलुओं को समझने और प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत करने में उन्होंने विशेषज्ञता हासिल की है। स्वास्थ्य, जीवनशैली, और समाज से जुड़े मुद्दों पर उनके लेख सटीक और उपयोगी जानकारी प्रदान करते हैं। उनकी लेखनी गहराई से शोध पर आधारित होती है और पाठकों से सहजता से जुड़ने का अनोखा कौशल रखती है।

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