Ganesh Chaturthi Puja 2025: 10 या 11 दिन तक चलेगी पूजा
Authored By: स्मिता
Published On: Thursday, August 21, 2025
Last Updated On: Thursday, August 21, 2025
Ganesh Chaturthi Puja 2025: 27 अगस्त से गणेश चतुर्थी 2025 की शुरुआत हो जाएगी और 6 सितंबर को गणेश विसर्जन के साथ दस दिनों का उत्सव समाप्त हो जाएगा. दिन शनिवार होने के कारण कुछ स्थान पर रविवार को विसर्जन होगा.
Authored By: स्मिता
Last Updated On: Thursday, August 21, 2025
गणेश चतुर्थी को विनायक चतुर्थी या विनायक चविथि या विनयगर चतुर्थी (Ganesh Chaturthi Puja) कहा जाता है. श्रीगणेश जी के जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में यह त्योहार मनाया जाता है. इस अवसर पर भक्तगण घर पर या सार्वजनिक रूप से भव्य पंडालों में गणेश प्रतिमा की स्थापना करते हैं. इस वर्ष गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi 2025) 10 की बजाय 11 दिन का बताया जा रहा है.
कब से कब तक है गणेश चतुर्थी 2025 त्योहार (Ganesh Chaturthi 2025 Date & Time)
तिथि | विवरण |
---|---|
27 अगस्त 2025 | गणेश चतुर्थी 2025 की शुरुआत होगी |
26 अगस्त 2025, दोपहर 1:54 बजे – 27 अगस्त 2025, दोपहर 3:44 बजे | मूर्ति स्थापना और पहले दिन की पूजा का मुहूर्त (ज्योतिषशास्त्री अनिल शास्त्री के अनुसार) |
6 सितंबर 2025 | गणेश चतुर्थी 2025 का समापन गणेश विसर्जन के साथ होगा |
क्या इस वर्ष 11 दिन की होगी गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi Puja 10 or 11 Days)
इस वर्ष भी 10 दिन तक होगी गणेश चतुर्थी पूजा. विसर्जन का दिन शनिवार होने के कारण कुछ लोग रविवार को गणेश मूर्ति विसर्जन कर सकते हैं. शनिवार को विसर्जन का दिन फलदायी नहीं माना जाता है. साथ ही अनंत चतुर्दशी के दिन गणेश विसर्जन होता है.
इस दिन भक्त गणेश प्रतिमाओं को विसर्जित कर जीवन की समृद्धि, सुख और बीमारियों से मुक्ति की कामना करते हुए अनंत चतुर्दशी का व्रत रखते हैं. अनंत चतुर्दशी व्रत के दिन भक्तगण अनंत यानी भगवान विष्णु के लिए अनुष्ठान करते हैं. संभवतः इसकी वजह से भी गणेश विसर्जन अगले दिन किया जा सकता है.
क्या है अनंत चतुर्दशी (Anant Chaturdashi 2025)
अनंत चतुर्दशी के दिन भगवान विष्णु के अनंत रूप की पूजा की जाती है. भक्त सुरक्षा और समृद्धि के लिए 14 गांठों वाला एक पवित्र धागा “अनंत सूत्र” बांधते हैं. यह जीवन और ईश्वर के आशीर्वाद के शाश्वत चक्र का प्रतीक है. साथ ही, अनंत चतुर्दशी (Anant Chaturdashi) 10 दिवसीय गणेश चतुर्थी उत्सव के समापन का भी प्रतीक है. इस अवसर पर भगवान गणेश की मूर्तियों का विसर्जन (गणेश विसर्जन) किया जाता है.
क्या है गणेशजी और विष्णुजी का कनेक्शन
विष्णु पुराण की कथाओं में भगवान गणेश और भगवान विष्णु के बीच का रिश्ता पूजनीय बताया गया है. हम सभी गणेशजी को शिव और पार्वती के पुत्र के रूप में जानते हैं, लेकिन वैष्णव परंपरा में उन्हें विष्णु का भतीजा माना जाता है. इसके अलावा, विष्णु को कभी-कभी गणेश को वरदान देते हुए और कुछ प्रसंगों में तो उनके समकक्ष भी दर्शाया गया है. कुछ कथा में बताया गया है कि विष्णुजी ने गणेशजी के जन्म में या उन्हें विशिष्ट वरदान और शक्तियां प्रदान करने में भूमिका निभाई थी.
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