Surya Grahan 2025 कब लगेगा? दूर कर लें सूतक काल समेत अन्य कन्फ्यूजन; जानें किन राशियों पर पड़ेगा बुरा असर?

Surya Grahan 2025 कब लगेगा? दूर कर लें सूतक काल समेत अन्य कन्फ्यूजन; जानें किन राशियों पर पड़ेगा बुरा असर?

Authored By: JP Yadav

Published On: Thursday, February 27, 2025

Updated On: Thursday, February 27, 2025

Surya Grahan 2025: कब लगेगा सूर्य ग्रहण? फटाफट दूर कर लें कन्फ्यूजन; जानें किन राशियों पर पड़ेगा बुरा असर?
Surya Grahan 2025: कब लगेगा सूर्य ग्रहण? फटाफट दूर कर लें कन्फ्यूजन; जानें किन राशियों पर पड़ेगा बुरा असर?

Surya Grahan Kab Hai 2025 : 2025 का पहला सूर्य ग्रहण 29 मार्च को लगेगा. सूर्य ग्रहण दोपहर 2:20 मिनट पर शुरू होगा और शाम 6.16 मिनट पर समाप्त होगा. यह ग्रहण कुल 03.53 मिनट का होगा.

Authored By: JP Yadav

Updated On: Thursday, February 27, 2025

Surya Grahan 2025: एक आम अवधारणा है कि चंद्र ग्रहण पूर्णिमा के दिन लगता है तो सूर्य ग्रहण अमावस्या पर लगता है. ज्योतिषाचार्यों और खगोल शास्त्रियों की मानें तो प्रत्येक पूर्णिमा या अमावस्या पर कोई न कोई ग्रहण हो, यह कतई जरूरी नहीं है. ग्रहण विशेष परिस्थिति में ही लगता है. ऐसे में गुरुवार ( 27 फरवरी, 2025) को फाल्गुन अमावस्या (falgun amavasya) पर सूर्य ग्रहण नहीं लग रहा है? इस पर अपना कन्फ्यूजन दूर कर लें. इसके साथ ही साल का पहला सूर्य ग्रहण (29 march, 2029) किन राशि वालों को परेशान और किसको फायदा करेगा? यह भी हम इस स्टोरी में बताने जा रहे हैं. Surya Grahan Kab Hai 2025

कब लगेगा सूर्यग्रहण ? when will the solar eclipse occur

ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, 2025 का पहला सूर्य ग्रहण 29 मार्च को लगेगा. दोपहर 2 बजकर 21 मिनट से सूर्यग्रहण प्रारंभ होगा, जबकि इसका समापन शाम 6 बजकर 14 मिनट पर हो जाएगा. 2025 का पहला सूर्य ग्रहण 29 मार्च (शनिवार) को लगेगा. खगोल शास्त्रियों का कहना है कि भारतीय समय अनुसार, सूर्य ग्रहण 29 मार्च को दोपहर 2 बजकर 20 मिनट पर शुरू होगा और शाम 6.16 मिनट पर समाप्त होगा. इस तरह यह ग्रहण कुल 3 घंटे 53 मिनट की अवधि का होगा.

उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र में लगेगा सूर्य ग्रहण

साल 2025 के पहले सूर्य ग्रहण की शुरुआत 29 मार्च को दोपहर 2 बजकर 21 मिनट से होगी. यह संपन्न 6 बजकर 14 मिनट पर होगा. ज्यातिषाचार्यों के अनुसार,मीन राशि और उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र में 2025 का पहला सूर्य ग्रहण लगेगा. 29 मार्च को मीन राशि में सूर्य और राहु के साथ-साथ शुक्र, बुध और चंद्रमा भी मौजूद रहेंगे. ऐसी स्थिति में मेष, कर्क, मीन राशि के लोगों को साल के पहले सूर्य ग्रहण से कष्ट होने की संभावना है. आने वाले अगले 3 तीन दिन इन तीनों ही राशि वाले लोगों को सावधान रहने की जरूरत है.

क्या लगेगा सूतक काल Sutak Kaal

ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, इसलिए इसका सूतक काल भी मान्य नहीं होगा. दरअसल, 29 मार्च को लगने वाला सूर्य ग्रहण यूरोप और उत्तरी रूस के अलावा उत्तरी-पश्चिमी अफ्रीका और उत्तरी अमेरिका के उत्तर पूर्वी भाग में दिखाई देगा. इसके अतिरिक्त यह सूर्य ग्रहण कनाडा, पुर्तगाल, स्पेन, आयरलैंड, फ्रांस, यूनाइटेड किंगडम, डेनमार्क, जर्मनी, नार्वे, फिनलैंड और रूस में नजर आएगा. यह सूर्य ग्रहण भारत में नजर नहीं आएगा, इसलिए भारत में सूतक काल भी नहीं लगेगा.

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क्या होता है सूर्य ग्रहण ?

सूर्य ग्रहण वह खगोलीय घटना है जब पृथ्वी और सूर्य के बीच आ चंद्रमा आ जाता है. इस स्थिति को सूर्य ग्रहण कहा जाता है. सूर्य ग्रहण की स्थिति में चंद्रमा दरअसल सूर्य की कुछ या सारी रोशनी को रोक लेता है. ऐसे में धरती पर सूर्य का सिर्फ परछाई पड़ती है. खगोल वैज्ञानिकों के अनुसार, आंशिक, वलयाकार और पूर्ण सूर्य ग्रहण, ये तीन प्रकार के होते हैं.

कैसे होती है यह खगोलीय घटना

सूर्य की परिक्रमा पृथ्वी करती है, वहीं, चंद्रमा पृथ्वी के चारों ओर घूमता है. घूमते-घूमते चंद्रमा और पृथ्वी एक समय पर ऐसे स्थान पर आ जाते हैं जब सूर्य, पृथ्वी, और चंद्रमा तीनों एक सीधी रेखा में रहते हैं. यह स्थिति सूर्य ग्रहण (Surya Grahan 2025) की होती है.  आंशिक सूर्य ग्रहण वह स्थिति है जब चंद्रमा, पृथ्वी, और सूर्य एक लाइन में सीधे नहीं होते. वहीं वलयाकार सूर्य ग्रहण तब लगता है जब चंद्रमा पृथ्वी से दूर हो. इस कड़ी में पूर्ण सूर्य ग्रहण की स्थिति तब होती है जब जब चंद्रमा पूरी तरह से सूर्य को ढक लेता है. यहां यह भी जान लें कि हाइब्रिड सूर्य ग्रहण को वलयाकार-पूर्ण ग्रहण कहा जाता है.

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About the Author: JP Yadav
जेपी यादव डेढ़ दशक से भी अधिक समय से पत्रकारिता में सक्रिय हैं। वह प्रिंट और डिजिटल मीडिया, दोनों में समान रूप से पकड़ रखते हैं। अमर उजाला, दैनिक जागरण, दैनिक हिंदुस्तान, लाइव टाइम्स, ज़ी न्यूज और भारत 24 जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों में अपनी सेवाएं दी हैं। कई बाल कहानियां भी विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हैं. मनोरंजन, साहित्य और राजनीति से संबंधित मुद्दों पर कलम अधिक चलती है। टीवी और थिएटर के प्रति गहरी रुचि रखते हुए जेपी यादव ने दूरदर्शन पर प्रसारित धारावाहिक 'गागर में सागर' और 'जज्बा' में सहायक लेखक के तौर पर योगदान दिया है. इसके अलावा, उन्होंने शॉर्ट फिल्म 'चिराग' में अभिनय भी किया है।
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