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बिहार के नेताओं ने दिया संकेत, समय से पहले होंगे विधानसभा चुनाव
बिहार के नेताओं ने दिया संकेत, समय से पहले होंगे विधानसभा चुनाव
Authored By: सतीश झा
Published On: Friday, November 29, 2024
Updated On: Friday, November 29, 2024
बिहार में विधानसभा उपचुनाव में अपनी जीत से उत्साहित जेडीयू ने आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है। जदयू के अलावा, भाजपा ने दो सीटें जीतीं और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा ने एक सीट बरकरार रखी, जिससे राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) को बड़ा झटका लगा। यह सभी चार सीटें बिहार के मगध-शाहाबाद बेल्ट से हैं, जहां 2020 के विधानसभा चुनावों के बाद से एनडीए का प्रदर्शन निराशाजनक रहा है।
Authored By: सतीश झा
Updated On: Friday, November 29, 2024
केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान (Chirag Paswan) ने गुरुवार को कहा कि एनडीए 2025 में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में लड़ेगा और 200 से ज्यादा सीटें जीतेगा। उन्होंने यह भी कहा, “हमारा स्ट्राइक रेट 100% रहा है। हमने सभी चार सीटों पर जीत हासिल की है, जहां 13 नवंबर को मतदान हुआ था। उपचुनाव में लोगों ने एनडीए को अपना समर्थन दिया है।”
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राजद प्रमुख लालू यादव (Lalu Prasad Yadav) ने भी कहा कि उनकी पार्टी आगामी बिहार चुनाव में जीत हासिल करेगी और बहुमत प्राप्त करेगी।
बेलागंज सीट पर पहले जनता दल और 1990 से राजद की जीत होती रही थी, लेकिन इस उपचुनाव में जदयू उम्मीदवार मनोरमा देवी की जीत से 34 साल बाद राजद के अलावा किसी अन्य पार्टी ने यह सीट जीती। जदयू महासचिव और प्रदेश मंत्री अशोक चौधरी ने कहा, “यह जीत महत्वपूर्ण है क्योंकि हमने राजद को उनके गढ़ में हराया और मगध व शाहाबाद क्षेत्र में अपनी बढ़त बनाई। एनडीए सहयोगियों के बीच वोट ट्रांसफर सुचारू रूप से हुआ है, जो विधानसभा चुनाव से पहले लोगों के मन में स्थिर हो चुका है।”
कहा जा रहा है कि नीतीश कुमार (Nitish Kumar) जेडीयू की आगामी सफलता को भुनाने के लिए बिहार में जल्द चुनाव कराने पर जोर दे रहे हैं, इससे पहले कि एनडीए की आंतरिक कलह और चिराग पासवान व प्रशांत किशोर जैसे उभरते खतरे उनकी स्थिति को कमजोर कर दें। अधिकारियों को तेजी से काम करने के निर्देश भी दिए गए हैं। इसके अलावा, जनता दल (युनाइटेड) द्वारा “एक राष्ट्र, एक चुनाव” के समर्थन को नीतीश कुमार द्वारा शीघ्र विधानसभा चुनाव के समर्थन के रूप में देखा जा रहा है।