कैसा है यह सुशासन, पूर्ण शराबबंदी वाले बिहार में एक ही दिन में शराब पीने से 30 लोगों की मौत

कैसा है यह सुशासन, पूर्ण शराबबंदी वाले बिहार में एक ही दिन में शराब पीने से 30 लोगों की मौत

Authored By: सतीश झा

Published On: Thursday, October 17, 2024

20 people died due to drinking alcohol in bihar

बिहार में पूर्ण शराबबंदी के बावजूद एक ही दिन में शराब पीने से 30 लोगों की मौत ने सवाल खड़े कर दिए हैं। यह घटना सूबे में लागू शराबबंदी की प्रभावशीलता पर गंभीर चिंता जताती है।

स्थानीय रिपोर्टों के अनुसार, ये सभी लोग जहरीली शराब पीने के कारण मरे हैं। यह घटना इस बात का संकेत है कि पूर्ण शराबबंदी के बावजूद राज्य में अवैध शराब का कारोबार जारी है, जो न केवल कानून की धज्जियाँ उड़ाता है, बल्कि लोगों की जान भी ले रहा है।

बिहार शराब त्रासदी पर सारण SP कुमार आशीष (Kumar Ashish) ने बताया, “यह शराब औद्योगिक शराब बताई जा रही है और हम इसके संबंध की जांच कर रहे हैं… 5 लोगों की मौत अवैध शराब के कारण हुई है। बीस पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। SHO और अन्य कर्मियों से पूछताछ की गई है। अगर उनके जवाब असंतोषजनक पाए गए तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। SIT का गठन किया गया है। पिछले 24 घंटों में हमने 250 छापेमारी की है जिसमें हमने जिले में 1650 लीटर शराब बरामद की है… अब तक 37 लोगों को गिरफ्तार किया गया है… 8 ज्ञात और कुछ अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ FIR दर्ज की गई है…”

बिहार में हर जगह शराब उपलब्ध है : RJD नेता तेजस्वी यादव

बिहार में जहरीली शराब त्रासदी पर RJD नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने कहा, “हम कह सकते हैं कि शराबबंदी केवल कागजों पर है। जहरीली शराब से लगभग 30 से ज्यादा लोगों की मृत्यु हो गई है कई लोगों ने अपने आंखों की रौशनी खो दी है। इतनी बड़ी घटना हुई है और मुख्यमंत्री जी ने अभी तक कोई संवेदना प्रकट नहीं की है। ये घटनाएं लगातार हो रही हैं। बिहार में हर जगह शराब उपलब्ध है। सत्ता में बैठे लोग माफिया अधिकारी ये सब कर रहे हैं। ये सत्ता संरक्षित अपराध किया जा रहा है। लोग मरे नहीं है उनकी हत्या की गई है।”

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने की जनता से ये अपील

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Bihar CM Nitish Kumar) ने सीवान और सारण जिलों में हुए जहरीली शराब कांड की गंभीरता को देखते हुए उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक बुलाई। इस बैठक में उन्होंने मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग के सचिव को निर्देश दिया कि वे तुरंत मौके पर जाकर पूरी स्थिति की जानकारी लें और मामले की गहन जांच करें।

मुख्यमंत्री ने इस घटना में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित करने की बात कही। उन्होंने पुलिस महानिदेशक को भी निर्देश दिया कि वे पूरे घटनाक्रम की अपनी स्तर से लगातार मॉनीटरिंग करें और जो भी लोग इस घटना के लिए दोषी हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करें।

नीतीश कुमार ने कहा कि राज्य में पूर्ण शराबबंदी (Complete Prohibition of Alcohol) के बावजूद इस तरह की घटनाएं चिंता का विषय हैं, और सरकार को इसे रोकने के लिए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है। उन्होंने यह भी सुनिश्चित किया कि अवैध शराब के कारोबार पर सख्त नकेल डाली जाए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।

प्रशांत किशोर ने कही है ये बात

बिहार में जहरीली शराब त्रासदी पर जनसुराज पार्टी प्रमुख प्रशांत किशोर (Jansuraj Party Chief Prashant Kishore) ने कहा, “मैं पहला व्यक्ति हूं जो सार्वजनिक तौर पर हर मंच से ये बात पिछले 3 साल से कह रहा हूं कि बिहार में शराबबंदी कहीं लागू है ही नहीं। शराबबंदी सिर्फ सरकारी फाइलों में नेताओं के भाषणों में लागू है। कल की घटना बहुत दुखद है। छपरा में 1.5 साल पहले 70 से ज्यादा लोगों की मृत्यु हुई थी। बिहार का कोई जिला नहीं है जहां जहरीली शराब से लोगों की मृत्यु नहीं हुई है। कई घटनाओं का तो रिपोर्ट तक नहीं हुआ है… इसका फायदा केवल भ्रष्ट नेताओं माफियाओं को हो रहा है… इतनी संवेदनहीनता आ गई है कि इतनी मौत के बाद सरकार की ओर से सरकार के मुखिया नीतीश कुमार वहां जाएंगे तक नहीं।”

About the Author: सतीश झा
समसामायिक मुद्दों पर बीते दो दशक से लेखन। समाज को लोकदृष्टि से देखते हुए उसे शब्द रूप में सभी के सामने लाने की कोशिश।

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