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Maharashtra Assembly Election 2024 : दोबारा सत्ता हासिल करने के लिए हर कदम फूंक-फूंक कर चल रहे हैं ये सियासी सूरमा
Maharashtra Assembly Election 2024 : दोबारा सत्ता हासिल करने के लिए हर कदम फूंक-फूंक कर चल रहे हैं ये सियासी सूरमा
Authored By: सतीश झा
Published On: Thursday, October 24, 2024
Updated On: Thursday, October 24, 2024
गठबंधन की चुनावी संभावनाओं को मजबूत करने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने तीनों पार्टियों के आंतरिक मतभेदों को भुलाकर एकजुट होकर चुनाव लड़ने के महत्व पर जोर दिया। शाह ने कहा कि एकता से ही चुनावी लड़ाई में सफलता प्राप्त की जा सकती है और इससे गठबंधन की ताकत और भी बढ़ेगी।
महाराष्ट्र में आगामी विधानसभा चुनावों से पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Union Home Minister Amit Shah) ने भाजपा के नेतृत्व वाले महायुति गठबंधन के नेताओं अजित पवार और एकनाथ शिंदे से मुलाकात की। इस दौरान शाह ने उन्हें महत्वपूर्ण सलाह दी कि महायुति के किसी भी गुट से कोई भी बागी चुनाव न लड़े।
सूत्रों के अनुसार, शाह ने गठबंधन की चुनावी संभावनाओं को मजबूत करने के लिए तीनों पार्टियों के आंतरिक मतभेदों को भुलाकर एकजुट होकर चुनाव लड़ने के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि एकजुटता से ही चुनावी लड़ाई में सफलता प्राप्त की जा सकती है, जो कि गठबंधन की ताकत को बढ़ाएगी। यह बैठक आगामी चुनावों के लिए गठबंधन की रणनीति को स्पष्ट करने के उद्देश्य से की गई थी।
उनका यह बयान ऐसे समय में आया है जब आगामी चुनावों के लिए सभी पार्टियों को एकजुट होकर रणनीति बनाने की आवश्यकता है। शाह ने गठबंधन के सभी सदस्यों से सहयोग की अपील की और कहा कि एकजुटता से ही वे अपने साझा लक्ष्यों को हासिल कर सकते हैं।
भाजपा, शिवसेना और राकांपा का चुनावी अभियान तेज
भारतीय जनता पार्टी (BJP), शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) 20 नवंबर को होने वाले राज्य विधानसभा चुनावों में सत्ता बरकरार रखने की कोशिश कर रही हैं। इस चुनावी माहौल में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी महाराष्ट्र में कई चुनावी रैलियों का नेतृत्व करने वाले हैं।
सूत्रों के अनुसार, “5 नवंबर से 14 नवंबर तक, प्रधानमंत्री मोदी विभिन्न क्षेत्रों में रैलियां करेंगे, न केवल भाजपा उम्मीदवारों का समर्थन करने के लिए, बल्कि पूरे महायुति गठबंधन को बढ़ावा देने के लिए भी।” इन रैलियों का मुख्य उद्देश्य सभी सहयोगी उम्मीदवारों के लिए अभियान प्रयासों को मजबूत करना है। पीएम मोदी की इन रैलियों से गठबंधन की ताकत और चुनावी रणनीति को मजबूती मिलने की उम्मीद है।
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महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव 20 नवंबर को एक ही चरण में आयोजित किए जाएंगे, और मतों की गिनती 23 नवंबर को होगी। भारतीय जनता पार्टी (BJP) मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और उपमुख्यमंत्री अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के साथ मिलकर सत्ता बनाए रखने की कोशिश कर रही है।
भाजपा के नेतृत्व वाले महायुति गठबंधन को कांग्रेस-एनसीपी-शिवसेना-यूबीटी के महा विकास अघाड़ी (MVA) गठबंधन से चुनौती मिल रही है, जो लोकसभा चुनावों में अपने सफल प्रदर्शन को दोहराने की उम्मीद कर रहा है। उल्लेखनीय है कि विपक्षी एमवीए गठबंधन ने पिछले लोकसभा चुनावों में महाराष्ट्र की 48 सीटों में से 31 सीटें जीती थीं, जिससे चुनावी माहौल और भी रोचक हो गया है।