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शिमला की वादियों में मस्जिद को लेकर बवाल, क्या है पूरी कहानी
शिमला की वादियों में मस्जिद को लेकर बवाल, क्या है पूरी कहानी
Authored By: सतीश झा
Published On: Thursday, September 5, 2024
Updated On: Thursday, September 5, 2024
राजधानी शिमला के सबसे बड़े उपनगर संजौली की मस्जिद के अवैध निर्माण के मामले में हिन्दू समाज में आक्रोशित फूट पड़ा है।मस्ज़िद के अवैध निर्माण के विरोध में बड़ी संख्या में हिन्दू समाज के लोगों ने गुरुवार को संजौली में प्रदर्शन किया। वहीं देवभूमि क्षेत्रीय संगठन ने हिमाचल विधानसभा के बाहर प्रदर्शन कर अपना गुस्सा जाहिर किया।
Authored By: सतीश झा
Updated On: Thursday, September 5, 2024
हिमाचल प्रदेश के शिमला जिले में संजौली मस्जिद को लेकर विवाद बढ़ता नजर आ रहा है। आज भाजपा कार्यकर्ताओं, हिंदू संगठनों और स्थानीय निवासियों ने संजौली मस्जिद के कथित अवैध निर्माण के खिलाफ शिमला में विरोध प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन में शिमला के आसपास की पंचायतों से भी बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। इससे पहले बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी उपनगर संजौली में एकत्र हुए और संजौली बाजार में रैली निकालकर मस्जिद तोड़ने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर नारेबाजी करने लगे। जिला प्रशासन की अनुमति के बगैर इस प्रदर्शन से संजौली शहर की सड़क पर जाम लग गया। प्रदर्शनकारियों ने अवैध मस्जिद को गिराने की मांग और बाहरी राज्यों से आ रहे विशेष समुदाय के लोगों के आने का विरोध कर रहे थे।
मस्जिद के अवैध निर्माण गिराने के लिए प्रशासन को अल्टीमेटम
प्रदर्शनकारियों का कहना था कि बाहर से आ रहे विशेष समुदाय के लोगों की वजह से शहर की शांति भंग होने की आशंका बन गई है। एक प्रदर्शनकारी ने बताया कि प्रशासन को इस अवैध मस्जिद को गिराने के लिए 15 दिन का अल्टीमेटम दिया जाता है। अगर मस्जिद नहीं गिराई तो आंदोलन तेज किया जाएगा। प्रदर्शनकारी ने कहा कि अवैध मस्जिद के खिलाफ नगर निगम आयुक्त के पास चल रहे मामले में जल्द सुनवाई कर निपटारा हो। साथ ही बाहरी राज्यों से आ रहे लोगों पर चेक रखा जाए। इन्हें बिना वेरिफिकेशन शिमला में एंट्री न मिले।
देवभूमि क्षेत्रीय संगठन ने विधानसभा के बाहर भरी हुंकार
देवभूमि क्षेत्रीय संगठन के बैनर तले हिन्दू समाज के लोग हिमाचल विधानसभा के बाहर चौड़ा मैदान पर जमा हुए और शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन किया। देवभूमि क्षेत्रीय संगठन के अध्यक्ष रुमित ठाकुर ने बताया कि संजौली में अवैध मस्जिद निर्माण को लेकर हिन्दू समाज में आक्रोश है और इसे देखते हुए सरकार इस मस्जिद के अवैध निर्माण को तुरंत तोड़ने के आदेश प्रशासन को दे। उन्होंने यह भी कहा कि प्रदेश में कई जगह सरकारी व वन विभाग की जमीनों पर अवैध रूप से मस्जिदों-मजारों का निर्माण हो रहा है। उन्होंने इनके दस्तावेजों की जांच व अवैध निर्माण की फंडिंग की जांच की मांग की। उन्होंने अवैध निर्माण को लेकर सख्त कानून बनाने की भी मांग की है।
प्रदेश में सभी धर्म के लोगों का सम्मान: मुख्यमंत्री
इस पूरे घटनाक्रम पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू (CM Sukhwinder Singh Sukhu) ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में सभी धर्म के लोगों का सम्मान है। सभी लोग कानून से बंधे हुए हैं, मगर प्रदेश में प्रदर्शन के नाम पर किसी को कानून हाथ में लेने की इजाजत नहीं दी जाएगी। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश आने वाला हर व्यक्ति और प्रदेश का नागरिक कानून से बंधे हुए हैं। ऐसे में प्रदर्शन के नाम पर किसी को तोड़फोड़ में जाने की जरूरत नहीं दी जाएगी। मामले पर शांतिप्रिय प्रदर्शन का सम्मान है, लेकिन प्रदेश में कानून व्यवस्था को हाथ में लेने की इजाजत किसी को नहीं दी जा सकती।
हिमाचल प्रदेश में कहीं भी अवैध निर्माण बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए : ग्रामीण विकास मंत्री
मस्जिद के निर्माण पर हिमाचल प्रदेश के ग्रामीण विकास मंत्री अनिरुद्ध सिंह (Rural Development Minister Anirudh Singh) ने कहा कि जहां तक संजौली में मस्जिद का सवाल है, मैं इस बात पर जोर देना चाहता हूं कि हिमाचल प्रदेश में कहीं भी अवैध निर्माण बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए… मस्जिद के संबंध में मामला 2010 में नगर निगम के समक्ष लाया गया था, और इसमें लगभग 44 सुनवाई हुई हैं अदालतें. इसके बावजूद अवैध रूप से निर्माण कराया गया। जब आम नागरिक नियमों का उल्लंघन करते हैं, तो उन्हें तत्काल कार्रवाई का सामना करना पड़ता है, तो फिर इस मुद्दे को इतने लंबे समय तक नजरअंदाज क्यों किया गया?
(हिन्दुस्थान समाचार एजेंसी की इनपुट के साथ)