शनिवार होगा सुलह का दिन, 41 दिन बाद काम पर लौंटेंगे जूनियर डॉक्टर्स

शनिवार होगा सुलह का दिन, 41 दिन बाद काम पर लौंटेंगे जूनियर डॉक्टर्स

Authored By: सतीश झा

Published On: Friday, September 20, 2024

Updated On: Friday, September 20, 2024

Junior Doctors strike over in west bengal

आरजी कर अस्पताल की घटना को लेकर 41 दिनों से हड़ताल कर रहे जूनियर डॉक्टरों ने गुरुवार रात अपनी हड़ताल खत्म करने का ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि शनिवार से वे काम पर लौटेंगे, लेकिन फिलहाल सिर्फ आपातकालीन विभाग में ड्यूटी करेंगे। इसके साथ ही उन्होंने आंशिक रूप से कार्य स्थगन जारी रखने का निर्णय लिया है।

शनिवार का दिन राज्य के स्वास्थ्य विभाग (Health Department) के लिए सुलह का दिन साबित होगा, जब 41 दिनों की लंबी हड़ताल के बाद जूनियर डॉक्टर काम पर लौटेंगे। हालांकि, फिलहाल वे सिर्फ आपातकालीन सेवाओं में ड्यूटी करेंगे और आंशिक रूप से कार्य स्थगन जारी रहेगा। शुक्रवार को जूनियर डॉक्टर स्वास्थ्य भवन से सीबीआई कार्यालय तक जुलूस निकालेंगे, इसके बाद शनिवार से आपातकालीन सेवाओं में अपनी ड्यूटी संभालेंगे।

जूनियर डॉक्टरों ने स्वास्थ्य भवन के सामने पिछले 10 दिनों से चल रहा धरना भी समाप्त कर दिया है, लेकिन महिला डॉक्टर को न्याय मिलने तक आंदोलन जारी रखने की बात कही है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और मुख्य सचिव मनोज पंत के साथ दो दौर की बैठक के बाद यह निर्णय लिया गया।

  • फिलहाल सिर्फ आपातकालीन विभाग में करेंगे ड्यूटी, आंशिक तौर पर कार्यस्थगन रहेगा जारी।
  • 10 दिनों से चल रहा धरना भी किया खत्म, आंदोलन जारी रखने की घोषणा।
  • मुख्यमंत्री व मुख्य सचिव के साथ दो दौर की बैठक के बाद लिया निर्णय।

आरजी कर अस्पताल (RG Kar Hospital) की घटना को लेकर आंदोलन कर रहे जूनियर डॉक्टरों ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (CM Mamata Banerjee) और मुख्य सचिव मनोज पंत (Chief Secretary Manoj Pant) के साथ दो दौर की बैठक के बाद यह फैसला लिया। डॉक्टरों ने अपने धरने को भी समाप्त कर दिया है, लेकिन उन्होंने महिला डॉक्टर को न्याय मिलने तक आंदोलन जारी रखने की घोषणा की है।

डॉक्टरों का जुलूस और सुरक्षा सुधार

जूनियर डॉक्टर शुक्रवार को स्वास्थ्य भवन से सीबीआई के सीजीओ कॉम्प्लेक्स स्थित दफ्तर तक जुलूस निकालेंगे और उसके बाद शनिवार से आपातकालीन सेवाओं में काम शुरू करेंगे। ज्ञात हो कि 9 अगस्त को आरजी कर अस्पताल में महिला डॉक्टर के साथ हुई दरिंदगी के बाद से डॉक्टर हड़ताल पर थे। हड़ताल के दौरान मुख्यमंत्री ने कई उच्च पदस्थ अधिकारियों को हटाने के आदेश दिए थे। बुधवार को मुख्य सचिव के साथ हुई बैठक में अस्पतालों में सुरक्षा सुनिश्चित करने का आश्वासन दिया गया था।

सुरक्षा सुधार के निर्देश

राज्य सरकार ने सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाने के निर्देश दिए हैं, जिनमें ऑन-ड्यूटी रूम, शौचालय, सीसीटीवी कैमरे, पैनिक बटन, हेल्पलाइन नंबर, और पर्याप्त पुलिस बल की तैनाती शामिल हैं।

बंगाल पुलिस के पूर्व महानिदेशक सुरजीत कर पुरकायस्थ को सभी सरकारी मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों का सुरक्षा ऑडिट करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।

About the Author: सतीश झा
समसामायिक मुद्दों पर बीते दो दशक से लेखन। समाज को लोकदृष्टि से देखते हुए उसे शब्द रूप में सभी के सामने लाने की कोशिश।

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