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अब लोकप्रिय इंफ्लुएंसर एवं एक्टर Ankush Bahuguna Digital Arrest के शिकार, इंस्टाग्राम पोस्ट कर साझा की आपबीती
अब लोकप्रिय इंफ्लुएंसर एवं एक्टर Ankush Bahuguna Digital Arrest के शिकार, इंस्टाग्राम पोस्ट कर साझा की आपबीती
Authored By: अंशु सिंह
Published On: Monday, January 6, 2025
Last Updated On: Tuesday, January 7, 2025
साइबर ठगी के शिकार होने वालों में आम से लेकर खास सभी हैं। ताजा मामला उत्तराखंड के लोकप्रिय इंफ्लुएंसर, कंटेंट क्रिएटर एवं एक्टर अंकुश बहुगुणा का है। साइबर ठगों ने उन्हें 40 घंटे तक डिजिटल अरेस्ट रखा। अंकुश ने इंस्टाग्राम पोस्ट के जरिये अपनी कहानी साझा की है और कहा है कि वे सदमे में हैं।
Authored By: अंशु सिंह
Last Updated On: Tuesday, January 7, 2025
जाने-माने इंफ्लुएंसर एवं अभिनेता अंकुश बहुगुणा (Ankush Bahuguna) को यकीन करना मुश्किल हो रहा है कि उन जैसा शख्स भी साइबर ठगों का शिकार हो सकता है। वे तीन दिनों से सोशल मीडिया एवं हर जगह से गायब थे। अंकुश ने अपने इंस्टाग्राम पोस्ट के जरिये बताया है कि किस तरह वे 40 घंटे तक साइबर ठगों की गिरफ्त (Digital Arrest) में रहे। उन्हें बंधक बना लिया गया। इससे आर्थिक के साथ मानसिक दोनों परेशानी उठानी पड़ी। स्थिति इतनी तेजी से बिगड़ गई कि ठगों ने उन पर धन शोधन, मादक पदार्थों की तस्करी एवं अन्य गंभीर अपराधों का आरोप लगाया। उन्होंने दावा किया कि वह एक राष्ट्रीय मामले में प्रमुख संदिग्ध हैं औऱ उनके खिलाफ एक वारंट भी जारी किया गया है।
स्वचालित कॉल उठाना पड़ा महंगा
अंकुश बहुगुणा अपने पोस्ट में लिखते हैं- ‘मुझे एक स्वचालित अंतरराष्ट्रीय कॉल आया था, जिसमें कूरियर डिलीवरी रद्द होने का दावा किया गया था। यह नंबर एक इंटरनेशनल कॉल जैसा लग रहा था, जिसे उन्होंने बिना सोचे उठा लिया। फिर उन्हें सहायता के लिए शून्य दबाने को कहा गया। शून्य दबाते ही उन्हें ऐसे व्यक्ति से जोड़ा गया, जिसने उनका नाम लिया, जो कि कस्टम द्वारा जब्त किए गए अवैध सामान वाले एक पैकेज से जुड़ा था। जो शायद चीन जा रहा था।‘ अंकुश के अनुसार, ठगों ने बताया कि उनका आधार नंबर एवं व्यक्तिगत विवरण आपस में जुड़े हुए हैं, जिससे उन्हें डिजिटल अरेस्ट में रखा जा सके। डिजिटल अरेस्ट एक प्रकार की छद्मवेशी धोखाधड़ी है, जिसमें घोटालेबाज ईमेल, टेक्सट संदेश एवं फोन कॉल के माध्यम से कानून प्रवर्तन या कानूनी अधिकारी होने का दावा करते हैं।
धोखेबाजों ने 40 घंटे तक कॉल पर रखा
अंकुश लंबे समय तक धोखेबाजों के साथ वीडियो कॉल में फंसे रहे। उनके गैजेट बंद कर दिए गए। उन्हें अपने फोन पर आने वाले हर नोटिफिकेशन को दिखाने के लिए विवश किया गया। घर में किसी को भी आने की अनुमति नहीं थी। साथ ही ये धमकी दी गई कि अगर उन्होंने किसी से बात करने की कोशिश की, तो उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा। उनका करियर बर्बाद हो जाएगा। परिवार खतरे में पड़ जाएगा। अंकुश ने लोगों से जागरूक रहने के साथ एहतियात बरतने की अपील की है। अपने पोस्ट में वे आगे लिखते हैं- ‘मैं ये घटना इसलिए साझा कर रहा हूं ताकि किसी और को इस स्थिति से न गुजरना पड़े। मैं खुशनसीब हूं कि मेरे ऐसे दोस्त, परिवारवाले सभी मुझसे संपर्क करने की कोशिश कर रहे थे। उन्होंने मेरे व्यवहार में आए बदलाव को समझा और मुझे ढूंढते हुए घर आए। वे अगर नहीं आए होते, तो पता नहीं मैं कितनी देर तक डिजिटल अरेस्ट में रहता और न जाने कितना और आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता।’