ड्रोन सेक्टर में करियर का सुनहरा मौका! जानें कैसे बनें DGCA लाइसेंसधारी ड्रोन पायलट

Authored By: Ranjan Gupta

Published On: Tuesday, November 4, 2025

Updated On: Tuesday, November 4, 2025

Drone Pilot बनने का सुनहरा मौका, DGCA लाइसेंस कैसे पाएं और ड्रोन सेक्टर में करियर बनाएं.

Drone Pilot Kaise Bane: भारत में तेजी से बढ़ते ड्रोन सेक्टर ने युवाओं के लिए करियर के नए दरवाजे खोल दिए हैं. अब ड्रोन उड़ाना सिर्फ शौक नहीं, बल्कि एक हाई-टेक प्रोफेशन बन चुका है. जानें कैसे मिल सकता है DGCA का लाइसेंस, कहां से लें ट्रेनिंग और क्या है इस क्षेत्र में नौकरी की संभावनाएं.

Authored By: Ranjan Gupta

Updated On: Tuesday, November 4, 2025

Drone Pilot Kaise Bane: ड्रोन इंडस्ट्री आज भारत के उभरते तकनीकी क्षेत्रों में से एक है. कुछ साल पहले तक ड्रोन का इस्तेमाल सिर्फ फौजी या मीडिया क्षेत्रों तक सीमित था, लेकिन अब यह शादी-ब्याह, फिल्म शूटिंग, सर्वेक्षण, कृषि और सुरक्षा जैसे हर क्षेत्र में पहुंच चुका है. रिपोर्ट्स के अनुसार, भारत की ड्रोन इंडस्ट्री साल 2030 तक काफी बड़ी होने वाली है. ड्रोन का इस्तेमाल कमर्शियल और रीक्रिएशनल दोनों तरह के कामों के लिए होता है. इसलिए इस फील्ड में करियर बनाना कहीं से भी घाटे का सौदा नहीं लग रहा है. ऐसे में युवाओं के लिए इसमें करियर के अपार अवसर हैं. अगर आप भी आसमान में उड़ान भरने का सपना देखते हैं, तो जानिए कैसे बन सकते हैं DGCA लाइसेंसधारी ड्रोन पायलट, क्या है योग्यता, और कहां से मिलेगी ट्रेनिंग.

कैसे मिलेगा ड्रोन उड़ाने का लाइसेंस?

ड्रोन उड़ाने के लिए पायलट को DGCA (नागरिक उड्डयन महानिदेशालय) से लाइसेंस लेना जरूरी होता है. इसके लिए पहले मान्यता प्राप्त ट्रेनिंग सेंटर से प्रशिक्षण लेना पड़ता है. ट्रेनिंग पूरी (Career in Drone Industry) होने के बाद आपको एक ट्रेनिंग सर्टिफिकेट मिलता है, जो लाइसेंस के लिए जरूरी दस्तावेज होता है.

लाइसेंस के लिए आवेदन DGCA के Digital Sky Portal https://digitalsky.dgca.gov.in/ पर किया जाता है. यहां पहचान पत्र, पता प्रमाण और ट्रेनिंग सर्टिफिकेट जैसे जरूरी डॉक्यूमेंट्स अपलोड करने होते हैं. साथ ही फीस भी जमा करनी होती है. छोटे ड्रोन के लिए करीब ₹45,000 + जीएसटी, जबकि मीडियम ड्रोन के लिए ₹65,000 + जीएसटी.

आवेदन के बाद DGCA की ओर से एक ड्रोन लाइसेंस परीक्षा आयोजित की जाती है. इसे पास करने पर आपको आधिकारिक लाइसेंस मिल जाता है. ध्यान रहे, ड्रोन को भी DGCA के साथ रजिस्टर कराना अनिवार्य है.

अगर किसी जानकारी में दिक्कत आए तो DGCA के टोल-फ्री नंबर 1800-103-5780 पर संपर्क किया जा सकता है. पूरी जानकारी के लिए आप https://www.dgca.gov.in/digigov-portal/ वेबसाइट पर भी जा सकते हैं.

ड्रोन पायलट सर्टिफिकेट कैसे मिलेगा?

सबसे पहले DGCA की वेबसाइट पर जाकर किसी अधिकृत ट्रेनिंग सेंटर का चयन करें. भारत में कई प्रतिष्ठित संस्थान ड्रोन पायलट ट्रेनिंग प्रदान करते हैं, जैसे –

  • IGRUA (इंदिरा गांधी राष्ट्रीय उड्डयन अकादमी)
  • Drone Destination
  • Skylark Drones
  • Indira Gandhi Rashtriya Uran Academy

ट्रेनिंग की अवधि आमतौर पर 5 से 7 दिन होती है. इसमें थ्योरी के साथ-साथ प्रैक्टिकल क्लासेज भी कराई जाती हैं. यहां ड्रोन उड़ाने के नियम, हवाई सुरक्षा, मौसम विज्ञान, नेविगेशन, मैपिंग और डेटा एनालिसिस जैसे विषय पढ़ाए जाते हैं.

कोर्स पूरा करने के बाद DGCA की ओर से एक ऑनलाइन टेस्ट लिया जाता है. पास होने पर आपको ड्रोन पायलट सर्टिफिकेट दिया जाता है, जिसे DGCA के Digital Sky Platform से डाउनलोड किया जा सकता है.

भविष्य में ड्रोन पायलट की बढ़ती मांग

सरकार ने देश में ड्रोन तकनीक को बढ़ावा देने के लिए Drone Shakti Mission शुरू किया है. इस मिशन का उद्देश्य है कि युवाओं को ड्रोन ट्रेनिंग देकर रोजगार के नए अवसर दिए जाएं. आने वाले सालों में ड्रोन पायलट की मांग कई सेक्टर्स में तेजी से बढ़ेगी जैसे कृषि, डिलीवरी और लॉजिस्टिक, सुरक्षा और सर्विलांस, मीडिया और फोटोग्राफी, सर्वे और मैपिंग, और मौसम विभाग.

ड्रोन पायलट बनना अब सिर्फ एक प्रोफेशन नहीं, बल्कि भविष्य की उड़ती हुई इंडस्ट्री का हिस्सा बनने जैसा है. इसमें सैलरी (Drone Pilot Salary in India) भी अच्छी मिल जाती है. अगर आप टेक्नोलॉजी में दिलचस्पी रखते हैं, तो यह करियर आपके लिए सुनहरा मौका हो सकता है.

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About the Author: Ranjan Gupta
रंजन कुमार गुप्ता डिजिटल कंटेंट राइटर हैं, जिन्हें डिजिटल न्यूज चैनल में तीन वर्ष से अधिक का अनुभव प्राप्त है. वे कंटेंट राइटिंग, गहन रिसर्च और SEO ऑप्टिमाइजेशन में माहिर हैं. शब्दों से असर डालना उनकी कला है और कंटेंट को गूगल पर रैंक कराना उनका जुनून! वो न केवल पाठकों के लिए उपयोगी और रोचक लेख तैयार करते हैं, बल्कि गूगल के एल्गोरिदम को भी ध्यान में रखते हुए SEO-बेस्ड कंटेंट तैयार करते हैं. रंजन का मानना है कि "हर जानकारी अगर सही रूप में दी जाए, तो वह लोगों की जिंदगी को प्रभावित कर सकती है." यही सोच उन्हें हर लेख में निखरने का अवसर देती है.
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