Special Coverage
उत्तर कोरिया के राष्ट्रपति किम जोंग उन का सेना को संदेश, युद्ध के लिए हर वक्त रहें तैयार
Authored By: Ranjan Gupta
Published On: Thursday, July 24, 2025
Last Updated On: Thursday, July 24, 2025
उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने तोपखाना फायरिंग प्रतियोगिता के दौरान सेना से कहा कि वे गहन प्रशिक्षण से अपनी युद्ध क्षमता को और मजबूत करें. उन्होंने दुश्मन को हर लड़ाई में हराने और किसी भी वक्त युद्ध के लिए तैयार रहने की आवश्यकता पर जोर दिया.
Authored By: Ranjan Gupta
Last Updated On: Thursday, July 24, 2025
Kim Jong: उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन ने एक बार फिर अपनी सेना को युद्ध जैसी परिस्थितियों के लिए तैयार रहने का सख्त निर्देश दिया है. कोरियाई पीपुल्स आर्मी की तोपखाना इकाइयों की एक फायरिंग प्रतियोगिता का निरीक्षण करते हुए उन्होंने कहा कि बदलते वैश्विक हालात में सेना को न सिर्फ रणनीतिक रूप से मजबूत होना चाहिए, बल्कि युद्ध को रोकने के लिए भी उसकी तैयारी निर्णायक होनी चाहिए. इस कार्यक्रम में देश के शीर्ष सैन्य और पार्टी अधिकारियों की मौजूदगी भी रही, जिससे इसकी अहमियत और बढ़ गई.
वरिष्ठ नेता और रक्षा अधिकारी रहे मौजूद
कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी के हवाले से योनहाप ने बताया कि किम जोंग उन ने यह बयान कोरियाई पीपुल्स आर्मी की तोपखाना इकाइयों की फायरिंग प्रतियोगिता का निरीक्षण करते वक्त दिया. इस दौरान उनके साथ पार्टी के वरिष्ठ नेता और रक्षा अधिकारी भी मौजूद थे.
केसीएनए के अनुसार, यह प्रशिक्षण तोपखाने की फायरिंग क्षमता बढ़ाने के उद्देश्य से आयोजित की गई. इसमें भाग लेने वाली इकाइयों को एक तय समय और जगह पर समुद्र में मौजूद लक्ष्य पर निशाना लगाने का आदेश दिया गया.
केसीएनए के मुताबिक, किम जोंग उन ने प्रतियोगिता का निरीक्षण करने के बाद संतोष जताया. उन्होंने कहा कि लगातार बदलते और कठिन युद्ध स्थितियों को देखते हुए सेना को अपनी तोपखाने रणनीति को और बेहतर बनाना चाहिए.
ज्यादा गहन प्रशिक्षण पर दिया जोर
किम जोंग उन ने यह भी कहा कि सेना को असली युद्ध जैसी स्थिति के लिए और ज्यादा गहन प्रशिक्षण करना चाहिए. उन्होंने कहा कि युद्ध रोकने का सबसे प्रभावी तरीका है, “दुश्मन के इरादों को लेकर स्पष्ट और सख्त नजरिया रखना.”
इस कार्यक्रम में शामिल होने वाले प्रमुख अधिकारियों में सत्तारूढ़ पार्टी के केंद्रीय सैन्य आयोग के उपाध्यक्ष पाक जोंग-चोन, रक्षा मंत्री नो क्वांग-चोल और कोरियाई पीपुल्स आर्मी के जनरल स्टाफ प्रमुख री योंग-गिल शामिल थे.
फरवरी में रक्षा मंत्रालय की अपनी यात्रा के दौरान, किम जोंग उन ने 2025 को सैन्य प्रशिक्षण का वर्ष घोषित किया था. तभी से उनका जोर गहन प्रशिक्षण और आधुनिक युद्ध क्षमताएं विकसित करने पर है. इसी के तहत वो विभिन्न सैन्य गतिविधियों की निगरानी कर रहे हैं.
किम जोंग उन ने साधा निशाना
किम जोंग उन ने मई के अंत में भी इसी तरह की सैन्य तोपखाना फायरिंग प्रतियोगिता का निरीक्षण किया था.
दक्षिण कोरिया के कोरिया इंस्टीट्यूट फॉर नेशनल यूनिफिकेशन के एक अधिकारी ने कहा कि उत्तर कोरिया ने बुधवार के फायरिंग अभ्यास में न तो दक्षिण कोरिया और न ही अमेरिका को सीधे तौर पर निशाना बनाया. उन्होंने यह भी बताया कि जब प्योंगयांग ने “कट्टर दुश्मन” का जिक्र किया, तो यह साफ नहीं किया कि इशारा किसकी ओर था.
(आईएएनएस इनपुट के साथ)
यह भी पढ़ें :- अमेरिका ने फिर से UNESCO से खुद को किया अलग, ट्रंप ने ग्लोबल बॉडी को बताया ‘एंटी-इजराइल अड्डा’