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Viral infection of Brain : कौन से वायरस वायरल ब्रेन इंफेक्शन का अधिक कारण बनते हैं, कैसे किया जाए बचाव
Viral infection of Brain : कौन से वायरस वायरल ब्रेन इंफेक्शन का अधिक कारण बनते हैं, कैसे किया जाए बचाव
Authored By: स्मिता
Published On: Thursday, September 19, 2024
Updated On: Thursday, September 19, 2024
मस्तिष्क पर हमला करने वाला वायरस कई तरह का हो सकता है। वायरल एन्सेफलाइटिस के सबसे आम कारण हर्पीज सिम्प्लेक्स वायरस टाइप 1 और 2, वैरिसेला ज़ोस्टर वायरस और एंटरोवायरस हैं। वायरल एन्सेफलाइटिस की गंभीरता विशेष वायरस और कितनी जल्दी उपचार दिया गया था, इस पर निर्भर करती है।
Authored By: स्मिता
Updated On: Thursday, September 19, 2024
जर्नल ऑफ़ ब्रेन रिसर्च के अनुसार, वायरस से हुआ इन्फेक्शन घातक भी हो सकता है। वायरस के शरीर में प्रवेश करने के बाद ब्रेन टिश्यू में सूजन आ जाती है। यह सूजन तंत्रिका कोशिकाओं को नष्ट कर सकती है। यह ब्रेन में रक्तस्राव और मस्तिष्क क्षति का कारण बन सकती है। संक्रमण से मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी को ढकने वाले ऊतक मेनिन्जेस की परतों में भी सूजन हो सकती है, जिसे मेनिन्जाइटिस कहा जाता है। जानते हैं किस तरह के वायरस मस्तिष्क को संक्रमित करते हैं और क्या इनसे (Viral infection of Brain) बचाव भी किया जा सकता है?
वायरल एन्सेफलाइटिस का कारण (viral encephalitis)
जर्नल ऑफ़ ब्रेन रिसर्च के अनुसार, मस्तिष्क पर हमला करने वाला वायरस कई तरह का हो सकता है। वायरल एन्सेफलाइटिस के सबसे आम कारण हर्पीज सिम्प्लेक्स वायरस टाइप 1 और 2, वैरिसेला ज़ोस्टर वायरस और एंटरोवायरस हैं। एंटरोवायरस गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल बीमारी का कारण बनते हैं। एन्सेफलाइटिस मच्छरों, टिक्स और अन्य कीड़ों या जानवरों द्वारा ले जाए जाने वाले कुछ वायरस जैसे वेस्ट नाइल वायरस से भी हो सकता है।
गंभीर ब्रेन कॉम्प्लिकेशन हो सकता है (Brain Infection)
जर्नल ऑफ़ वायरोलॉजी के अनुसार, वेस्ट नाइल फीवर, रेबीज, COVID-19, डेंगू और ईस्टर्न इक्वाइन एन्सेफलाइटिस जैसे वायरस से ब्रेन इन्फेक्शन हो सकता है। ये एन्सेफलाइटिस और मेनिन्जाइटिस सहित गंभीर ब्रेन कॉम्प्लिकेशन का कारण बनते हैं। ऐसा जलवायु परिवर्तन के कारण अधिक हो रहा है। कोमा या मृत्यु जैसे गंभीर परिणामों को रोकने के लिए समय रहते इंटरवेंशन जरूरी है।
ठीक हो सकता है मस्तिष्क संक्रमण (Brain Infection Treatment)
जर्नल ऑफ़ वायरोलॉजी के अनुसार, वायरल एन्सेफलाइटिस की गंभीरता विशेष वायरस और कितनी जल्दी उपचार दिया गया था, इस पर निर्भर करती है। आम तौर पर, बीमारी का तीव्र चरण लगभग एक या 2 सप्ताह तक रहता है। लक्षण या तो जल्दी से गायब हो जाते हैं या समय के साथ धीरे-धीरे कम हो जाते हैं। कई मामलों में,कुछ लोग एन्सेफलाइटिस से पूरी तरह ठीक हो जाते हैं। यह एक लंबी प्रक्रिया हो सकती है। बहुत से लोग कभी भी पूरी तरह ठीक नहीं हो पाते हैं। उनके मस्तिष्क को नुकसान हो जाने के कारण लंबे समय तक समस्याएं बनी रहती हैं। इसके कारण मेमोरी लॉस आम है।
मस्तिष्क संक्रमण से बचाव कैसे किया जाये (Brain Infection Prevention)
- वायरस डिजीजेज जर्नल के अनुसार कुछ बातों को ध्यान में रखना चाहिए।
- अपने हाथ धोएं। सावधानीपूर्वक हाथ धोने से कीटाणुओं को फैलने से रोकने में मदद मिलती है।
- गुड हाइजीन का अभ्यास करें। पेय, खाद्य पदार्थ, स्ट्रॉ, खाने के बर्तन, लिप बाम या टूथब्रश किसी और के साथ साझा न करें।
- हेल्दी खाएं और हेल्दी रहने की कोशिश करें।
- अपना मुंह ढंक कर रखें।
- यदि कोई महिला गर्भवती है, तो उसके खान-पान का विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए।
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