Blood Donation : स्वस्थ रहने के लिए साल में दो बार करें रक्तदान, एक्सपर्ट

Blood Donation : स्वस्थ रहने के लिए साल में दो बार करें रक्तदान, एक्सपर्ट

Authored By: स्मिता

Published On: Wednesday, December 11, 2024

Updated On: Wednesday, December 18, 2024

Blood Donation
Blood Donation

बार-बार रक्तदान करने वालों में लीवर, फेफड़े, कोलन, पेट और गले के कैंसर का जोखिम कम होता है। यह ध्यान रखना जरूरी है कि ये निष्कर्ष सभी पर लागू नहीं होते हैं। मरीजों को अपने आयरन के स्तर और रक्तदान के बारे में डॉक्टर से जांच करानी चाहिए।

Authored By: स्मिता

Updated On: Wednesday, December 18, 2024

रेड क्रॉस सोसाइटी और सरकारी अस्पतालों के जागरूकता अभियान के बावजूद अभी-भी लोग रक्तदान से डरते हैं। रक्तदान शिविर का आयोजन होने के बावजूद ग्रामीण इलाकों के साथ-साथ शहरी इलाकों में भी ब्लड डोनेट करने से डरते हैं। ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में रक्तदान शिविर के आयोजन का उद्देश्य रक्तदान के प्रति लोगों में जागरूकता लाना है। इससे (Blood Donation) खून की कमी को दूर किया जा सकता है।

ब्लड डोनेशन को लेकर मिथ (Blood Donation Myths) 

खूंटी सदर अस्पताल में सिविल सर्जन रह चुके डॉ. नागेश्वर मांझी ने बताया, ‘आज भी रक्तदान को लेकर लोगों में कई तरह की भ्रांतियां हैं। लोगों को लगता है कि खून देने से शारीरिक कमजोरी आएगी। सेहत पर इसका कुप्रभाव पड़ेगा। इसके विपरीत रक्तदान से हमारा शरीर और सेहतमंद हो जाता है। 60 वर्ष से कम उम्र के हर व्यक्ति को साल में काम से कम दो बार रक्तदान अवश्य करना चाहिए।’

डॉ. नागेश्वर मांझी के अनुसार, असल में जब भी आप रक्तदान करते हैं तब आप किसी की जान बचाते हैं। रक्तदान से बड़ा कोई दान नहीं है। इसलिए हर स्वस्थ व्यक्ति को रक्तदान जरूर करना चाहिए।

कैसे होता है रक्तदान (How to do Blood Donation)

रक्तदान तब होता है जब कोई व्यक्ति स्वेच्छा से खून निकालता है और उसका उपयोग दूसरे व्यक्ति की खून की कमी को पूरा करता है। फ्रैक्शनेशन यानी ब्लड के घटकों का पृथक्करण प्रक्रिया द्वारा बायोफार्मास्युटिकल दवाओं में उपयोग किया जाता है। पूरे ब्लड का दान हो सकता है या सीधे विशिष्ट घटकों का यानी एफेरेसिस हो सकता है। ब्लड बैंक अक्सर संग्रह प्रक्रिया के साथ-साथ इसके बाद की प्रक्रियाओं में भी भाग लेते हैं।

रक्तदान से क्या हैं फायदे (Blood Donation Benefits)

अध्ययन में पाया गया है कि बार-बार रक्तदान करने वालों में लीवर, फेफड़े, कोलन, पेट और गले के कैंसर का जोखिम कम होता है। यह ध्यान रखना जरूरी है कि ये निष्कर्ष सभी पर लागू नहीं होते हैं। मरीजों को अपने आयरन के स्तर और रक्तदान के बारे में डॉक्टर से जांच करानी चाहिए।

किन बातों का रखें ख्याल (Blood Donation Rules)

डॉ. मांझी के अनुसार, रक्तदान करते समय आपका स्वास्थ्य अच्छा ((Blood Donation Rules) होना चाहिए। यदि आपको सर्दी, जुकाम, गले में दर्द, सर्दी, पेट में कीड़े या कोई अन्य संक्रमण है, तो आप दान नहीं कर सकते। यदि आपने हाल ही में टैटू बनवाया है या शरीर में कोई छेद करवाया है, तो आप प्रक्रिया की तिथि से 6 महीने तक दान नहीं कर सकते।

किसे रक्तदान नहीं करना चाहिए (Who should not donate blood)

कुछ बीमारियों या स्वास्थ्य स्थितियों जैसे, सिकल सेल रोग, एचआईवी, कैंसर, मलेरिया वाले लोगों को ब्लड डोनेशन से पहले पात्रता पर चर्चा कर लेनी चाहिए। इसके लिए अपने दान केंद्र से परामर्श करने की आवश्यकता हो सकती है। इसके अतिरिक्त, यदि पिछले 3 महीनों में में आपने ब्लड ट्रांस्फयूजन (blood transfusion) कराया है, तो आप दान करने के योग्य नहीं हैं।

(हिन्दुस्थान समाचार के इनपुट के साथ)

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About the Author: स्मिता
स्मिता धर्म-अध्यात्म, संस्कृति-साहित्य, और स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों पर शोधपरक और प्रभावशाली पत्रकारिता में एक विशिष्ट नाम हैं। पत्रकारिता के क्षेत्र में उनका लंबा अनुभव समसामयिक और जटिल विषयों को सरल और नए दृष्टिकोण के साथ प्रस्तुत करने में उनकी दक्षता को उजागर करता है। धर्म और आध्यात्मिकता के साथ-साथ भारतीय संस्कृति और साहित्य के विविध पहलुओं को समझने और प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत करने में उन्होंने विशेषज्ञता हासिल की है। स्वास्थ्य, जीवनशैली, और समाज से जुड़े मुद्दों पर उनके लेख सटीक और उपयोगी जानकारी प्रदान करते हैं। उनकी लेखनी गहराई से शोध पर आधारित होती है और पाठकों से सहजता से जुड़ने का अनोखा कौशल रखती है।

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