38th National Games: देहरादून में हुआ आगाज, 2036 ओलंपिक की मेजबानी कर सकता है भारत

38th National Games: देहरादून में हुआ आगाज, 2036 ओलंपिक की मेजबानी कर सकता है भारत

Authored By: गुंजन शांडिल्य

Published On: Tuesday, January 28, 2025

Updated On: Wednesday, January 29, 2025

38th National Games Dehradun me shuru, Bharat ki Olympic tayyari

38 वें नेशनल गेम्स का उद्घाटन आज देर शाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में किया. उद्घाटन समारोह में उन्होंने एक बार फिर से कहा कि भारत 2036 ओलंपिक की मेजबानी के अधिकार के लिए सक्रिय रूप से प्रयास कर रहा है.

Authored By: गुंजन शांडिल्य

Updated On: Wednesday, January 29, 2025

हाईलाइट

  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देहरादून में राष्ट्रीय खेलों का किया उद्घाटन.
  • प्रधानमंत्री मोदी ने ओलंपिक की मेजबानी की बात फिर दोहराई.
  • अभी 10 देशों ने 2036 खेलों की मेजबानी में शुरुआती रुचि दिखाई है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में थे. यहां इन्होंने राजीव गांधी इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में 38 वें राष्ट्रीय खेलों (38th National Games) का उद्घाटन किया. एक सांस्कृतिक एवं रंगारंग कार्यक्रम में इन खेलों का उद्घाटन किया गया. 38वें राष्ट्रीय खेलों के उद्घाटन समारोह में बोलते हुए, प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि देश में खेलों की मेजबानी से भारतीय खेलों की प्रतिष्ठा बढ़ेगी. भारत 2036 में ओलंपिक की मेजबानी का प्रयास कर रहा है.

2036 में भारत कर सकता है ओलंपिक की मेजबानी

इस उद्घाटन समारोह में प्रधानमंत्री ने बताया कि भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) ने अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) के भावी मेजबान आयोग को एक पत्र सौंपा है. उस पत्र में औपचारिक रूप से 2036 में ओलंपिक और पैरालंपिक खेलों की मेजबानी में भारत की रुचि व्यक्त की गई है. भारत सरकार मेजबानी के अधिकार के लिए प्रयास कर रहे हैं. यह भारतीय खेलों को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा.
उन्होंने आगे यह भी कहा कि जहां भी ओलंपिक होता है, वहां के सभी क्षेत्रों को इसका लाभ होता है. इससे एथलीटों के लिए बेहतर सुविधाएं बनती हैं.

17 दिन, 32 खेल और 10 हजार एथलीट

38वें राष्ट्रीय खेलों में लगभग 10,000 एथलीट हिस्सा ले रहे हैं. यह आयोजन आज से शुरू होकर 14 फरवरी तक चलेगा. इस दौरान 32 खेलों में खिलाड़ी प्रतिस्पर्धा करेंगे. यह पूरा आयोजन उत्तराखंड के 11 शहरों में आयोजित किए जाएंगे। इसमें देहरादून मुख्य आयोजन स्थल होगा. आज उद्घाटन समारोह में राज्य की धार्मिक विरासत और जैव विविधता का जश्न मनाया गया.

उद्घाटन समारोह में हजारों दर्शक मौजूद

प्रधानमंत्री मोदी ने उत्तराखंड के राज्यपाल ले.ज. गुरमीत सिंह (सेवानिवृत्त), मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और अन्य गणमान्य व्यक्तियों के साथ 25,000 दर्शकों की मौजूदगी में इसका उद्घाटन किया. समारोह में मुख्यमंत्री धामी ने प्रधानमंत्री मोदी को पारंपरिक उपहार और शुभंकर ‘मौली’ की प्रतिकृतियां देकर स्वागत किया. यह प्रतिकृतियां राज्य पक्षी मोनाल से प्रेरित है. जानकारी हो कि उत्तराखंड अपने स्थापना का रजत जयंती वर्ष भी मना रहा है.

अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी ले रहे हैं हिस्सा

इस नेशनल गेम्स में कई अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं. प्रमुख प्रतिभागी खिलाड़ियों में लक्ष्य सेन, लवलीना बोरगोहेन और ओलंपिक निशानेबाज स्वप्निल कुसाले और सरबजोत सिंह शामिल हैं. चार खेल-कलारिपयट्टु, योगासन, मल्लखंभ और राफ्टिंग- प्रदर्शन कार्यक्रम हैं. नीरज चोपड़ा और पीवी सिंधु जैसे उल्लेखनीय एथलीट का इसमें अनुपस्थित रहने से उभरती प्रतिभाओं को अपना प्रदर्शन दिखने का मौका भी होगा. 38 वें नेशनल गेम्स का थीम ‘ग्रीन गेम्स’ है. यह आयोजन पर्यावरण अनुकूल व्यवहार पर जोर देता है.

क्या कहा मुख्यमंत्री ने?

अपने संबोधन में मुख्यमंत्री धामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को राष्ट्रीय स्तर के इतने महत्वपूर्ण खेल आयोजन की जिम्मेदारी देने के लिए आभार प्रकट किया. उन्होंने बताया कि इस 17 दिवसीय राष्ट्रीय खेल महाकुंभ का आयोजन प्रदेश के 11 शहरों में किया जा रहा है. पर्यावरण संरक्षण का संदेश देने के उद्देश्य से इस बार के राष्ट्रीय खेलों का आयोजन ग्रीन गेम्स की थीम पर किया जा रहा है. इस आयोजन में सौर ऊर्जा का व्यापक प्रयोग किए जाने के साथ ही पूरे आयोजन में प्लास्टिक का उपयोग कम से कम किए जाने के भी प्रयास किए गए हैं.

38 वें राष्ट्रीय खेल-एक नजर

विषय विवरण
आयोजन अवधि 28 जनवरी 2025 से लेकर 14 फरवरी 2025 तक आयोजित होंगी खेल गतिविधियां.
खेल स्पर्धाएं कुल 35 खेल स्पर्धाएं होनी हैं। इसमें से 33 मेडल टेली गेम, दो डेमो गेम.
नए खेल योग व मलखंब को इस बार मेडल टेली गेम बतौर शामिल किया गया है.
प्रतिभागिता पूरे देश से लगभग दस हजार खिलाड़ी अपनी खेल प्रतिभा दिखाएंगे.
पहाड़ से मैदान तक आठ जिलों में गतिविधियां, दून-हरिद्वार से खटीमा-टिहरी तक आयोजन.
हरित पहल ग्रीन गेम थीम है. पदकों से लेकर तमाम कार्यक्रमों में हरित पहल की छाप.
प्रतीक-पहचान राज्य पक्षी मोनाल मौली के रूप में शुभंकर। मशाल का तेजस्विनी नाम.
ध्येय वाक्य खेलों की टैगलाइन संकल्प से शिखर तक है, जिसका जिक्र एंथेम में भी है.
गुंजन शांडिल्य समसामयिक मुद्दों पर गहरी समझ और पटकथा लेखन में दक्षता के साथ 10 वर्षों से अधिक का अनुभव रखते हैं। पत्रकारिता की पारंपरिक और आधुनिक शैलियों के साथ कदम मिलाकर चलने में निपुण, गुंजन ने पाठकों और दर्शकों को जोड़ने और विषयों को सहजता से समझाने में उत्कृष्टता हासिल की है। वह समसामयिक मुद्दों पर न केवल स्पष्ट और गहराई से लिखते हैं, बल्कि पटकथा लेखन में भी उनकी दक्षता ने उन्हें एक अलग पहचान दी है। उनकी लेखनी में विषय की गंभीरता और प्रस्तुति की रोचकता का अनूठा संगम दिखाई देता है।
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