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किसका होगा जमाना इलेक्ट्रिक या फिर हाइब्रिड कारों का
किसका होगा जमाना इलेक्ट्रिक या फिर हाइब्रिड कारों का
Authored By: विशेष संवाददाता, गलगोटियाज टाइम्स
Published On: Wednesday, April 17, 2024
Updated On: Wednesday, April 24, 2024
साफ-सुथरे वातावरण के लिए ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री लगातार काम कर रही है। इलेक्ट्रिक को लोग भविष्य मान रहे हैं तो वहीं हाइब्रिड कारों में ज्यादा पोटेंशियल नजर आ रहा है। हाल ही में सरकार के तरफ से हाइब्रिड कारों के सस्ते होने के संकेत मिले तो एक बार फिर से लोग कंफ्यूज हो गए इस बात को लेकर कि जमाना आने वाले समय में किसका होगा इलेक्ट्रिक का या फिर हाइब्रिड कारों का?
क्या होती हैं हाइब्रिड कारें?
हाइब्रिड कारें काफी एडवांस हो चुकी हैं जिन्हें सेल्फ चार्जिंग कार भी कहा जाता है यानी गाड़ी चलती रहेगी और चार्ज होती रहेगी। अपने आप इलेक्ट्रिक पर शिफ्ट हो जाएगी और अपने आप पेट्रोल पर चली जाएगी। इसके चलते माइलेज बेहतर मिलता है और पर्यावरण भी नहीं खराब होता है। भारतीय बाजार में फिलहाल दो तरह से हाइब्रिड कारों को पेश किया जाता है जिसमें से एक है स्मार्ट हाइब्रिड, दूसरा स्ट्रांग हाइब्रिड। एक प्लग इन हाइब्रिड का भी सिस्टम है जो कि फिलहाल भारत में प्रचलित नहीं है। मारुति की लगभग सभी कारें स्मार्ट हाइब्रिड के साथ मिलती हैं सिर्फ ग्रैंड विटारा और इनविक्टो को छोड़कर। ये दोनों कारें स्ट्रांग हाइब्रिड सिस्टम के साथ भी आती हैं। स्ट्रांग हाइब्रिड के तहत देश में गाड़ियां अब उपलब्ध हैं जिन्हें लोग काफी पसंद कर रहे हैं जैसे कि टोयोटा इनोवा हाईक्रॉस, हायरायडर, ग्रैंड विटारा, इनविक्टो के साथ कई प्रीमियम कंपनियां स्ट्रांग हाइब्रिड के साथ अपने प्रोडक्ट बेच रही हैं।
बात इलेक्ट्रिक कारों की
इलेक्ट्रिक कारों की बात की जाए तो अब देश की सड़कों पर प्रचुर मात्रा में इलेक्ट्रिक कारें नजर आ रही हैं। शहरों में चलने के लिए लोग अपनी दूसरी कार के तौर पर टाटा, महिंद्रा, हुंडई, किया व बीवाईडी जैसी कंपनियों के इलेक्ट्रिक कारों को खरीद रहे हैं। लेकिन कमिटेड रेंज डिलीवर न होने के चलते अभी भी लोगों को इन पर ज्यादा भरोसा नहीं हो पा रहा है। चार्जिंग की समस्या का कोई बड़ा समाधान फिलहाल नहीं निकला है। चार्जिंग स्टेशन पर गाड़ी चार्ज करनी काफी महंगी पड़ती है। इसलिए माना जा रहा है जब तक इलेक्ट्रिक के लिए संपूर्ण ईको सिस्टम बनेगा तब तक हाइब्रिड कारों को लोग ज्यादा प्राथमिकता देंगे।
सस्ती होंगी इलेक्ट्रिक कारें
केंद्रीय परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी हाइब्रिड कारों का पूरा समर्थन करते हैं और उन्होंने इन गाड़ियों पर जीएसटी की दर 12 फीसदी तक करने का सुझाव भी दिया है अगर ऐसा होता है तो हाइब्रिड कारें खरीदना लोगों के लिए सस्ता हो जाएगा। मौजूदा समय की बात करें तो इन कारों पर 28 फीसदी का जीएसटी लगता है, जिसके चलते लोगों को ये गाड़ियां काफी महंगी पड़ रही हैं।