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Marburg Virus : अफ्रीकी देश रवांडा में मारबर्ग वायरस से अब तक आठ की मौत, कैसा है यह घातक वायरस
Marburg Virus : अफ्रीकी देश रवांडा में मारबर्ग वायरस से अब तक आठ की मौत, कैसा है यह घातक वायरस
Authored By: स्मिता
Published On: Thursday, October 3, 2024
Last Updated On: Thursday, May 1, 2025
घातक मारबर्ग वायरस फल चमगादड़ों में उत्पन्न होता है। संक्रमित व्यक्तियों के शारीरिक तरल पदार्थ या दूषित चादरों जैसी सतहों के साथ निकट संपर्क के माध्यम से लोगों में फैलता है।
Authored By: स्मिता
Last Updated On: Thursday, May 1, 2025
डेडली वायरस कोरोना के विश्वव्यापी कहर के बाद से ऐसे कई वायरस सामने आ चुके हैं, जो घातक हैं। खासकर अफ्रीकी देशों में इनका प्रकोप अधिक देखा जाता है। हाल में एक नए वायरस मारबर्ग का प्रकोप देखा जा रहा है। इससे मध्य पूर्व अफ्रीकी देश रवांडा में अब तक 26 मामलों की पुष्टि हो चुकी है। बीमार लोगों में से आठ की मौत हो चुकी है। यहां लोगों से अपील की गई है कि वे प्रसार को रोकने में मदद के लिए शारीरिक संपर्क से बचें। वायरस से संक्रमित लोगों के संपर्क में आए लगभग 300 लोगों की भी पहचान (Marburg Virus ) की गई है।
घातक मारबर्ग वायरस (Deadly Marburg Virus)
घातक मारबर्ग वायरस फल चमगादड़ों में उत्पन्न होता है। यह निकट संपर्क के माध्यम से लोगों में फैलता है। संक्रमित व्यक्तियों के शारीरिक तरल पदार्थ या दूषित चादरों जैसी सतहों के साथ निकट संपर्क के माध्यम से लोगों में फैलता है। डब्ल्यूएचओ के अनुसार, तंजानिया, इक्वेटोरियल गिनी, अंगोला, डीआर कांगो, केन्या, दक्षिण अफ्रीका, युगांडा और घाना में अतीत में मारबर्ग प्रकोप और व्यक्तिगत मामले दर्ज किए गए हैं। यह इबोला जैसा ही अत्यधिक संक्रामक है। मारबर्ग वायरस के कारण रक्तस्रावी बुखार होता है। इसका कोई अधिकृत टीका या उपचार नहीं है। सही उपचार नहीं होने पर मरीज की मौत हो जाती है।
मारबर्ग वायरस के लक्षण (Marburg Virus Symptoms)
मारबर्ग वायरस के लक्षणों में बुखार, मांसपेशियों में दर्द, दस्त, उल्टी और कुछ मामलों में अत्यधिक ब्लड लॉस के कारण मृत्यु हो सकती है। एमवीडी एक वायुजनित रोग नहीं है और लक्षण प्रकट होने से पहले इसे संक्रामक नहीं माना जाता है। संक्रमित लोगों और पशुओं के ब्लड और शरीर के तरल पदार्थों के साथ सीधा संपर्क या दूषित सतहों और कपड़ों, बिस्तर और चिकित्सा उपकरणों जैसी सामग्रियों के साथ अप्रत्यक्ष संपर्क एमएआरवी संचरण के कारण हैं।
भारत में क्या है स्थिति (Marburg Virus in India)
भारत में अभी तक कोई मामला सामने नहीं आया है। मारबर्ग वायरस डिजीज मारबर्ग वायरस के कारण होता है, जो कि फिलोविरिडे की जीन का एक रूप है। यह जूनोटिक या पशु-जनित) आरएनए वायरस है।मारबर्ग वायरस के कारण बीमारी मनुष्यों में होने वाली एक दुर्लभ लेकिन गंभीर बीमारी है। सभी दर्ज एमवीडी प्रकोप अफ्रीका में उत्पन्न हुए हैं।
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