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Bihar Monsoon Session: बिहार विधानसभा में बवाल, काले कपड़े, कड़े सवाल और लोकतंत्र पर वार. एसआईआर की आड़ में वोट कटौती? विपक्ष ने खोला मोर्चा
Bihar Monsoon Session: बिहार विधानसभा में बवाल, काले कपड़े, कड़े सवाल और लोकतंत्र पर वार. एसआईआर की आड़ में वोट कटौती? विपक्ष ने खोला मोर्चा
Authored By: Nishant Singh
Published On: Tuesday, July 22, 2025
Last Updated On: Tuesday, July 22, 2025
Bihar Monsoon Session: बिहार विधानसभा का मानसून सत्र इस बार हंगामे और विरोध के नाम रहा. एसआईआर यानी विशेष गहन पुनरीक्षण को लेकर विपक्षी दलों ने सत्ता के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. काले कपड़ों में प्रदर्शन, सीढ़ियों पर बैठा विरोध और आरोपों की झड़ी से राजनीति का पारा चढ़ चुका है. आरजेडी विधायक भाई वीरेंद्र ने आरोप लगाया कि दलितों, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों के वोट जानबूझकर काटे जा रहे हैं. साथ ही, बिहार में अपराध और जातीय एनकाउंटर जैसे गंभीर मुद्दों को लेकर भी सरकार को कटघरे में खड़ा किया गया है.
Authored By: Nishant Singh
Last Updated On: Tuesday, July 22, 2025
Bihar Monsoon Session: बिहार विधानसभा का मानसून सत्र इस बार बहसों से नहीं, बगावत से गूंज उठा. सत्ता के गलियारों में जब काले कपड़े पहने विपक्षी विधायक विधानसभा की सीढ़ियों पर बैठ गए, तब लोकतंत्र की साख पर बड़ा सवाल उठ खड़ा हुआ. विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) को लेकर खड़ा हुआ बवाल अब केवल मतदाता सूची तक सीमित नहीं रहा. यह सीधे-सीधे लोकतांत्रिक ढांचे की नींव को चुनौती देता दिख रहा है. आरजेडी विधायक भाई वीरेंद्र ने सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि अल्पसंख्यकों, दलितों और पिछड़ों के वोट काटे जा रहे हैं. वहीं कानून-व्यवस्था की दुर्दशा पर सवाल उठाते हुए उन्होंने ‘गुंडाराज’ और ‘जात पूछकर एनकाउंटर’ जैसे आरोपों से सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया. सवाल ये है कि क्या वाकई बिहार में लोकतंत्र खतरे में है?
बिहार मानसून सत्र चढ़ा प्रदर्शन के भेंट
बिहार विधानसभा के मानसून सत्र के दूसरे दिन मंगलवार को विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के मुद्दे पर विपक्षी दलों ने प्रदर्शन किया. इस दौरान ‘इंडी गठबंधन’ के विधायक काले कपड़ों में नजर आए और उन्होंने विधानसभा के मुख्य द्वार की सीढ़ियों पर बैठकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की.
दरअसल, बिहार विधानसभा के मुख्य द्वार पर जिस समय विपक्षी विधायकों का प्रदर्शन चल रहा था, उसी दौरान विधानसभा अध्यक्ष नंदकिशोर यादव भी वहां पहुंचे. इसके बाद मार्शलों ने विधायकों को रास्ते से हटाया.
काले कपड़े, कड़ा विरोध: एसआईआर पर गरजा विपक्ष
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के विधायक भाई वीरेंद्र ने एसआईआर को लेकर सरकार पर गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने आईएएनएस से बातचीत में कहा, “बिहार में मतदाता पुनरीक्षण का काम गलत तरीके से हो रहा है. दलितों, अल्पसंख्यकों, पिछड़ों और अति पिछड़ों के वोट काटने की साजिश रची जा रही है. यह लोकतंत्र के लिए खतरा है.”
वोटों की साजिश या लोकतंत्र पर वार?
भाई वीरेंद्र ने बिहार में बढ़ते अपराध पर भी चिंता जताते हुए कहा, “बिहार में अपराध इतना बढ़ गया कि यहां हर शख्स खुद को असुरक्षित महसूस कर रहा है. किसी भी दल का नेता हो या पत्रकार हो या फिर सामाजिक कार्यकर्ता हो, सभी लोग खुद को बिहार के अंदर असुरक्षित महसूस कर रहे हैं. बिहार में गुंडाराज कायम है और इसके खात्मे के लिए आज हमने संकल्प लिया है, इसलिए काले कपड़े पहनकर विरोध जता रहे हैं.”
बिहार में ‘गुंडाराज’? का बड़ा हमला
बिहार की कानून-व्यवस्था की स्थिति पर राजद विधायक ने बात की. उन्होंने कहा, “बिहार में जात पूछकर लोगों के एनकाउंटर किए जा रहे हैं. विपक्ष अपराध और अपराधियों के खिलाफ है, लेकिन अगर किसी की जाति पूछकर हत्या की जाती है, तो ये घटना बर्दाश्त के बाहर है. कुछ पुलिस पदाधिकारी ऐसे हैं, जो सरकार के इशारे पर लोगों की हत्या कर रहे हैं. मैं इतना ही कहूंगा कि बिहार में अपराधियों को पुलिस अधिकारियों द्वारा संरक्षण भी दिया जा रहा है.”
(आईएएनएस इनपुट के साथ)
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