Vishwakarma Puja 2025: पितृ पक्ष में विश्वकर्मा पूजा रहने से क्या पड़ेगा असर
Authored By: स्मिता
Published On: Monday, September 8, 2025
Last Updated On: Monday, September 8, 2025
Vishwakarma Puja 2025 : इस साल पितृ पक्ष 7 सितंबर 2025 से शुरू होकर 21 सितंबर 2025 को खत्म हो रहा है. इसी बीच 17 सितंबर 2025 को विश्वकर्मा पूजा मनाई जाएगी. आम तौर पर विश्वकर्मा पूजा पर नए वाहन आदि खरीदे जाते हैं. इस साल पितृ पक्ष होने के कारण क्या रहेगा असर.
Authored By: स्मिता
Last Updated On: Monday, September 8, 2025
Vishwakarma Puja 2025: विश्वकर्मा पूजा 17 सितंबर को मनाई जाती है. वह दिन जब हिंदू सौर कैलेंडर के अनुसार सूर्य कन्या राशि में प्रवेश करता है. यह तिथि पौराणिक कथाओं के अनुसार, ब्रह्मांड के दिव्य वास्तुकार और निर्माता भगवान विश्वकर्मा के प्रकट होने का प्रतीक है. शिल्प कौशल, इंजीनियरिंग और वास्तुकला में भगवान विश्वकर्मा के अद्वितीय कौशल का सम्मान करने का यह शुभ दिन बनता है. इस साल पितृ पक्ष में पड़ने के कारण विश्वकर्मा पूजा (Vishwakarma Puja) पर क्या असर पड़ेगा.
कब है विश्वकर्मा पूजा और मुहूर्त (Vishwakarma Puja 2025 Date & Muhurt)
17 से 21 सितंबर 2025 तक विश्वकर्मा पूजा आयोजित होती है. इस अवसर पर दिव्य वास्तुकार, कुशल इंजीनियर और कारीगरों, शिल्पकारों, यांत्रिकी और वास्तुकारों के संरक्षक देवता भगवान विश्वकर्मा को श्रद्धांजलि अर्पित की जाती है. ज्योतिषाचार्य पंडित अनिल शास्त्री के अनुसार, आश्विन माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि 17 सितंबर को देर रात 12 बजकर 21 मिनट पर शुरू होगी. वहीं, इसका समापन 17 सितंबर को देर रात 11 बजकर 39 मिनट पर होगा.
पितृ पक्ष का क्या पड़ेगा असर (Vishwakarma Puja 2025 & Pitru Paksha 2025)
विश्वकर्मा पूजा के दिन वाहन खरीदना शुभ माना जाता है. इसलिए इस दिन लोग बड़ी संख्या में वाहन खरीदते हैं. इस साल पितृ पक्ष में विश्वकर्मा पूजा रहने वाला है. मान्यता है कि पितृ पक्ष में कुछ भी खरीदना, खासकर लोहा, जमीन और वाहन नहीं खरीदना चाहिए. ऐसा करने से पितर नाराज हो सकते हैं और परिवार पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है.
पंडित अनिल शास्त्री के अनुसार, जो लोग विश्वकर्मा पूजा के दिन वाहन खरीदना चाहते हैं, तो वे पितृ पक्ष से पहले अपना नया वाहन खरीद लें. यदि ऐसा संभव नहीं हो रहा है और किसी व्यक्ति को विश्वकर्मा पूजा (Vishvakarma Puja) के दिन ही नया वाहन खरीदना है, तो सुबह स्नान करके अपने पितरों के नाम पर तर्पण और दान आदि कर लें. इसके बाद ही नया वाहन खरीदने जाएं. ऐसा करने पर पितर को प्रसन्न किया जा सकता है और पितरों का आशीर्वाद (Pitru Ashirwad) भी हमेशा मिलता रहेगा.
विश्वकर्मा पूजा का महत्व (Vishvakarma Puja Significance)
- विश्वकर्मा पूजा दिव्य वास्तुकार भगवान विश्वकर्मा के प्रति आभार प्रकट करने के लिए मनाई जाती है.
- विश्वकर्मा पूजा शिल्प कौशल, इंजीनियरों, कारीगरों और औद्योगिक श्रमिकों के कुशल श्रम के महत्व का प्रतीक है.
- इस दौरान लोग औज़ारों और मशीनों की पूजा करते हैं.
- रचनात्मकता, समृद्धि, सुरक्षा और अपने तकनीकी प्रयासों में सफलता का आशीर्वाद मांगते हैं.
- यह दिन सभी प्रकार के श्रम के बहुमूल्य योगदान के प्रति सम्मान प्रकट करने के लिए मनाया जाता है. यह नए उद्यमों की शुरुआत का भी प्रतीक है.
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