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तमाम चुनौतियों के बावजूद एक लाख तक पहुंचेगा सेंसेक्स! जानें Morgan Stanley को क्यों है भरोसा
तमाम चुनौतियों के बावजूद एक लाख तक पहुंचेगा सेंसेक्स! जानें Morgan Stanley को क्यों है भरोसा
Authored By: Suman
Published On: Thursday, May 22, 2025
Last Updated On: Friday, May 23, 2025
तमाम चुनौतियों के बावजूद ब्रोकरेज हाउस मॉर्गन स्टैनली (Morgan Stanley) का इस बारे में भरोसा कायम है कि अगले साल बीएसई सेंसेक्स 1 लाख का आंकड़ा पार करेगा.
Authored By: Suman
Last Updated On: Friday, May 23, 2025
India stock market outlook 2025: भारत-पाक में तनाव, अमेरिका के टैरिफ वॉर (Tariff War) जैसी तमाम चुनौतियों के बावजूद ब्रोकरेज हाउस मॉर्गन स्टैनली (Morgan Stanley) का इस बारे में भरोसा कायम है कि अगले साल बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) 1 लाख का आंकड़ा पार करेगा. गुरुवार यानी 22 मई को सेंसेक्स 373 अंकों की गिरावट के साथ 81,323.05 पर खुला. सुबह 9.35 बजे के आसपास सेंसेक्स 869 अंकों की भारी गिरावट के साथ 80,727.11 तक चला गया.
अपने नवीनतम छमाही आउटलुक में ब्रोकरेज हाउस ने कहा कि सितंबर 2024 से जो गिरावट का सिलसिला दिख रहा है वह निवेशकों के लिए खरीद का बढ़िया अवसर है. ब्रोकरेज हाउस ने अपने लक्ष्य को बढ़ाते हुए कहा कि जून 2026 तक सेंसेक्स 89 हजार तक पहुंच सकता है. यही नहीं अगर सब कुछ बेहतर रहा तो इसी समय तक सेंसेक्स 1 लाख का आंकड़ा पार कर जाएगा.
ब्रोकरेज के अनुसार अगर कच्चे तेल (Crude Oil) की कम कीमतें बनी रहीं, ब्याज दरोें में कटौती जारी रही और नीतिगत सुधारों का अच्छा फायदा मिला तो सेंसेक्स इस समय तक एक लाख तक पहुंच सकता है. हालांकि बहुत खराब दशा में यानी वैश्विक स्तर पर सुस्ती, कच्चे तेल की कीमतों में काफी इजाफा आदि सीनारियो में सेंसेक्स गिरकर 70 हजार के लेवल पर भी पहुंच सकता है.
तमाम वैश्विक अनिश्चितताओं के बावजूद मॉर्गन स्टैनली ने कहा कि भारत के फंडामेंटल्स यानी बुनियादी तत्व मजबूत हैं. महंगाई कम है, व्यापारिक शर्तो में सुधार हो रहा है, राजकोषीय मजबूती बनी हुई है और रिजर्व बैंक लगातार ग्रोथ को सपोर्ट कर रहा है. अगले तीन से पांच साल में कंपनियों के नतीजे मध्यम से ऊंचे यानी अच्छे रहने की उम्मीद है. कंपनियों के बहीखाते में सुधार हो रहा है और विवेकाधीन खर्च बढ़ रहे हैं.
मॉर्गन स्टैनली ने सेंसेक्स के लिए प्रति शेयर कमाई (EPS) के अनुमान में भी बढ़त की है. इसका अनुमान है कि वित्त वर्ष 2028 तक सेंसेक्स की कमाई में सालाना 16.8 फीसदी की चक्रवृद्धि बढ़त होगी.
रिपोर्ट के अनुसार, विदेशी निवेशक भारत को लेकर अंडरवेट बने हुए हैं यानी कम निवेश करना चाहते हैं, लेकिन इसके शुरुआती संकेत हैं कि अब रुचि लौटने लगी है. घरेलू निवेशकों की भागीदारी मजबूत बनी हुई है. हाल के गिरावट के दौर के बावजूद बाजार में एक मजबूती का तत्व बना हुआ है.
किन सेक्टर में करना चाहिए निवेश
मॉर्गन स्टैनली ने डिफेंसिव या एक्सपोर्ट ओरिएंटेड शेयरों के मुकाबले घरेलू चक्रीय शेयरों को वरीयता दी है. यह फाइनेंशियल, कंज्यूमर डिस्क्रीनरी, इंडस्ट्रियल शेयरों को लेकर ओवरवेट है यानी निवेश के लिए पसंदीदा है, जबकि एनर्जी, मटीरियल, यूटिलिटी, हेल्थकेयर आदि शेयरों को लेकर अंडरवेट है यानी इनमें निवेश से बचने की सलाह दे रहा है.
(डिस्क्लेमर: शेयर बाजार और निवेश संबंधी खबरें सिर्फ जानकारी के उद्देश्य से दी जाती हैं. इसे निवेश सलाह नहीं मानना चाहिए. किसी भी तरह के निवेश से पहले सेबी रजिस्टर्ड किसी सलाहकार की राय जरूर लें.)