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सारे जहां से अच्छा भारतीय शेयर बाजार, तीन महीने में दिया 16 फीसदी का शानदार रिटर्न
सारे जहां से अच्छा भारतीय शेयर बाजार, तीन महीने में दिया 16 फीसदी का शानदार रिटर्न
Authored By: Suman
Published On: Saturday, June 14, 2025
Last Updated On: Saturday, June 14, 2025
भारतीय शेयर बाजार (Indian Share Market) दुनिया में सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाला मार्केट साबित हुआ है और उसने रिटर्न के मामले में कई विकसित और उभरते बाजारों को पीछे छोड़ दिया है.
Authored By: Suman
Last Updated On: Saturday, June 14, 2025
भारतीय शेयर बाजार (Indian Share Market) दुनिया में सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाला मार्केट साबित हुआ है और उसने रिटर्न के मामले में कई विकसित और उभरते बाजारों को पीछे छोड़ दिया है. बंधन म्यूचुअल फंड के जून 2025 के मार्केट आउटलुक रिपोर्ट में यह बात सामने आई है.
रिपोर्ट के अनुसार मई 2025 तक के तीन महीने में भारतीय शेयर बाजार ने शानदार 16 फीसदी का रिटर्न दिया है. इसकी तुलना में अन्य उभरते बाजारों ने महज 5 फीसदी और वैश्विक तथा विकसित बाजारों ने महज 2-2 फीसदी का रिटर्न दिया है. इन आंकड़ों से भारतीय शेयर बाजार के टिकाउपन और वैश्चिक अनिश्चिचतताओं के बीच भी लगातार जारी निवेशकों की रुचि को दिखाता है.
रिपोर्ट के अनुसार इस दौरान स्मॉलकैप शेयरों (Smallcap Share) का प्रदर्शन सबसे बेहतर रहा. इन तीन महीनों में स्मॉलकैप शेयरों ने करीब 21 फीसदी का रिटर्न दिया है. यही नहीं 20 मार्च के बाद इन शेयरों ने करीब 39 फीसदी और पिछले पांच साल में 36 फीसदी का रिटर्न दिया है. इसकी तुलना में मिडकैप शेयरों (Midcap Share) ने क्रमश: 17 फीसदी, 36 फीसदी और 32 फीसदी का रिटर्न दिया है.
लॉन्ग टर्म में भी बेहतर रिटर्न
अगर पांच साल के लॉन्ग टर्म के समय को देखें तो भी भारतीय शेयर बाजार ने करीब 18 फीसदी का शानदार रिटर्न दिया है. इस दौरान वैश्विक और विकसित बाजारों ने महज 12 फीसदी का रिटर्न दिया है. इस दौरान उभरते बाजारों ने महज 4 फीसदी का रिटर्न दिया, यानी भारतीय बाजारों ने तो उभरते बाजारों की तुलना में 4 गुना से ज्यादा रिटर्न दिया है. इस साल मार्च के निचले स्तर से भारतीय शेयर बाजार ने करीब 23 फीसदी और वैश्विक शेयर बाजारों ने 18 फीसदी का रिटर्न दिया है.
मई महीने में जहां दुनिया के ज्यादातर शेयर बाजारों में तेजी रही वहीं चीन के शेयर बाजार में इस दौरान 2 फीसदी की गिरावट आई है. इस दौरान अगर सेक्टरवार बात करें तो भारत के इंडस्ट्रियल, कैपिटल गुड्स, टेलीकॉम सेक्टर में दो अंकों की शानदार बढ़त देखी गई. हालांकि एफएमसीजी, हेल्थकेयर, आईटी प्रदशर्न में पिछड़ गए.
घरेलू कारक मजबूत
डॉलर में कमजोरी, ब्याज दरों मे कमी और कंपनियों के तिमाही नतीजे बेहतर रहने की वजह से बाजारों की तेजी को दम मिला. सरकार का राजकोषीय घाटा काबू में है और महंगाई काफी नीचे आ गई है. मॉनसून भी इस साल सामान्य से बेहतर रहने की उम्मीद है. इस तरह भारतीय शेयर बाजार के लिए अंतरराष्ट्रीय भू-राजनीतिक तनाव जैसी कई चुनौतियां तो हैं, लेकिन घरेलू स्तर पर चुनौतियां बहुत कम हैं.
इस हफ्ते भारतीय शेयर बाजार में विदेशी निवेशकों का निवेश कुछ सुस्त पड़ा है. विदेशी निवेशकों ने करीब 7.3 करोड़ डॉलर का निवेश किया है. इसके पिछले दो हफ्ते में विदेशी निवेशकों ने करीब 38.8 करोड़ डॉलर का निवेश किया है.