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RBI की रेपो रेट कटौती का फायदा उठाएं, अपने होम लोन की EMI ऐसे घटाएं
RBI की रेपो रेट कटौती का फायदा उठाएं, अपने होम लोन की EMI ऐसे घटाएं
Authored By: Suman
Published On: Tuesday, April 15, 2025
Updated On: Tuesday, April 15, 2025
RBI Repo Rate: अब रेपो रेट घटकर 6 फीसदी रह गया है. इसके बाद अब बैंक इसका लाभ ग्राहकों तक पहुंचाएंगे. यह आपके लिए अच्छा मौका है. आप भी अपने होम लोन की ईएमआई (Home Loan EMI) घटा सकते हैं.
Authored By: Suman
Updated On: Tuesday, April 15, 2025
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने महंगाई में राहत को देखते हुए हाल में रेपो रेट (RBI Repo Rate) में 25 बेसिस पॉइंट यानी चौथाई फीसदी की कटौती की है. अब रेपो रेट घटकर 6 फीसदी रह गया है. इसके बाद अब बैंक इसका लाभ ग्राहकों तक पहुंचाएंगे. कुछ बैंकों ने तो इसकी शुरुआत भी कर दी है. यह आपके लिए अच्छा मौका है. आप भी अपने होम लोन की ईएमआई (Home Loan EMI) घटा सकते हैं. यह कैसे हो सकता है, आइए इसे समझते हैं.
क्या है रेपो रेट
रेपो रेट वह दर है, जिस पर आरबीआई बैंकों को छोटी अवधि के लिए कर्ज देता है. इन दरों में बदलाव का असर बैंक की ब्याज दरों पर भी पड़ता है, जब रेपो रेट कम होता है, तो बैंकों को सस्ते में कर्ज मिल जाता है. इसके बाद बैंक भी ब्याज दर घटाते हैं और आम ग्राहकों को कर्ज की ईएमआई में राहत मिलती है.
रिजर्व बैंक ने इस साल फरवरी और फिर अप्रैल में दो बार रेपो रेट में 25-25 बेसिस पॉइंट की कटौती की है यानी पिछले तीन महीने में ही ब्याज दर में आधा फीसदी की कटौती हो गई है.
किसे मिल सकता है फायदा
रेपो रेट में बदलाव का फायदा सिर्फ उन होम लोन ग्राहकों को मिल सकता है जिन्होंने फ्लोटिंग रेट पर लोन लिया है. अगर किसी ने फिक्स्ड रेट पर लोन लिया है तो इस कटौती का फायदा नहीं मिल पाएगा. अब बैंक अपने फ्लोटिंग रेट वाले होम लोन पर ब्याज दर घटाएंगे और इससे आपकी ईएमआई कम हो जाएगी. हालांकि इसमें थोड़ा समय लग सकता है क्योंकि बैंक अक्सर रेट में बदलाव एक तिमाही में एक बार करते हैं. यह हो सकता है कि आपको पूरे आधा फीसदी की कटौती का लाभ एक साथ मिल जाए.
किस बात की रखनी होगी सावधानी
आपको यह बात ध्यान रखना होगा कि कई बार यह जरूरी नहीं कि बैंक रेट घटने के बाद आपके होम लोन की किस्त ही घटाएं. ऐसा भी होता है कि वे ईएमआई घटाने की जगह आपके लोन की अवधि घटा देते हैं. तो अगर आप चाहते हैं कि आपके लोन की अवधि घटने की जगह ईएमआई ही घट जाए तो आप इसके लिए बैंक में संपर्क कर सकते हैं.
कितनी हो सकती है बचत
मान लीजिए कि किसी ने 20 साल के लिए 40 लाख रुपये का लोन लिया है और उसका ब्याज दर 9 फीसदी था तो ईएमआई 35,989 रुपये बनती थी. अब अगर ब्याज दर 8.5 फीसदी हो जाए तो मासिक किस्त 34,713 रुपये ही रह जाएगी. यानी हर महीने उसकी करीब 1276 रुपये की बचत होगी.
इसी तरह अगर किसी ने महज 25 लाख रुपये का होम लोन लिया है तो 9 फीसदी की दर पर उसकी ईएमआई बनती थी 22,493 रुपये की, लेकिन अब अगर रेट 8.5 फीसदी हो जाए तो उसकी ईएमआई 21,696 रुपये हो जाएगी. यानी ऐसे व्यक्ति को भी हर महीने करीब 797 रुपये की बचत होगी.