PM मोदी के जोशीले संदेश से जागा बिहार! भारत को आर्थिक महाशक्ति बनाने में निभाएगा अग्रणी भूमिका

PM मोदी के जोशीले संदेश से जागा बिहार! भारत को आर्थिक महाशक्ति बनाने में निभाएगा अग्रणी भूमिका

Authored By: सतीश झा

Published On: Friday, June 20, 2025

Last Updated On: Friday, June 20, 2025

PM मोदी के जोशीले भाषण से बिहार में नया जोश, भारत को आर्थिक महाशक्ति बनाने में राज्य की अहम भूमिका को किया उजागर.
PM मोदी के जोशीले भाषण से बिहार में नया जोश, भारत को आर्थिक महाशक्ति बनाने में राज्य की अहम भूमिका को किया उजागर.

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) का हालिया बिहार दौरा केवल एक राजनीतिक कार्यक्रम नहीं, बल्कि बिहार के आत्मविश्वास और भविष्य के लिए ऊर्जा का संचार था. सीवान की जनसभा में दिए गए उनके वक्तव्य – “भारत को आर्थिक महाशक्ति बनाने में बिहार की अहम भूमिका होगी” – ने न केवल जनता को जोश से भर दिया, बल्कि यह संदेश भी दिया कि बिहार अब पिछड़ेपन का प्रतीक नहीं, बल्कि देश की प्रगति का चालक बनने को तैयार है.

Authored By: सतीश झा

Last Updated On: Friday, June 20, 2025

PM Modi Speech Bihar: प्रधानमंत्री ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की छवि, आर्थिक प्रगति और वैश्विक नेताओं की भारत के प्रति सकारात्मक सोच को जिस तरीके से जनता के समक्ष प्रस्तुत किया, वह दर्शाता है कि भारत का उभरता वैश्विक प्रभाव अब केवल महानगरों तक सीमित नहीं, बल्कि हर राज्य और क्षेत्र की भागीदारी से संभव हो रहा है – विशेषकर बिहार जैसे राज्यों से जो दशकों तक राजनीतिक अस्थिरता और सामाजिक चुनौतियों से जूझते रहे.

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) ने बिहार के सीवान में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि भारत तेज़ी से दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी आर्थिक महाशक्ति बनने की ओर अग्रसर है और इस सफर में बिहार की अहम भूमिका होगी. उन्होंने कहा, “मैं कल ही विदेश यात्रा से लौटा हूं और इस दौरान दुनिया के समृद्ध देशों के नेताओं से बातचीत हुई. सभी नेता भारत की तेज़ प्रगति से बहुत प्रभावित हैं। वो भारत को तीसरी बड़ी आर्थिक ताकत के रूप में देख रहे हैं. इसमें बिहार की भूमिका निश्चित रूप से महत्वपूर्ण होगी.”

कभी पलायन का प्रतीक, अब परिवर्तन की मिसाल

पीएम मोदी ने अपनी बातों में जिस “जंगलराज” और “पलायन” के दौर का उल्लेख किया, वह एक कड़वा सच है जिसे बिहार ने सालों तक झेला। लेकिन आज बिहार की तस्वीर बदल रही है – शिक्षा, बुनियादी ढांचे, कनेक्टिविटी और उद्यमिता जैसे क्षेत्रों में सुधार देखने को मिल रहा है. यह परिवर्तन नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार और केंद्र सरकार के सहयोग से संभव हुआ है. प्रधानमंत्री का यह कहना कि उन्होंने “बहुत कुछ किया है, लेकिन इतने से संतुष्ट नहीं होंगे” – यह राजनीतिक संकल्प नहीं, विकास का रोडमैप है.

बिहार के विकास में NDA सरकार की भूमिका

प्रधानमंत्री ने बिहार में नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) के नेतृत्व वाली एनडीए (NDA) सरकार की सराहना करते हुए कहा, “पहले जिन लोगों ने बिहार को लूटा, उन्होंने गरीबी को इस राज्य का दुर्भाग्य बना दिया. लेकिन अनेक चुनौतियों को पार करते हुए, नीतीश जी के नेतृत्व में बिहार को विकास की पटरी पर फिर से लाया गया है.” उन्होंने भरोसा दिलाते हुए कहा, “हमने अब तक बहुत कुछ किया है, कर भी रहे हैं और आगे भी करते रहेंगे. लेकिन मोदी इतने से रुकने वाला नहीं है, मुझे अभी बिहार के लिए और भी बहुत कुछ करना है.”

लालटेन और पंजे पर सीधा हमला

प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) ने विपक्ष पर करारा हमला बोलते हुए कहा,”बिहार के लोगों ने कभी भी अपने स्वाभिमान से समझौता नहीं किया. लेकिन, पंजे और लालटेन वालों ने मिलकर बिहार के स्वाभिमान को गहरी ठेस पहुंचाई है.” उन्होंने कहा कि बिहार के नौजवानों ने ‘जंगलराज’ का दौर केवल किस्सों में सुना है, क्योंकि आज का बिहार उस अंधेरे युग को पीछे छोड़ चुका है.

बिहार का गौरव फिर लौटेगा

प्रधानमंत्री ने कहा, “जिस बिहार ने कभी भारत को सदियों तक प्रगति का नेतृत्व दिया, उसी बिहार को पंजे और लालटेन के गठजोड़ ने पलायन का प्रतीक बना दिया था.” जोर देते हुए कहा कि आज बिहार के लोग ‘जंगलराज’ को जड़ से उखाड़ चुके हैं, और यही बिहार के सामर्थ्य और भविष्य का प्रमाण है.

क्या जरूरी है अब?

  • अब जब प्रधानमंत्री ने बिहार को आर्थिक विकास की धुरी के रूप में प्रस्तुत किया है, तो यह ज़रूरी है कि:
  • उद्योग और निवेश को प्रोत्साहन मिले, ताकि युवाओं को राज्य में ही रोजगार उपलब्ध हो.
  • शिक्षा और स्वास्थ्य के ढांचे को और सुदृढ़ किया जाए, ताकि मानव संसाधन का अधिकतम उपयोग हो सके.
  • बुनियादी ढांचे में तेजी लाई जाए, विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों में.
  • नवाचार और स्टार्टअप को प्रोत्साहन मिले, जिससे स्थानीय उद्यम विकसित हो सकें.

प्रधानमंत्री का यह दौरा आगामी समय में बिहार के राजनीतिक समीकरणों पर बड़ा असर डाल सकता है, खासकर जब राज्य विकास और रोजगार जैसे मुद्दों पर केंद्र सरकार से और अधिक अपेक्षाएं रखता है.

About the Author: सतीश झा
सतीश झा की लेखनी में समाज की जमीनी सच्चाई और प्रगतिशील दृष्टिकोण का मेल दिखाई देता है। बीते 20 वर्षों में राजनीति, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय समाचारों के साथ-साथ राज्यों की खबरों पर व्यापक और गहन लेखन किया है। उनकी विशेषता समसामयिक विषयों को सरल भाषा में प्रस्तुत करना और पाठकों तक सटीक जानकारी पहुंचाना है। राजनीति से लेकर अंतरराष्ट्रीय मुद्दों तक, उनकी गहन पकड़ और निष्पक्षता ने उन्हें पत्रकारिता जगत में एक विशिष्ट पहचान दिलाई है
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