SIR पर बयानबाजी करते करते खुद लपेटे में ऐसे आए तेजस्वी यादव, अब करना होगा इस FIR का सामना

Authored By: सतीश झा

Published On: Monday, August 4, 2025

Last Updated On: Monday, August 4, 2025

SIR बयान पर विवाद में फंसे तेजस्वी यादव, दर्ज हुई FIR
SIR बयान पर विवाद में फंसे तेजस्वी यादव, दर्ज हुई FIR

बिहार विधानसभा (Bihar Assembly) में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) एक बार फिर विवादों में घिरते नजर आ रहे हैं. उन पर दो अलग-अलग वोटर कार्ड रखने का आरोप लगा है. इस मामले में पटना के दीघा थाना में शिकायत दर्ज कराई गई है.

Authored By: सतीश झा

Last Updated On: Monday, August 4, 2025

SIR:  जानकारी के अनुसार, एक वकील राजीव रंजन ने तेजस्वी यादव के खिलाफ शिकायत दी है कि उनके पास दो मतदाता पहचान पत्र हैं, जिनके नंबर अलग-अलग हैं. इससे पहले भारतीय चुनाव आयोग (Election Commission of India) ने तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) को नोटिस भेजा था. मामला उस वक्त सुर्खियों में आया जब तेजस्वी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान दावा किया कि उनका नाम मतदाता सूची से गायब है. उन्होंने एक ईपीआईसी नंबर (EPIC) दिखाकर कहा था कि वह नंबर ऑनलाइन सर्च करने पर “कोई रिकॉर्ड नहीं मिला” दिखा रहा है.

लेकिन चुनाव आयोग ने इस दावे का खंडन करते हुए कहा कि तेजस्वी यादव का नाम अब भी वोटर लिस्ट में मौजूद है और उनकी सही मतदाता पहचान संख्या RAB0456228 है, जो पटना के बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय स्थित मतदान केंद्र संख्या 204 के क्रमांक 416 पर दर्ज है.

एसडीएम ने भी तेजस्वी के दावे को बताया गलत

पटना सदर के अनुविभागीय दंडाधिकारी (SDM) और दीघा विधानसभा क्षेत्र के निर्वाचक पंजीकरण अधिकारी ने तेजस्वी यादव को पत्र लिखकर कहा है कि आपके द्वारा प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिखाया गया ईपीआईसी नंबर आधिकारिक रूप से जारी नहीं किया गया था. आपसे अनुरोध है कि मूल कार्ड की प्रति जांच के लिए प्रस्तुत करें.”

इस पर तेजस्वी ने आरोप लगाया कि उनका ईपीआईसी नंबर “बदल दिया गया है”. हालांकि, जिलाधिकारी त्यागराज एस एम ने तेजस्वी के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि वोटर लिस्ट में दर्ज ईपीआईसी वही है, जो उन्होंने 2020 विधानसभा चुनाव के समय अपने शपथपत्र में दिया था. अगर उनके पास किसी अन्य नंबर का ईपीआईसी कार्ड है, तो यह गंभीर जांच का विषय है.”

चुनाव से पहले गरमा रही है सियासत

बिहार में आगामी विधानसभा चुनावों से पहले मतदाता सूची को लेकर विवाद लगातार गहराता जा रहा है. विपक्ष जहां बीजेपी और सहयोगी दलों पर मनमाने ढंग से नाम हटाने का आरोप लगा रहा है, वहीं अब तेजस्वी यादव खुद शक के घेरे में हैं.

अगर जांच में दो वोटर आईडी रखने का आरोप सही पाया गया, तो यह न केवल नैतिक बल्कि कानूनी रूप से भी तेजस्वी यादव की परेशानी बढ़ा सकता है.

SIR विवाद में FIR के घेरे में आए नेता विपक्ष

नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की ओर से “SIR” को लेकर की गई बयानबाज़ी अब उन्हीं पर भारी पड़ती नजर आ रही है. इस बयान को लेकर उनके खिलाफ FIR दर्ज कर दी गई है, जिससे तेजस्वी अब कानूनी पचड़े में फंसते दिख रहे हैं. तेजस्वी यादव ने हाल ही में एक जनसभा में “SIR” शब्द को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) और सत्तारूढ़ गठबंधन पर तीखा हमला किया था. उन्होंने आरोप लगाया था कि SIR का मतलब ही ‘संघियों की इच्‍छा पूरी करने वाला राजनेता’ हो गया है. इस बयान को लेकर राजनीतिक गलियारों में बवाल मच गया, और कई संगठनों ने इसे अपमानजनक करार दिया.

अब इस विवादास्पद टिप्पणी को लेकर पटना के एक थाने में तेजस्वी यादव के खिलाफ FIR दर्ज की गई है. शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया है कि तेजस्वी का बयान न सिर्फ अपमानजनक है, बल्कि यह सामाजिक सौहार्द को भी प्रभावित करने वाला है. FIR में भारतीय दंड संहिता की कई धाराओं को शामिल किया गया है, जिनमें मानहानि और भड़काऊ भाषण से संबंधित प्रावधान प्रमुख हैं.



About the Author: सतीश झा
सतीश झा की लेखनी में समाज की जमीनी सच्चाई और प्रगतिशील दृष्टिकोण का मेल दिखाई देता है। बीते 20 वर्षों में राजनीति, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय समाचारों के साथ-साथ राज्यों की खबरों पर व्यापक और गहन लेखन किया है। उनकी विशेषता समसामयिक विषयों को सरल भाषा में प्रस्तुत करना और पाठकों तक सटीक जानकारी पहुंचाना है। राजनीति से लेकर अंतरराष्ट्रीय मुद्दों तक, उनकी गहन पकड़ और निष्पक्षता ने उन्हें पत्रकारिता जगत में एक विशिष्ट पहचान दिलाई है


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