Carbide Gun: क्या है ₹150 की कार्बाइड गन, जिसने ली कई मासूमों की जान!
Authored By: Ranjan Gupta
Published On: Friday, October 24, 2025
Updated On: Friday, October 24, 2025
Carbide Gun: कार्बाइड गन में कैल्शियम कार्बाइड, पानी और प्लास्टिक पाइप का इस्तेमाल किया जाता है. जब कार्बाइड और पानी की प्रतिक्रिया होती है तो गैस बनती है, जिसे आग लगाकर जोरदार धमाका किया जाता है. इस दौरान तेज आवाज, धुआं और चिंगारियां निकलती हैं.
Authored By: Ranjan Gupta
Updated On: Friday, October 24, 2025
What is Carbide Gun: कार्बाइड बम घरेलू सामानों से बनने वाला एक विस्फोटक उपकरण है जो पानी के संपर्क में आने पर माहौल में ज्वलनशील गैस उत्पन्न कर देता है और छोटी सी चिंगारी से भी तेज धमाका कर सकता है. आमतौर पर इसे खेल-कूद या शरारत के रूप में प्रयोग करने से गंभीर शारीरिक चोटें, आंखों की चोटें और स्थायी सुनने की हानि हो सकती है. पाइप टूटने पर निकलने वाले प्लास्टिक के छर्रे और आग दोनों आसपास के लोगों, पशुओं और संपत्ति के लिए जोखिम पैदा करते हैं. इसलिए ऐसी किसी भी चीज़ का प्रयोग न करें.
अगर हादसा हो तो तत्काल पानी से धुलाई करें और आंख या अन्य चोटों के लिए सीधे नेत्र अस्पताल/आपात सेवा से संपर्क करें. आईये जानते आखिर क्या है यह कार्बाइड गन यानी कि देसी जुगाड़. कार्बाइड गन असल में रक्षा निर्माणी या फिर कोई फैक्ट्री में बना हथियार नहीं बल्कि एक बेहद खतरनाक देसी प्रयोग है, जिससे पुराने समय में लोग मवेशी और जंगली जानवरों को भगाने के लिए बनाते थे.
कार्बाइड बम क्या होता है और यह क्यों खतरनाक है?
कार्बाइड बम एक अस्थायी रूप से तैयार किया जाने वाला उपकरण है, जिसे कुछ लोग मज़ाक या पटाखे की तरह इस्तेमाल करने की गलती करते हैं. इसमें होने वाली रासायनिक प्रतिक्रिया बेहद खतरनाक होती है, इसलिए इसे किसी भी हाल में बनाना या उपयोग करना उचित नहीं है.
जब कैल्शियम कार्बाइड नामक पदार्थ पानी के संपर्क में आता है, तो यह एक गैस छोड़ता है जिसे एसीटिलीन कहा जाता है. यह गैस अत्यधिक ज्वलनशील होती है और इससे ज़रा सी चिंगारी भी बड़ा विस्फोट कर सकती है. विस्फोट के समय यह बहुत तीव्र गर्मी उत्पन्न करती है, जो आग लगने या गंभीर चोट का कारण बन सकती है. औद्योगिक कार्यों में एसीटिलीन का इस्तेमाल नियंत्रित परिस्थितियों में ही किया जाता है.
कितना खतरनाक है यह बम ?
कैल्शियम कार्बाइड अकेले खतरनाक नहीं है. यह जब पानी के संपर्क में आता है तो एसीटिलीन नामक तीखी गंध वाली गैस बनती है. यह अत्यधिक ज्वलनशील और विस्फोटक है. जलने पर इसकी लपटें 3200 डिग्री सेल्सियस तक गर्म होती है. वेल्डिंग के लिए इस्तेमाल के दौरान इसे एसीटोन नामक रसायन में डूबोकर रखा जाता है ताकि विस्फोट न हो.
कार्बाइड पटाखों से जोखिम और खतरे
विस्फोट होने और पाइप टूटने पर निकलने वाले प्लास्टिक के छोटे-छोटे जैसे छर्रे, सीधे शरीर में खासकर आंखों में घुसकर गंभीर चोटें पहुंचाते हैं. इससे चेहरे, आंखों और कॉर्निया को गंभीर क्षति पहुंचती है, साथ ही यह दिमाग और नर्वस सिस्टम के लिए भी घातक है. कई मामलों में लोगों की आंख की पुतली फटने तक की स्थिति बन गई, जिसकी वजह से उन्हें तुरंत सर्जरी करानी पड़ी.
- अचानक और अनियंत्रित विस्फोट से गंभीर चोट का खतरा.
- तेज आवाज सुनने की क्षमता को स्थायी नुकसान.
- आग लगने, आसपास के पशुओं और संपत्ति को नुकसान का खतरा.
ये हैं बचाव
कार्बाइड पटाखों में अत्यधिक रासायनिक तत्व होते हैं जो आंखों की सतह को जला देते हैं. ऐसे में तुरंत पानी से आंख धोनी चाहिए और एक आंख बंद करके यह जांचें कि रोशनी दिखाई दे रही है या नहीं. अगर जलन, दर्द या धुंधलापन महसूस हो तो देर न करें और तुरंत नजदीकी नेत्र अस्पताल जाएं. पटाखे फोड़ते समय सावधानी बरतें, कार्बाइड जैसे रासायनिक पटाखों से बचें और आंखों पर सुरक्षात्मक चश्मे का इस्तेमाल करें.
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