हेयर फॉल से हैं परेशान? डर्मेटोलॉजिस्ट ने बताया ये हो सकता है बड़ी वजह, जानें उन्होंने क्या कहा?
Authored By: Galgotias Times Bureau
Published On: Wednesday, December 17, 2025
Updated On: Wednesday, December 17, 2025
बाल झड़ने की वजह सिर्फ तनाव नहीं होती. त्वचा विशेषज्ञ बताते हैं कि प्रदूषण भी बालों को नुकसान पहुंचाता है. हवा में मौजूद धूल, धुआं और गंदगी खोपड़ी और बालों की जड़ों को कमजोर कर देती है. सही देखभाल अपनाकर प्रदूषण के असर को कम किया जा सकता है.
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Updated On: Wednesday, December 17, 2025
Hair Fall Problem: शहरों में रहने वाले लोगों में बाल झड़ना अब बहुत आम हो गया है. आमतौर पर लोग इसे तनाव या हार्मोन की समस्या मानते हैं, लेकिन प्रदूषण भी इसका एक बड़ा कारण है. हवा में मौजूद धुआं, धूल और जहरीली गैसें बालों पर जम जाती हैं. ये गंदगी सिर्फ बालों को ही नहीं, बल्कि खोपड़ी और बालों की जड़ों को भी नुकसान पहुंचाती है. इससे बाल कमजोर होकर पतले होने लगते हैं और उनकी क्वालिटी भी खराब हो जाती है. लगातार प्रदूषण के संपर्क में रहने से बाल बेजान और रूखे दिखने लगते हैं. इसलिए जरूरी है कि जैसे हम त्वचा की देखभाल करते हैं, वैसे ही नियमित रूप से बालों की भी सही देखभाल करें.
प्रदूषण बालों को कैसे नुकसान पहुंचाता है?
त्वचा विशेषज्ञ डॉ. प्रवीण बनोडकर बताते हैं कि हमारी खोपड़ी कोई साधारण त्वचा नहीं होती, बल्कि एक जीवित अंग है. इसमें तेल बनाने वाली ग्रंथियां, अच्छे बैक्टीरिया और बालों की जड़ें होती हैं. जब खोपड़ी प्रदूषण में मौजूद धूल, धुआं और हानिकारक कणों के संपर्क में आती है, तो इसका संतुलन बिगड़ जाता है. इससे तेल का स्तर बदल सकता है, खोपड़ी कमजोर हो सकती है और बालों की जड़ों पर असर पड़ता है. नतीजतन बाल झड़ने लगते हैं, पतले हो जाते हैं और उनकी सेहत धीरे-धीरे खराब होने लगती है.
सूजन से कैसे बढ़ता है बालों का झड़ना?
हवा में मौजूद प्रदूषण खोपड़ी की त्वचा, बालों की जड़ों, तेल बनाने वाली ग्रंथियों और त्वचा की सुरक्षा परत में लंबे समय तक सूजन पैदा कर सकता है. जब खोपड़ी में सूजन रहती है, तो बालों की जड़ों का काम सही से नहीं हो पाता. इसकी वजह से बाल बढ़ने की बजाय झड़ने की अवस्था में पहुंच जाते हैं. इस स्थिति में बाल सामान्य से ज्यादा गिरने लगते हैं. डॉक्टर इसे टेलोजेन एफ्लुवियम कहते हैं, जिसमें अचानक और तेज़ी से बाल झड़ने की समस्या देखने को मिलती है.
कमजोर जड़ों से क्यों खराब होते हैं बाल?
जब बालों की जड़ें कमजोर हो जाती हैं, तो बालों का झड़ना बढ़ने लगता है. प्रदूषण की वजह से जड़ों में ऑक्सीडेटिव तनाव पैदा होता है, जिससे बालों की बढ़त धीमी हो जाती है. इससे बालों की जड़ें खुरदरी और कमजोर बन जाती हैं. नतीजतन बाल रूखे हो जाते हैं, आसानी से टूटने लगते हैं और दोमुंहे भी हो जाते हैं. उनकी प्राकृतिक चमक खत्म हो जाती है. यहां तक कि बाल धोने के बाद भी वे बेजान, उलझे और गंदे से नजर आते हैं.
गंदगी जमने से कैसे बढ़ता है बालों का झड़ना?
प्रदूषण की वजह से सिर की त्वचा पर धूल-मिट्टी और गंदगी जमा हो जाती है. इससे सिर का तेल संतुलन बिगड़ जाता है. जड़ें ज्यादा तैलीय हो जाती हैं, जबकि बालों की लंबाई रूखी रहने लगती है. यह स्थिति रूसी, खुजली और लालिमा की समस्या पैदा करती है, खासकर जब गर्मी और पसीना भी हो. डॉक्टर बताते हैं कि लगातार हेलमेट पहनना भी बालों के लिए नुकसानदायक हो सकता है. पसीना, खराब पानी और ज्यादा स्टाइलिंग प्रोडक्ट्स मिलकर रोमछिद्र बंद कर देते हैं, जिससे बाल ज्यादा टूटने और झड़ने लगते हैं.
प्रदूषण से बालों की सुरक्षा कैसे करें?
हालांकि प्रदूषण को पूरी तरह रोकना हमारे हाथ में नहीं है, लेकिन बालों को होने वाले नुकसान से बचाव किया जा सकता है. डॉक्टर हल्के और माइल्ड क्लेंजर से सिर की नियमित सफाई करने की सलाह देते हैं, ताकि पसीने और प्रदूषण से जमा गंदगी हट सके. विटामिन C और नियासिनमाइड जैसे एंटीऑक्सीडेंट्स का इस्तेमाल करें, ये सूजन कम करने में मदद करते हैं. बालों को बहुत टाइट न बांधें, इससे घर्षण और धूल जमने की समस्या बढ़ती है. अगर बाल अचानक ज्यादा झड़ें, पतले हों या रूसी बढ़े, तो त्वचा विशेषज्ञ से जरूर सलाह लें.
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