Cancer Genome Database : IIT Madras ने भारत में कैंसर अनुसंधान को बढ़ाने के लिए लॉन्च किया पहला कैंसर जीनोम डेटाबेस

Cancer Genome Database : IIT Madras ने भारत में कैंसर अनुसंधान को बढ़ाने के लिए लॉन्च किया पहला कैंसर जीनोम डेटाबेस

Authored By: स्मिता

Published On: Wednesday, February 12, 2025

Updated On: Wednesday, February 12, 2025

IIT Madras ne Bharat me pehla Cancer Genome Database launch kiya
IIT Madras ne Bharat me pehla Cancer Genome Database launch kiya

भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) की एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत में कैंसर से पीड़ित लोगों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है. इसलिए हाल में कैंसर अनुसंधान बढ़ाने के लिए आईआईटी मद्रास ने अपनी तरह का पहला कैंसर जीनोम डेटाबेस (Cancer Genome Database) लॉन्च किया है.

Authored By: स्मिता

Updated On: Wednesday, February 12, 2025

Cancer Genome Database: भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) की एक रिपोर्ट से पता चलता है कि भारत में कैंसर से पीड़ित लोगों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है. भारत के नौ में से एक व्यक्ति को अपने जीवनकाल में कैंसर होने की संभावना है. वैज्ञानिकों के सामने कैंसर एक बड़ी चुनौती है. भारतीय स्वास्थ्य सेवाएं भी कैंसर के इलाज के लिए पर्याप्त नहीं हैं. तंबाकू के उपयोग के कारण मृत्यु दर भी बहुत अधिक है. कैंसर के पर्याप्त इलाज के लिए कैंसर पर रिसर्च करना जरूरी है. इसलिए आईटी मद्रास ने भारत में कैंसर अनुसंधान में तेजी लाने के लिए अपनी तरह का पहला कैंसर जीनोम डेटाबेस (Cancer Genome Database) लॉन्च किया।

भारत में कैंसर से पीड़ित लोगों का क्या है आंकड़ा (Data of Cancer Patient in India)

आईटी मद्रास ने भारत में कैंसर अनुसंधान को बदलने के लिए अपनी तरह का पहला कैंसर जीनोम डेटाबेस लॉन्च किया. कैंसर वैश्विक स्तर पर सबसे घातक स्वास्थ्य समस्याओं में से एक है. हाल ही भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) की एक रिपोर्ट ने भी इस ओर संकेत दिया गया है. राष्ट्रीय कैंसर रजिस्ट्री कार्यक्रम के अनुसार, भारत में नौ में से एक व्यक्ति को अपने जीवनकाल में कैंसर होने की संभावना है. वर्तमान में 14,61,427 लोग कैंसर से पीड़ित हैं.

कैंसर जीनोम कार्यक्रम (Cancer Genome Programme)

भारत में कैंसर के बहुत अधिक मरीज होने के बावजूद वैश्विक कैंसर जीनोम अध्ययनों में भारत का प्रतिनिधित्व कम रहा है. भारत में प्रचलित कैंसर की जीनोमिक संरचना के अभाव में भारतीय कैंसर के विशिष्ट आनुवंशिक वेरिएंट को किसी भी डायग्नोस्टिक किट और दवा विकास के लिए पर्याप्त रूप से कैप्चर और सूचीबद्ध नहीं किया जाता है.

भारत में विभिन्न कैंसर के लिए जीनोमिक परिदृश्य में अंतर को भरने के लिए IIT मद्रास ने 2020 में कैंसर जीनोम कार्यक्रम शुरू किया. इस कार्यक्रम के तहत देश भर में एकत्र किए गए 480 स्तन कैंसर रोगी ऊतक नमूनों से इस अनुसंधान को बढ़ावा दिया गया.

भारत कैंसर जीनोम एटलस (BCGA)

IIT मद्रास ने मुंबई के कर्किनोस हेल्थकेयर, चेन्नई ब्रेस्ट क्लिनिक और कैंसर रिसर्च एंड रिलीफ ट्रस्ट, चेन्नई के सहयोग से डेटा का विश्लेषण किया और भारतीय स्तन कैंसर के नमूनों से आनुवंशिक वेरिएंट का डेटा तैयार किया. आईआईटी मद्रास के निदेशक प्रो. वी. कामकोटि ने ‘भारत कैंसर जीनोम एटलस’ (BCGA) जारी किया. संस्थान ने इस डेटाबेस को भारत और विदेशों में शोधकर्ताओं और चिकित्सकों के लिए bcga.iitm.ac.in पर सार्वजनिक रूप से सुलभ बना दिया है.

क्या है कैंसर जीनोमिक्स अनुसंधान (Cancer Genomics Research)?

कैंसर जीनोम (Cancer Genome) यानी कैंसर कोशिकाओं के सभी डीएनए के अध्ययन ने कैंसर के विकास को संचालित करने वाले जीनोमिक परिवर्तनों की जटिलता को उजागर किया है. इसने कैंसर के विकास और प्रगति के बारे में हमारी समझ को बहुत बढ़ा दिया है.

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स्मिता धर्म-अध्यात्म, संस्कृति-साहित्य, और स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों पर शोधपरक और प्रभावशाली पत्रकारिता में एक विशिष्ट नाम हैं। पत्रकारिता के क्षेत्र में उनका लंबा अनुभव समसामयिक और जटिल विषयों को सरल और नए दृष्टिकोण के साथ प्रस्तुत करने में उनकी दक्षता को उजागर करता है। धर्म और आध्यात्मिकता के साथ-साथ भारतीय संस्कृति और साहित्य के विविध पहलुओं को समझने और प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत करने में उन्होंने विशेषज्ञता हासिल की है। स्वास्थ्य, जीवनशैली, और समाज से जुड़े मुद्दों पर उनके लेख सटीक और उपयोगी जानकारी प्रदान करते हैं। उनकी लेखनी गहराई से शोध पर आधारित होती है और पाठकों से सहजता से जुड़ने का अनोखा कौशल रखती है।
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