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Cancer Treatment : जानलेवा बीमारी कैंसर से बचाव के लिए इसकी वजह और इलाज के बारे में जानना जरूरी
Cancer Treatment : जानलेवा बीमारी कैंसर से बचाव के लिए इसकी वजह और इलाज के बारे में जानना जरूरी
Authored By: स्मिता
Published On: Monday, February 3, 2025
Updated On: Monday, February 3, 2025
कोशिकाओं के अंदर डीएनए में परिवर्तन के कारण कई तरह का कैंसर हो सकता है. कुछ कैंसर का इलाज (Cancer Treatment) संभव है, तो कुछ कैंसर के कारण मौत हो जाती है. कुछ उपाय अपनाकर कुछ हद तक कैंसर से बचाव किया जा सकता है.
Authored By: स्मिता
Updated On: Monday, February 3, 2025
Cancer Treatment: ‘कैंसर’ शब्द लैटिन के ‘क्रैब’ शब्द से आया है. क्या आपको पता है कि कैंसर का सबसे पहले वर्णन प्राचीन मिस्रवासियों ने किया था. अमेरिकन असोसिएशन ऑफ़ कैंसर रिसर्च जर्नल के अनुसार, दुनिया भर में धूम्रपान के कारण होने वाले फेफड़ों के कैंसर के मामलों की तुलना में इनडोर टैनिंग के कारण त्वचा कैंसर के मामले अधिक हैं. यह जानना भी जरूरी है कि सभी कैंसरों में से आधे से अधिक को रोका जा सकता है. इस आलेख में जानते हैं कि क्या है कैंसर की वजह और क्या है इसका इलाज.
कैंसर की वजह (Cause of Cancer)
द जर्नल कैंसर के अनुसार, कैंसर कोशिकाओं के अंदर डीएनए में परिवर्तन (mutation) के कारण होता है. एक कोशिका के अंदर डीएनए को बड़ी संख्या में अलग-अलग जीन में पैक किया जाता है, जिनमें से प्रत्येक में निर्देशों का एक सेट होता है. यह कोशिका को बताता है कि उसे क्या कार्य करना है, साथ ही कैसे बढ़ना और विभाजित होना है. कैंसर होने की कई वजह हो सकती है.
- आनुवंशिकी या जीन. कैंसर सिंड्रोम भी इसके कारण ही होता है.
- फिजिकल और केमिकल एजेंट. धूम्रपान और अन्य सामग्री इसके कारण हो सकते हैं.
- जीवनशैली. इसमें अहम भूमिका शराब का सेवन औए खराब आहार प्रमुख हो सकते हैं.
- हार्मोन.
- संक्रमण और सूजन. वायरस, बैक्टीरिया और अन्य प्रीडेटर कैंसर होने में प्रमुख भूमिका निभाते हैं.
- रेडियेशन ख़ास कर नॉन-आयोनाईजेशन रेडियेशन.
- अंग प्रत्यारोपण जैसे दुर्लभ कारण भी कैंसर की वजह बन सकते हैं.
कैंसर के प्रकार (Types of Cancer)
द जर्नल कैंसर में प्रकाशित स्टडी के अनुसार, कोशिका की संरचना, कार्य और व्यवहार को डीएनए निर्धारित करता है. इसे नुकसान पहुंचाने पर जीन म्युटेशन हो सकता है. म्युटेशन के कारण जीन ठीक से काम नहीं करते हैं, क्योंकि उनके डीएनए में दिए गए निर्देश आपस में मिल जाते हैं. इससे आराम कर रही कोशिकाएं अनियंत्रित रूप से विभाजित और विकसित होने लग सकती हैं. इससे कई प्रकार के कैंसर हो सकते हैं. कैंसर के मुख्य प्रकार हैं -कार्सिनोमा, सारकोमा, मेलेनोमा, लिम्फोमा और ल्यूकेमिया. कार्सिनोमा – सबसे आम तौर पर निदान किए जाने वाले कैंसर हैं. इसके कारण त्वचा, फेफड़े, स्तन, अग्न्याशय और अन्य अंगों और ग्रंथियों में कैंसर हो जाता है. लिम्फोमा लिम्फोसाइटों का कैंसर है. ल्यूकेमिया ब्लड कैंसर है. वर्ल्ड हेल्थ ओर्गेनाइज़ेशन के आंकड़ों के अनुसार, फेफड़े और ब्रोन्कस कैंसर (Worst Types of Cancer) सबसे ज़्यादा मौतों के लिए ज़िम्मेदार है. इस बीमारी से 125,070 लोगों के मरने की आशंका है. यह कोलोरेक्टल कैंसर के कारण होने वाली 53,010 मौतों से लगभग तीन गुना ज़्यादा है, जो कैंसर से होने वाली मौतों का दूसरा सबसे आम कारण है. अग्नाशय कैंसर (Pancreatic cancer) तीसरा सबसे घातक कैंसर है, जिसके कारण 51,750 मौतें होती हैं.
कैंसर के उपचार (Cancer Treatment)
अमेरिकन असोसिएशन ऑफ़ कैंसर रिसर्च के अनुसार, कैंसर का उपचार सर्जरी, कीमोथेरेपी, रेडिएशन थेरेपी, इम्यूनोथेरेपी, स्टेम सेल या बोन मैरो ट्रांसप्लांट, हार्मोन थेरेपी के माध्यम से किया जाता है. प्रोस्टेट, थायरॉयड, टेस्टिकुलर, मेलेनोमा, ब्रेस्ट कैंसर इलाज योग्य कैंसर (curable Cancer) है. अग्नाशय कैंसर, एसोफैजियल कैंसर, लिवर कैंसर-इंट्राहेपेटिक पित्त नली का कैंसर, फेफड़ों का कैंसर-ब्रोन्कस कैंसर, एक्यूट माइलॉयड ल्यूकेमिया, ब्रेन कैंसर और अन्य तंत्रिका तंत्र कैंसर, पेट का कैंसर, डिम्बग्रंथि का कैंसर सबसे घातक कैंसर (Deadliest Cancer) है. ज्यादातर मामलों में ये लाइलाज बन जाते हैं.
कैंसर से बचाव (Cancer Prevention)
अमेरिकन असोसिएशन ऑफ़ कैंसर रिसर्च के अनुसार, कैंसर से बचाव के लिए सबसे पहले स्मोकिंग नहीं करें और शराब का सेवन न के बराबर करें। नियमित रूप से व्यायाम कर स्वस्थ वजन बनाए रखें। स्वस्थ आहार लें। यदि हो सके तो खुद को दोपहर की धूप से बचाएं। खुद को संक्रमण से बचाएं। नियमित रूप से कैंसर स्क्रीनिंग टेस्ट करवाएं।
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