CRIB : बंगलुरू में एक रेयर ब्लड ग्रुप की हुई खोज

Authored By: स्मिता

Published On: Wednesday, August 6, 2025

Last Updated On: Wednesday, August 6, 2025

CRIB लैब में दुर्लभ ब्लड ग्रुप की खोज करते हुए वैज्ञानिकों की तस्वीर – बंगलुरू.
CRIB लैब में दुर्लभ ब्लड ग्रुप की खोज करते हुए वैज्ञानिकों की तस्वीर – बंगलुरू.

दस महीनों के शोध के बाद अंतर्राष्ट्रीय वैज्ञानिकों ने क्रोमर (CR) ब्लड ग्रुप प्रणाली में एक नए ब्लड ग्रुप की पहचान की है. यह ब्लड ग्रुप CRIB दुनिया भर में बंगलूरू की एकमात्र महिला में पाया गया है. इसमें ‘CR’ क्रोमर का और ‘IB भारत, बंगलुरू का नाम दिया गया है.

Authored By: स्मिता

Last Updated On: Wednesday, August 6, 2025

भारत में हाल में बंगलुरू की एक महिला में रेयर ब्लड ग्रुप पाया गया है (CRIB) . यह दुनिया भर में एक अकेले व्यक्ति को ब्लड ग्रुप है. मानक ABO और Rh प्रणाली के अंतर्गत सबसे दुर्लभ रक्त समूह AB- है. अन्य अपेक्षाकृत दुर्लभ प्रकारों में AB+ के साथ-साथ B- और A- भी शामिल हैं. ABO और Rh प्रणाली के अलावा, बॉम्बे (hh) ब्लड ग्रुप और Rh-null असाधारण रूप से दुर्लभ हैं. अब यह CRIB सामने आया है.

दस महीनों के शोध और आणविक परीक्षण के बाद, अंतर्राष्ट्रीय विशेषज्ञों ने क्रोमर (CR) रक्त समूह प्रणाली में एक नए antigen की पहचान की. इसकी उत्पत्ति की पहचान के लिए antigen को आधिकारिक तौर पर CRIB नाम दिया गया—जिसमें “CR” क्रोमर का और “IB” भारत, बैंगलोर का प्रतिनिधित्व करता है.

किसमें पाया गया वह दुर्लभ ब्लड ग्रुप

भारत और यूके के वैज्ञानिकों ने हाल में एक दुर्लभ ब्लड ग्रुप सीआरआईबी की पहचान की है. यह ब्लड ग्रुप बेंगलुरु के पास कोलार की एक 38 वर्षीय महिला में पाया गया है. सीआरआईबी को क्रोमर रक्त समूह प्रणाली के अंतर्गत वर्गीकृत किया गया है. महिला का ब्लड सभी ज्ञात दाता नमूनों के साथ असंगत पाया गया. उसकी बिना ब्लड ट्रांसफ्यूजन के सर्जरी की गई. यह खोज गहन देखभाल में मददगार हो सकती है.

  • सीआरआईबी के अलावा कम मिलने वाले ब्लड ग्रुप और भी हैं
  • इंडियन मेडिकल असोशियेशन के अनुसार, कुछ ब्लड ग्रुप दुर्लभ हैं.

दुनिया का सबसे दुर्लभ ब्लड ग्रुप Rhnull है, जिसे कभी-कभी “Golden Blood” भी कहा जाता है. इसमें लाल रक्त कोशिकाओं (Red Blood Cells) के सभी Rh antigen नहीं होते हैं. AB नेगेटिव मुख्य ब्लड ग्रुप (ABO और Rh सिस्टम) में सबसे दुर्लभ है, जबकि Rhnull और भी दुर्लभ है. यह 50 से भी कम ज्ञात लोगों में उपलब्ध हो सकता है.

  • AB- : डॉक्टर्स डायग्नोस्टिक सेंटर की एक रिपोर्ट के अनुसार, AB- एक अत्यंत दुर्लभ ब्लड ग्रुप है. यह भारतीय आबादी के केवल लगभग 1% लोगों में पाया जाता है.
    भारत में, मानक ABO प्रणाली के अंतर्गत सबसे दुर्लभ रक्त समूह AB- (AB Negative) है.
  • बॉम्बे ब्लड ग्रुप (Oh phenotype) : बॉम्बे ब्लड ग्रुप को कुल मिलाकर सबसे दुर्लभ माना जाता है. इसके सालाना केवल लगभग 10 मामले ही सामने आते हैं. अन्य दुर्लभ रक्त समूहों में आरएच-निगेटिव प्रकारों (ए-, बी-, ओ-) के विभिन्न संयोजन और मुंबई की आबादी में -डी-/-डी- और आई-आई- जैसे कुछ दुर्लभ फेनोटाइप शामिल हैं.

क्या होंगे फायदे

ब्लड ट्रांसफ्यूजन चिकित्सा में एक उल्लेखनीय सफलता के रूप में भारत और यूके के वैज्ञानिकों ने सीआरआईबी नामक एक नए और अत्यंत दुर्लभ मानव ब्लड ग्रुप की पहचान की है. इस खोज में गहन देखभाल, प्रसवपूर्व निदान और वैश्विक रक्तदान प्रोटोकॉल को आगे बढ़ाने की महत्वपूर्ण क्षमता है.

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About the Author: स्मिता
स्मिता धर्म-अध्यात्म, संस्कृति-साहित्य, और स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों पर शोधपरक और प्रभावशाली पत्रकारिता में एक विशिष्ट नाम हैं। पत्रकारिता के क्षेत्र में उनका लंबा अनुभव समसामयिक और जटिल विषयों को सरल और नए दृष्टिकोण के साथ प्रस्तुत करने में उनकी दक्षता को उजागर करता है। धर्म और आध्यात्मिकता के साथ-साथ भारतीय संस्कृति और साहित्य के विविध पहलुओं को समझने और प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत करने में उन्होंने विशेषज्ञता हासिल की है। स्वास्थ्य, जीवनशैली, और समाज से जुड़े मुद्दों पर उनके लेख सटीक और उपयोगी जानकारी प्रदान करते हैं। उनकी लेखनी गहराई से शोध पर आधारित होती है और पाठकों से सहजता से जुड़ने का अनोखा कौशल रखती है।


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