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मोटापा घटाकर संपूर्ण शरीर को स्वस्थ रख सकता है एनारोबिक एक्सरसाइज, विशेषज्ञ बता रहे हैं कितनी देर तक एनारोबिक एक्सरसाइज है जरूरी
मोटापा घटाकर संपूर्ण शरीर को स्वस्थ रख सकता है एनारोबिक एक्सरसाइज, विशेषज्ञ बता रहे हैं कितनी देर तक एनारोबिक एक्सरसाइज है जरूरी
Authored By: स्मिता
Published On: Sunday, August 25, 2024
Updated On: Wednesday, February 5, 2025
एनारोबिक एक्सरसाइज, एरोबिक एक्सरसाइज से अलग है। यह पेट पर जमी चर्बी को घटाकर शरीर को स्वस्थ रखता है। वेट लिफ्टिंग, पावर ट्रेनिंग, हाई इंटेंसिटी वाले इंटरवल ट्रेनिंग भी एनारोबिक एक्सरसाइज में आ सकते हैं। फिजिओथेरेपिस्ट बता रहे हैं कि सप्ताह में कितनी देर तक एनारोबिक एक्सरसाइज करना चाहिए।
Authored By: स्मिता
Updated On: Wednesday, February 5, 2025
हर तरह का व्यायाम शरीर को स्वस्थ रखता है। एरोबिक हो या एनारोबिक दोनों शरीर को फिट रखता है। एनारोबिक एक्सरसाइज पेट पर चढ़ी जिद्दी चर्बी को खत्म कर शरीर को सुडौल बना देता है। एनारोबिक एक्सरसाइज एरोबिक एक्सरसाइज के समान है। इसमें ऊर्जा का उपयोग अलग तरीके से किया जाता है। एनारोबिक एक्सरसाइज में हाई इंटेंसिटी वाले इंटरवल ट्रेनिंग एक्सरसाइज किया जाता है। इसमें वेट लिफ्टिंग, सर्किट ट्रेनिंग और पावर ट्रेनिंग शामिल हैं। इस प्रकार का व्यायाम कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है। यह हृदय को स्वस्थ रखने के साथ साथ के साथ-साथ मांसपेशियों को भी स्वस्थ रखता है। एनारोबिक एक्सरसाइज साप्ताहिक वर्कआउट रूटीन का नियमित हिस्सा हो सकता है।
प्रति सप्ताह कितना एनारोबिक एक्सरसाइज करना चाहिए (Anaerobic Exercise)?
फिजिओथेरेपिस्ट डॉ. जितेंद्र बताते हैं, प्रत्येक सप्ताह औसतन 150 मिनट की मध्यम गतिविधि के साथ-साथ 2 या अधिक दिनों की पॉवर ट्रेनिंग या एनारोबिक एक्सरसाइज किया जा सकता है।
यह लगभग 30 मिनट की मध्यम एरोबिक गतिविधि या 15 मिनट की जोरदार एरोबिक गतिविधि, प्रति सप्ताह 5 दिन, 2 दिनों के लिए पावर ट्रेनिंग किया जा सकता है।
स्ट्रेंथ ट्रेनिंग स्वास्थ्य के लिए कार्डियो जितना ही महत्वपूर्ण है। एनारोबिक एक्सरसाइज करने में कुछ परेशानी होती है, तो कुछ अन्य एक्सरसाइज भी किये जा सकते हैं। अपनी नियमित दिनचर्या को बदलने पर विचार करें, ताकि आप खुद को ऊबने से बचा सकें और स्वस्थ भी रहें।
क्या है एनारोबिक एक्सरसाइज (Anaerobic Exercise )
एरोबिक का अर्थ है -ऑक्सीजन के साथ और एनारोबिक का अर्थ है-ऑक्सीजन के बिना। दोनों संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि ये शरीर को अलग-अलग तरीकों से चुनौती देते हैं। एनारोबिक व्यायाम में छोटे, तेज, हाई इंटेंसिटी वाले एक्सरसाइज शामिल होते हैं, जो शरीर को कार्डियो या एरोबिक गतिविधियों की तरह ऑक्सीजन का उपयोग नहीं करने देते हैं। एनारोबिक एक्टिविटी ऊर्जा के रूप में मांसपेशियों में पहले से मौजूद ग्लूकोज को तोड़ देती हैं।
आमतौर पर किसी अन्य प्रकार की गतिविधि करने से पहले 10 या 15 सेकंड के लिए एनारोबिक एक्टिविटी को दोहराते हैं।
एनारोबिक एक्सरसाइज कौन-कौन से हो सकते हैं (Anaerobic Exercise )
फिजिओथेरेपिस्ट डॉ. जितेंद्र बताते हैं, कभी-कभी एरोबिक और एनारोबिक व्यायाम ओवरलैप भी हो सकते हैं। यदि किसी ख़ास बिंदु पर अधिक तीव्रता के साथ एक्सरसाइज किया जाता है, तो एरोबिक एक्सरसाइज एनारोबिक एक्सरसाइज में बदल सकता है।
- हाई इंटेंसिटी वाले इंटरवल ट्रेनिंग (HIIT)।
- पावर ट्रेनिंग और वेट लिफ्टिंग, जो शरीर को चुनौती देता है।
- कैलिस्थेनिक्स जैसे जंप स्क्वैट्स, बॉक्स जंप्स और प्लायोमेट्रिक्स।
एनारोबिक एक्सरसाइज से मिलने वाले स्वास्थ्य लाभ
- यह फैट जलाने में मदद करता है।
- मांसपेशियों के विकास को बढ़ावा देता है।
- उम्र बढ़ने के साथ-साथ मांसपेशियों को बनाए रखने में मदद करता है।
- यह हड्डियों को मजबूत बनाता है।
कैलोरी जलाने का साधन (burn calorie)
डॉ. जितेंद्र (Dr. Jitendra) बताते हैं, 27 साल की उम्र के बाद हर साल मांसपेशियों का लगभग 1% कम होना शुरू हो जाता है। सक्रिय रहकर और एनारोबिक पावर ट्रेनिंग शामिल करके इस नुकसान को धीमा किया जा सकता है। एरोबिक एक्सरसाइज की तुलना में एनारोबिक एक्सरसाइज अधिक कैलोरी जलाती है। यह रोजमर्रा की गतिविधियों के लिए ऊर्जा के स्तर को बढ़ाने में भी मदद करता है।