World Stroke Day 2024: उपचार के लिए स्ट्रोक के बारे में जानना जरूरी है
Authored By: स्मिता
Published On: Tuesday, October 29, 2024
Updated On: Tuesday, October 29, 2024
वर्ल्ड स्ट्रोक डे हर साल 29 अक्टूबर को मनाया जाता है। यह दिवस स्ट्रोक होने पर मरीज की बेहतर देखभाल और रोकथाम की तत्काल जरूरत पर प्रकाश डालता है। स्ट्रोक, मृत्यु और क्रोनिक डिसेबिलिटी का एक प्रमुख कारण है, जो हर साल लाखों लोगों को प्रभावित करता है।
मस्तिष्क को अच्छी तरह से काम करने के लिए ऑक्सीजन और पोषक तत्वों की निरंतर आपूर्ति की जरूरत होती है। यदि रक्त की आपूर्ति थोड़े समय के लिए भी रुक जाती है, तो इससे समस्या हो सकती है। इससे स्ट्रोक हो सकता है। स्ट्रोक क्यों होता है और इसका उपचार क्या है, इन सभी के प्रति लोगों का जागरूक होना जरूरी है। इन जानकारियों के प्रति सजग रहने का संदेश देता है वर्ल्ड स्ट्रोक डे(World Stroke Day 2024)। वर्ल्ड स्ट्रोक डे हर साल 29 अक्टूबर को मनाया जाता है।
क्यों होता है स्ट्रोक (Cause of Stroke)
वर्ल्ड हेल्थ ओर्गेनाइज़ेश्न के अनुसार, स्ट्रोक तब होता है जब मस्तिष्क में रक्त प्रवाह में परिवर्तन होता है। रक्त मस्तिष्क की कोशिकाओं तक ऑक्सीजन और पोषक तत्व पहुंचाता है। यदि ब्लड मस्तिष्क के किसी भाग में प्रवाहित नहीं हो पाता है, तो जिन कोशिकाओं को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिलती है, वे पीड़ित हो जाती हैं और अंत में मर जाती हैं। यह एक आपातकालीन स्थिति है।
वर्ल्ड स्ट्रोक डे या विश्व स्ट्रोक दिवस (World Stroke Day 2024)
वर्ल्ड स्ट्रोक डे हर साल 29 अक्टूबर को मनाया जाता है। यह दिवस स्ट्रोक होने पर मरीज की बेहतर देखभाल और रोकथाम की तत्काल जरूरत पर प्रकाश डालता है। स्ट्रोक, मृत्यु और क्रोनिक डिसेबिलिटी का एक प्रमुख कारण है, जो हर साल लाखों लोगों को प्रभावित करता है। इनमें से केवल एक छोटा प्रतिशत ही पूरी तरह से ठीक हो पाता है। बेहतर सार्वजनिक जागरूकता, इमेजिंग तकनीक में उन्नति और थ्रोम्बेक्टोमी जैसे उपचार के साथ-साथ उपचार और पहुंच का विस्तार, रोगी के परिणामों में महत्वपूर्ण रूप से सुधार करने की जरूरत पर यह जोर देता है।
स्ट्रोक के लिए तत्काल उपचार (Stroke Treatment)
इस्केमिक स्ट्रोक (Acute ischemic stroke) के लिए मुख्य उपचार टिशू प्लास्मिनोजेन एक्टिवेटर (TPA) नामक दवा है। यह मस्तिष्क में रक्त के प्रवाह को अवरुद्ध करने वाले ब्लड क्लॉट को तोड़ता है। इसके लिए बांह की नस में टीपीए इंजेक्ट किया जाता है। स्ट्रोक के लक्षण शुरू होने के 3 घंटे के भीतर इस प्रकार की दवा दी जानी चाहिए।
एक्यूट इस्केमिक स्ट्रोक(Acute ischemic stroke)
माइंड एंड मशीन जर्नल के अनुसार, एक्यूट इस्केमिक स्ट्रोक (Acute ischemic stroke), जो सभी स्ट्रोक के 85 प्रतिशत के लिए जिम्मेदार है। इसका इलाज करना विशेष रूप से चुनौतीपूर्ण है। अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के अनुसार, एआईएस के 30% से भी कम रोगियों को तय समय सीमा के भीतर उपचार मिलता है। पारंपरिक उपचार स्ट्रोक के निदान और प्रबंधन के लिए सीटी और एमआरआई पर निर्भर करते हैं।
विशेष उपचार तकनीक (Stroke Treatment Technique)
रुकावट की गंभीरता को निर्धारित करने और बचाए जा सकने वाले मस्तिष्क के ऊतकों की पहचान करने के लिए महत्वपूर्ण परफ्यूजन इमेजिंग, और थ्रोम्बोलिसिस और थ्रोम्बेक्टोमी जैसी उपचार विधियों के लिए भी विशेष उपकरण और कर्मियों की आवश्यकता होती है। स्टेंट रिट्रीवर्स और एस्पिरेशन कैथेटर में प्रगति ने अधिक जटिल थ्रोम्बेक्टोमी क्लॉट हटाने की तकनीकों के द्वार खोल दिए हैं। इससे अवरोध प्रकारों की एक विस्तृत श्रृंखला में सफल उपचार संभव हो गया है।
कितना कर सकते हैं स्ट्रोक से रिकवर (Recover from Stroke)
स्ट्रोक लोगों को अलग-अलग तरीकों से प्रभावित करता है। कुछ लोगों को ठीक होने में कई दिन या हफ़्ते लग सकते हैं। उनके जीवन पर इसका कोई खास असर नहीं पड़ सकता है। दूसरों को ठीक होने में कई महीने या साल लग सकते हैं। इसके लिए उन्हें अपने जीवन में बदलाव करने पड़ सकते हैं। इसमें घर को इस तरह से बदलना शामिल हो सकता है कि उसमें घूमना-फिरना आसान हो जाए।
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