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Yogurt for Colon Cancer: एक कटोरी दही कोलन कैंसर के जोखिम को कम कर सकता है, स्टडी
Yogurt for Colon Cancer: एक कटोरी दही कोलन कैंसर के जोखिम को कम कर सकता है, स्टडी
Authored By: स्मिता
Published On: Wednesday, February 19, 2025
Updated On: Wednesday, February 19, 2025
Yogurt for Colon Cancer : अमेरिका की मेडिकल रिसर्च संस्था ‘मास जनरल ब्रिघम’ के शोधकर्ताओं द्वारा किए गए एक अध्ययन के अनुसार, दही में मौजूद लाभकारी बैक्टीरिया बिफिडोबैक्टीरियम कुछ प्रकार के कोलोरेक्टल कैंसर के जोखिम को कम कर सकता है. कोलोरेक्टल कैंसर से बचाव के लिए सप्ताह में दो दिन दही लेना भी पर्याप्त है.
Authored By: स्मिता
Updated On: Wednesday, February 19, 2025
आयुर्वेद मानता है कि दही का सेवन लाभकारी है. दही इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है. हालिया अध्ययन भी इस ओर संकेत करता है कि दही में कैंसर से लड़ने वाले गुण मौजूद हैं. दही में मौजूद बैक्टीरिया कोलन कैंसर के जोखिम को कम कर सकता है. कोलोरेक्टल कैंसर दुनिया में तीसरा सबसे आम कैंसर है, जो पुरुषों और महिलाओं दोनों को प्रभावित करता है. नियमित कोलोनोस्कोपी से कोलोरेक्टल कैंसर का पता लगाया जा सकता है. अध्ययन इस बात पर प्रकाश डालता है कि स्वस्थ जीवनशैली और स्वस्थ आहार, जिसमें 1 कटोरी दही भी शामिल है, कैंसर के जोखिम को कम (Yogurt for Colon Cancer) कर सकता है.
क्या है रिसर्च (Research on Yogurt)
अमेरिका की मेडिकल रिसर्च संस्था ‘मास जनरल ब्रिघम’ के शोधकर्ताओं ने अपने अध्ययन में पाया कि दही में बिफिडोबैक्टीरियम नामक लाभकारी बैक्टीरिया की मात्रा बहुत अधिक होती है. यह बैक्टीरिया कुछ प्रकार के कोलोरेक्टल कैंसर के जोखिम को भी कम कर सकता है. यह निष्कर्ष गट माइक्रोब्स पत्रिका में भी प्रकाशित हुआ है. कोलन कैंसर का शुरुआती अवस्था में पता लगाना मुश्किल हो सकता है. अध्ययन के अनुसार, कोलन कैंसर से बचाव के लिए दही को दैनिक आहार में शामिल किया जा सकता है. यह अध्ययन कई दशकों तक 132,000 हेल्थ प्रोफेशनल के स्वास्थ्य रिकॉर्ड का विश्लेषण करके किया गया था. यह पाया गया कि दही के सेवन और कोलोरेक्टल कैंसर के कम जोखिम का सीधा संबंध है.
अध्ययन के निष्कर्ष (Yogurt for colon cancer)
शोधकर्ताओं ने कोलन कैंसर और दही के सेवन के बीच संबंध का विश्लेषण करने के लिए दशकों से लोगों के खाने के पैटर्न का भी अवलोकन किया. यह पाया गया कि दही प्रॉक्सिमल कोलन को कैंसर से सुरक्षा प्रदान करता है. यह कोलन का दाहिना भाग है, जहां छोटी आंत बड़ी आंत से मिलती है. प्रॉक्सिमल कोलन की नियमित जांच और कोलोनोस्कोपी में भी कैंसर का पता लगाना मुश्किल होता है. प्रॉक्सिमल कोलन में कैंसर कोशिकाएं भी कम स्पष्ट लक्षणों के साथ तेजी से बढ़ती हैं, जिससे उपचार में देरी होती है. यह देखा गया है कि प्रॉक्सिमल कोलन कैंसर वाले लोगों में दूसरों की तुलना में मृत्यु का जोखिम अधिक होता है. यह लंबे समय से माना जाता रहा है कि दही और अन्य फेर्मेंटेड दूध उत्पाद कोलन संबंधी स्वास्थ्य समस्या के लिए फायदेमंद होते हैं. निष्कर्ष बताते हैं कि यह सुरक्षात्मक प्रभाव बिफिडोबैक्टीरियम-पॉजिटिव ट्यूमर के लिए विशिष्ट हो सकता है.
दही की 2 या अधिक खुराक (2 or more servings of yogurt)
शोधकर्ताओं ने पाया कि जो लोग प्रति सप्ताह लिविंग बैक्टीरिया युक्त दही की 2 या अधिक खुराक (2 or more servings of yogurt ) खाते हैं, उनमें कोलोरेक्टल ट्यूमर विकसित होने का जोखिम 20% कम होता है. ऐसा दही में मौजूद बिफिडोबैक्टीरियम नामक बैक्टीरिया के कारण होता है. यह आंत के माइक्रोबायोम में आम तौर पर पाया जाने वाला बैक्टीरिया है।
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