bajinder singh : जेल में धर्म का खेल, बाहर निकलते ही करने लगा चमत्कार, कौन है बजिंदर सिंह जिसे कोर्ट ने सुनाई उम्रकैद की सजा

bajinder singh : जेल में धर्म का खेल, बाहर निकलते ही करने लगा चमत्कार, कौन है बजिंदर सिंह जिसे कोर्ट ने सुनाई उम्रकैद की सजा

Authored By: JP Yadav

Published On: Tuesday, April 1, 2025

Updated On: Tuesday, April 1, 2025

bajinder singh: जेल में हुआ खेल, फिर बन गया पादरी और अब मिली जेल
bajinder singh: जेल में हुआ खेल, फिर बन गया पादरी और अब मिली जेल

bajinder singh: पादरी बजिंदर को मोहाली के पॉक्सो कोर्ट ने उम्रकैद की सजा सुनाई है. यौन उत्पीड़न केस में कोर्ट ने 3 दिन पहले बजिंदर को दोषी करार दिया था.

Authored By: JP Yadav

Updated On: Tuesday, April 1, 2025

bajinder singh: मोहाली (पंजाब) की एक कोर्ट ने दुष्कर्म के दोषी स्वयंभू पादरी बजिंदर सिंह ( pastor bajinder singh) को उम्रकैद की सजा सुनाई है. वर्ष 2018 के दुष्कर्म केस में कोर्ट ने उसे पहले ही दोषी ठहराया था. अब जाकर सजा का एलान हुआ है. मिली जानकारी के मुताबिक, मोहाली के अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश विक्रांत कुमार (Additional District and Sessions Judge Vikrant Kumar) की कोर्ट ने बजिंदर सिंह को उमक्रैद की सजा सुनाई. इस स्टोरी में जानते हैं कौन है बजिंदर सिंह, सजा का एलान होते ही करने लगा गूगल पर ट्रेंड.

कपूरथला की चर्च में था पादरी

मिली जानकारी के मुताबिक, दुष्कर्म मामले में उम्रकैद की सजा पाने वाला बजिंदर सिंह पंजाब के कपूरथला में चर्च का पादरी था. बजिंदर सिंह को भारतीय दंड संहिता की धारा 376 (बलात्कार), 323 (जानबूझकर चोट पहुंचाने के लिए सजा) और 506 (आपराधिक धमकी) के तहत दोषी ठहराया गया था. दोषी ठहराए जाने के बाद 42 वर्षीय पादरी को पटियाला जेल ले जाया गया था. इस मामले में पांच अन्य आरोपियों अकबर भट्टी, राजेश चौधरी, जतिंदर कुमार, सितार अली और संदीप पहलवान को बरी कर दिया गया था. तीन दिन पहले ही बजिंदर सिंह को दुष्कर्म के मामले में दोषी ठहराया गया था.

जेल में अपना लिया ईसाई धर्म

स्वयंभु पादरी बजिंदर सिंह का जन्म हरियाणा के यमुनानगर में हुआ था. बताया जाता है कि उनका परिवार जाट जाति से संबंध रखता था, लेकिन उनकी जिंदगी में एक बड़ा बदलाव तब आया जब वो जेल गया. दरअसल, जेल में ही उन्होंने ईसाई धर्म अपना लिया. जेल से बाहर निकलने के बाद उसने चर्च में पादरी का काम शुरू कर दिया. वर्ष 2016 में उसने अपना चर्च खोला. इसका नाम ‘चर्च ऑफ ग्लोरी एंड विजडम’ रखा.

करता था चमत्कार करने का दावा

स्वयंभु पादरी बजिंदर सिंह दावा दावा किया करता था कि वह अपनी प्रार्थनाओं से लोगों को ठीक कर सकता है. उसने लोगों में यह भी भ्रम फैलाया था कि वह किसी की भी इच्छा पूरी कर सकता है. अपने दावों के चलते बहुत जल्दी मशहूर हो गया. बजिंदर सिंह खुद को ‘प्रोफेट’ बताता था. ‘प्रोफेट’ का मतलब भविष्यवक्ता होता है. बजिंदर सिंह दावा करता है कि उनके पास चमत्कारी शक्तियां हैं, जिसके जरिये वह लोगों को ठीक कर सकता है.

दूर-दूर से आते थे लोग प्रवचन सुनने

स्वयंभु पादरी बजिंदर सिंह के धार्मिक प्रवचन भी बहुत मशहूर हैं. लोग दूर-दूर से उसके प्रवचन सुनने के लिए लोग आते थे. यूट्यूब और सोशल मीडिया पर उनके लाखों फॉलोअर्स हैं. बजिंदर सिंह सोशल मीडिया पर बहुत फेमस है. उसके यूट्यूब चैनल पर 3.74 मिलियन से ज्यादा सब्सक्राइबर्स हैं, जबकि इंस्टाग्राम पर वो प्रोफेट बजिंदर सिंह के नाम से जाना जाता हैं. वह मेरे येशु-येशु जैसे गाने गाता था.

क्या हैं आरोप

वर्ष 2018 में भी बजिंदर सिंह के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज हुआ था. पीड़ित महिला का आरोप था कि बजिंदर सिंह ने उसे चंडीगढ़ के सेक्टर 63 स्थित अपने घर बुलाया और उसके साथ दुष्कर्म किया. पीड़िता का यह भी आऱोेप था कि पादरी ने उसका वीडियो बना लिया था. इसको वायरल करने की धमकी देकर वह दुष्कर्म करता था.

About the Author: JP Yadav
जेपी यादव डेढ़ दशक से भी अधिक समय से पत्रकारिता में सक्रिय हैं। वह प्रिंट और डिजिटल मीडिया, दोनों में समान रूप से पकड़ रखते हैं। अमर उजाला, दैनिक जागरण, दैनिक हिंदुस्तान, लाइव टाइम्स, ज़ी न्यूज और भारत 24 जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों में अपनी सेवाएं दी हैं। कई बाल कहानियां भी विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हैं. मनोरंजन, साहित्य और राजनीति से संबंधित मुद्दों पर कलम अधिक चलती है। टीवी और थिएटर के प्रति गहरी रुचि रखते हुए जेपी यादव ने दूरदर्शन पर प्रसारित धारावाहिक 'गागर में सागर' और 'जज्बा' में सहायक लेखक के तौर पर योगदान दिया है. इसके अलावा, उन्होंने शॉर्ट फिल्म 'चिराग' में अभिनय भी किया है।
Leave A Comment

अन्य खबरें

अन्य खबरें