Modi-Trump Meet: 26/11 के साजिशकर्ता का प्रत्यर्पण से लेकर रक्षा सौदा तक हुए कई समझौते, जानें सब कुछ

Modi-Trump Meet: 26/11 के साजिशकर्ता का प्रत्यर्पण से लेकर रक्षा सौदा तक हुए कई समझौते, जानें सब कुछ

Authored By: गुंजन शांडिल्य

Published On: Friday, February 14, 2025

Updated On: Friday, February 14, 2025

मोदी-ट्रंप मुलाकात: 26/11 के साजिशकर्ता का प्रत्यर्पण और रक्षा सौदे पर हुई बड़ी सहमति।
मोदी-ट्रंप मुलाकात: 26/11 के साजिशकर्ता का प्रत्यर्पण और रक्षा सौदे पर हुई बड़ी सहमति।

भारत के प्रधानमंत्री और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच देर रात हुई बैठक. दोनों नेताओं के बीच कई समझौते हुए. इनमें 26/11 मुंबई आतंकी हमले के आरोपी तहव्वुर राणा का भारत प्रत्यर्पण और फाइटर F-35 जेट सौदा बेहद महत्वपूर्ण है. द्विपक्षीय व्यापार समझौता भी हुआ.

Authored By: गुंजन शांडिल्य

Updated On: Friday, February 14, 2025

हाईलाइट

  •  मोदी-ट्रम्प ने पारस्परिक टैरिफ छाया के बीच द्विपक्षीय वार्ता की.
  •  द्विपक्षीय व्यापार के लिए 500 बिलियन अमरीकी डॉलर का लक्ष्य किया गया निर्धारित.
  •  ट्रम्प के मुताबिक भारत व्यापार घाटे को कम करने के लिए अधिक तेल और गैस आयात करेगा.

प्रतीक्षित मोदी-ट्रंप (Modi-Trump Meet: 26/11) मुलाकात भारतीय समयानुसार देर रात हुई. इस मुलाकात के कुछ घंटे पहले ही अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने व्यापक पारस्परिक टैरिफ का ऐलान किया था. इस ऐलान के कुछ घंटों बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की डोनाल्ड ट्रंप के साथ द्विपक्षीय बैठक हुई. बैठक के पहले कई शंकाएं-आशंकाएं थी. वह सब दोनों नेताओं के साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस से दूर हो गया.

दोनों नेताओं के बीच हुई बैठक में रक्षा सौदा, व्यापार और आव्रजन मुख्य मुद्दा रहा. डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के पहले महीने में हुई इस बैठक पर भारत-अमेरिका के साथ पूरे विश्व की नजर थी.

साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस

बैठक के बाद दोनों नेताओं ने संयुक्त प्रेस ब्रीफिंग भी किया। पत्रकारों से बात करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत और अमेरिका ने 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार के लिए 500 बिलियन अमेरिकी डॉलर का लक्ष्य रखा है. इसमें भारत व्यापार घाटे को कम करने के लिए अधिक अमेरिकी तेल और गैस आयात करने के लिए तैयार है. टैरिफ की छाया के बावजूद दोनों नेताओं के बीच की दोस्ती स्पष्ट रूप से दिखाई दी। ट्रंप और मोदी ने गर्मजोशी से गले मिलकर अपनी अनूठी शैली में अपनी साझेदारी की सराहना की.

मोदी सख्त वार्ताकार

संयुक्त प्रेस ब्रीफिंग के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि केवल ट्रंप के पास ‘सौदे शब्द पर कॉपीराइट’ है. इसका जवाब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी दिया. उन्होंने कहा, ‘नरेन्द्र मोदी उनसे कहीं अधिक सख्त और बेहतर वार्ताकार हैं.’ यहां दोनों नेताओं के बीच हुई बैठक के दौरान हुए महत्वपूर्ण समझौते को बिन्दुवार समझते हैं.

  • दोनों नेताओं की बैठक में व्यापार सबसे अहम मुद्दा था. इसलिए डोनाल्ड ट्रंप और नरेन्द्र मोदी की अधिकांश टिप्पणियाँ व्यापार पर केंद्रित थी.
  •  दोनों देश द्विपक्षीय व्यापार को 500 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंचाने पर सहमत हुए हैं. इसके लिए कार्य योजना भी तैयार कर लिया गया है. जिसमें भारत द्वारा अधिक अमेरिकी तेल और गैस आयात समझौता महत्वपूर्ण है.
  • एक अन्य महत्वपूर्ण घोषणा 26/11 आतंकी (मुंबई आतंकवादी) हमले के आरोपी तहव्वुर राणा का प्रत्यर्पण है. यह भारत की लंबे समय से मांग रही है. इस पर ट्रंप ने कहा, ‘मेरे प्रशासन ने दुनिया के सबसे बुरे लोगों में से एक तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण को भारत में न्याय का सामना करने के लिए मंजूरी दे दी है.’
  • रक्षा संबंधों को बढ़ावा देते हुए ट्रंप ने कहा, अमेरिका भारत को अपनी सैन्य बिक्री, अरबों डॉलर तक बढ़ाएगा. अमेरिका, भारत को पांचवीं पीढ़ी के एफ-35 स्टील्थ जेट देगा. इस घोषणा के बाद में भारत के विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा कि सौदा ‘प्रस्ताव चरण’ में है और औपचारिक प्रक्रिया अभी शुरू होनी है.
  • प्रधानमंत्री मोदी ने दोनों देशों की साझेदारी की सराहना करते हुए ट्रंप के ‘एमएजीए’ (अमेरिका को फिर से महान बनाएं) नारे में अपना खुद का ट्विस्ट जोड़ा। इस पर मोदी ने कहा, ‘भारत में हम एक विकसित भारत की दिशा मेंकाम कर रहे हैं, जिसका अमेरिकी संदर्भ में अर्थ है, MIGA (भारत को फिर से महान बनाना).
  • जब अमेरिका और भारत साथ मिलकर काम करते हैं, तो यह MAGA प्लस MIGA समृद्धि के लिए एक ‘मेगा’ साझेदारी बन जाती है.
  • रूस-यूक्रेन युद्ध पर प्रधानमंत्री मोदी ने ट्रंप के सामने ही कहा कि भारत ‘शांति’ के साथ खड़ा है. मोदी ने संकट को कम करने के लिए ट्रंप के प्रयासों की प्रशंसा भी की.
  • प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘दुनिया सोचती है कि भारत तटस्थ है, लेकिन भारत तटस्थ नहीं है। भारत का अपना रुख है. यह रुख शांति है.’
  • बांग्लादेश संकट पर डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिकी डीप स्टेट की संलिप्तता की अटकलों को खारिज कर दिया. राष्ट्रपति ने कहा, ‘मैं बांग्लादेश को प्रधानमंत्री मोदी पर छोड़ता हूं.’
  • दोनों नेताओं ने रक्षा, एआई, सेमीकंडक्टर, ऊर्जा और अंतरिक्ष में नवाचार को बढ़ावा देने के लिए सरकारों, शिक्षाविदों और निजी क्षेत्र के बीच अधिक सहयोग के लिए ‘ट्रस्ट’ पहल की शुरुआत की घोषणा की.
  • राष्ट्रपति ट्रंप ने प्रधानमंत्री मोदी को ‘लंबे समय से एक महान मित्र’ भी कहा.
  • अमेरिकी राष्ट्रपति ने एलएसी पर भारत और चीन के बीच लंबे समय से चले आ रहे सीमा मुद्दों को खत्म करने के लिए मध्यस्थता की भी पेशकश की. उन्होंने कहा, ‘अगर मैं मदद कर सकता हूं तो मुझे मदद करना अच्छा लगेगा. क्योंकि इसे रोका जाना चाहिए. यह काफी हिंसक है.’
गुंजन शांडिल्य समसामयिक मुद्दों पर गहरी समझ और पटकथा लेखन में दक्षता के साथ 10 वर्षों से अधिक का अनुभव रखते हैं। पत्रकारिता की पारंपरिक और आधुनिक शैलियों के साथ कदम मिलाकर चलने में निपुण, गुंजन ने पाठकों और दर्शकों को जोड़ने और विषयों को सहजता से समझाने में उत्कृष्टता हासिल की है। वह समसामयिक मुद्दों पर न केवल स्पष्ट और गहराई से लिखते हैं, बल्कि पटकथा लेखन में भी उनकी दक्षता ने उन्हें एक अलग पहचान दी है। उनकी लेखनी में विषय की गंभीरता और प्रस्तुति की रोचकता का अनूठा संगम दिखाई देता है।
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