Tamilnadu Politics: क्या एआईएडीएमके की एनडीए में होगी वापसी?

Tamilnadu Politics: क्या एआईएडीएमके की एनडीए में होगी वापसी?

Authored By: गुंजन शांडिल्य

Published On: Wednesday, March 26, 2025

Updated On: Wednesday, March 26, 2025

क्या एआईएडीएमके की एनडीए में होगी वापसी? - प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और एआईएडीएमके नेताओं की एक साथ हंसते हुए तस्वीर।
क्या एआईएडीएमके की एनडीए में होगी वापसी? - प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और एआईएडीएमके नेताओं की एक साथ हंसते हुए तस्वीर।

अगले साल अप्रैल-मई में तमिलनाडु विधानसभा चुनाव होने की संभावना है. सभी पार्टियों ने तैयारियां शुरू कर दी है. एआईएडीएमके तमिलनाडु की सत्ता में वापसी के लिए गठबंधन करने को तैयार है. वह एनडीए में शामिल होने के लिए तेजी से आगे बढ़ता दिख रहा है. केन्द्रीय मंत्री अमित शाह और एआईएडीएमके महासचिव ई .पलानीस्वामी के बीच कल हुई बैठक से यही अटकले लगाई जा रही है.

Authored By: गुंजन शांडिल्य

Updated On: Wednesday, March 26, 2025

हाईलाइट

  • एआईएडीएमके महासचिव पलानीस्वामी ने अमित शाह से कल अकेले में मुलाकात की.
  • सूत्रों की मानें तो बैठक में दोनों नेताओं ने प्रदेश में फिर से गठबंधन बनाने पर चर्चा की है.
  • तमिलनाडु में एनडीए गठबंधन का नेतृत्व एआईएडीएमके कर सकता है.
  • तमिलनाडु भाजपा अध्यक्ष अन्नामलाई की भूमिका कम करने की रखी गई है, शर्त.

Tamilnadu Politics : कल देर शाम एआईएडीएमके महासचिव एडप्पाडी के पलानीस्वामी (ईपीएस) नई दिल्ली में थे. यहां उन्होंने भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की. भाजपा सूत्रों की मानें तो दोनों नेताओं के बीच करीब 15 मिनट की बैठक हुई. कहा यही जा रहा है कि दोनों ने तमिलनाडु में एआईएडीएमके-भाजपा गठबंधन को फिर से खड़ा करने की शर्तों पर चर्चा की है.

एआईएडीएमके करेगा नेतृत्व

बैठक से पहले ही इस मुलाकात के कारणों (गठबंधन) को लेकर अटकलें लगाई जा रही थीं। पार्टी सूत्रों ने बताया कि पलानीस्वामी ने तमिलनाडु में फिर से गठबंधन बनाने के लिए अमित शाह के सामने कुछ शर्तें रखी हैं. पलानीस्वामी ने जोर दिया है कि अगले साल होने वाले राज्य विधानसभा चुनावों में गठबंधन का नेतृत्व एआईएडीएमके को करना चाहिए. ऐसे भी तमिलनाडु में एआईएडीएमके मुख्य बिपक्षी दल है.

अन्नामलाई की भूमिका कम होगी

एआईएडीएमके महासचिव पलानीस्वामी ने अमित शाह के सामने तमिलनाडु भाजपा अध्यक्ष के. अन्नामलाई की सक्रियता पर सवाल किया है. सूत्र ने बताया है कि पलानीस्वामी चाहते हैं कि तमिलनाडु में अन्नामलाई को भूमिका को कम किया जाए. दरअसल, अन्नामलाई नहीं चाहते हैं कि भाजपा, एआईएडीएमके के साथ गठबंधन करें. लोकसभा चुनाव के दौरान भी अन्नामलाई का यही विचार था.

उन्होंने आम चुनाव में पार्टी को अकेले चुनाव लड़ने के लिए माना लिया था लेकिन पार्टी के दिल्ली नेतृत्व को पता है है कि विधानसभा चुनाव में प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहने वाला है. यदि डीएमके सरकार को तमिलनाडु से हटाना है तो उसे एआईएडीएमके के साथ गठबंधन करना ही होगा.

गठबंधन पर जल्द होगा निर्णय

बैठक में पलानीस्वामी के अलावा एआईएडीएमके के वरिष्ठ नेताओं एसपी वेलुमणि और केपी मुनुसामी की मौजूद थे. बैठक में पलानीस्वामी ने संकेत दिया कि वह गठबंधन के संदर्भ में टीटीवी दिनाकरन, वीके शशिकला या ओ पन्नीरसेल्वम जैसे लोगों को लेकर चिंतित नहीं हैं. दरअसल, जयललिता के निधन के बाद इन नेताओं के बीच पार्टी का नेतृत्व करने के लिए लंबी लड़ाई चली. लेकिन अंततः पलानीस्वामी पार्टी का नेतृत्व कर रहे हैं.

डीएमके को हराना एक मात्र लक्ष्य

लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा और एआईएडीएमके के रिश्तों में खटास आ गई थी. यह खटास अन्नामलाई के एक बयान के बाद आई थी. जिसके बाद दोनों दलों का गठबंधन टूट गया था. लेकिन पिछले कुछ समय से दोनों दलों और नेताओं के बीच की दूरियां घटी हैं. क्योंकि दोनों दलों का एक मात्र लक्ष्य है, विधानसभा चुनाव में डीएमके को सत्ता से बाहर करना. इसलिए दोनों दल एक-दूसरे के करीब आ रहे है.

गुंजन शांडिल्य समसामयिक मुद्दों पर गहरी समझ और पटकथा लेखन में दक्षता के साथ 10 वर्षों से अधिक का अनुभव रखते हैं। पत्रकारिता की पारंपरिक और आधुनिक शैलियों के साथ कदम मिलाकर चलने में निपुण, गुंजन ने पाठकों और दर्शकों को जोड़ने और विषयों को सहजता से समझाने में उत्कृष्टता हासिल की है। वह समसामयिक मुद्दों पर न केवल स्पष्ट और गहराई से लिखते हैं, बल्कि पटकथा लेखन में भी उनकी दक्षता ने उन्हें एक अलग पहचान दी है। उनकी लेखनी में विषय की गंभीरता और प्रस्तुति की रोचकता का अनूठा संगम दिखाई देता है।
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