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Loksabha By-Election 2024 : क्या वायनाड से किस्मत आजमाएगी प्रियंका गांधी
Loksabha By-Election 2024 : क्या वायनाड से किस्मत आजमाएगी प्रियंका गांधी
Authored By: सतीश झा
Published On: Tuesday, October 15, 2024
Updated On: Tuesday, October 15, 2024
कांग्रेस नेता राहुल गांधी के वायनाड लोकसभा से इस्तीफा देने के बाद सवाल है कि कांग्रेस अपना अगला नेता किसे बनाएगी ? क्या कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वहां से उपचुनाव लड़ेगी या अमेठी की तरह किसी भरोसेमंद को गांधी परिवार उममीदवार बनाएगी ? वायनाड में 13 नवंबर को लोकसभा उपचुनाव के लिए वोटिंग होना है।
चर्चा जोरों पर है कि कांग्रेस पार्टी वायनाड से उपचुनाव में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी (Congress General Secretary Priyanka Gandhi) के चुनाव लड़ाने पर मंथन कर रही है। कुछेक बार बातचीत के दौरान प्रियंका ने इस ओर इशारा किया गया था। यदि ऐसा होता है, तो यह प्रियंका गांधी का चुनावी डेब्यू होगा।
मंगलवार को मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार (CEC Rajiv Kumar) ने घोषणा की कि वायनाड लोकसभा (Wayanad Lok Sabha) उपचुनाव 13 नवंबर को होगा। वायनाड एकमात्र संसदीय क्षेत्र है जहां 47 अन्य विधानसभा क्षेत्रों के साथ उपचुनाव कराए जाएंगे। नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 25 अक्टूबर है और उम्मीदवारी वापस लेने की आखिरी तारीख 30 अक्टूबर है। वोटों की गिनती 23 नवंबर को होगी और नतीजे भी उसी दिन घोषित किए जाएंगे।
राहुल गांधी ने दिया था यहां से इस्तीफा
कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Congress Leader Rahul Gandhi) द्वारा रायबरेली निर्वाचन क्षेत्र को बरकरार रखने के पक्ष में वायनाड लोकसभा सीट से इस्तीफा देने के बाद वायनाड में उपचुनाव हो रहे हैं।
2026 विधानसभा चुनाव पर भी नजर
कांग्रेस के लिए वायनाड का क्षेत्र राजनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण बनता जा रहा है, खासकर आगामी 2026 विधानसभा चुनावों (Upcoming 2026 Assembly Elections) के संदर्भ में। पिछले दो लोकसभा चुनावों के नतीजों को देखते हुए कांग्रेस मानती है कि वायनाड में उनकी स्थिति मजबूत है। पार्टी का लक्ष्य प्रियंका गांधी के नेतृत्व में केरल में यूपी की तरह एक नया प्रयोग करने का है।
कांग्रेस यह सोच रही है कि यदि प्रियंका गांधी वायनाड से चुनावी सफलता प्राप्त करती हैं, तो इससे न केवल कांग्रेस को मजबूती मिलेगी, बल्कि यह राज्य में सत्ता परिवर्तन के लिए भी एक बड़ा कदम हो सकता है। केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन के 10 साल के शासन के खिलाफ जो सत्ता विरोधी लहर संभव है, कांग्रेस उसे भुनाने की कोशिश कर रही है।
कांग्रेस को उम्मीद है कि प्रियंका गांधी का नाम और उनका प्रचार स्थानीय जनता के बीच एक सकारात्मक छवि बनाएंगे। पार्टी ने वायनाड में अपने कार्यकर्ताओं और स्थानीय नेताओं को सक्रिय करने की योजना बनाई है ताकि वे जन संपर्क बढ़ा सकें और लोगों की समस्याओं को समझ सकें।