सराहना के बदले मिला पार्टी से निष्कासन, क्या हो रहा है यूपी के पॉलिटिक्स में
Authored By: सतीश झा
Published On: Thursday, August 14, 2025
Updated On: Thursday, August 14, 2025
उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक नया विवाद खड़ा हो गया है. समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) ने गुरुवार को अपनी विधायक पूजा पाल (Puja Pal) को पार्टी विरोधी गतिविधियों और अनुशासनहीनता के आरोप में पार्टी से निष्कासित कर दिया. यह कार्रवाई उस वक्त हुई जब एक दिन पहले ही उन्होंने विधानसभा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) की खुलकर प्रशंसा की थी.
Authored By: सतीश झा
Updated On: Thursday, August 14, 2025
UP Politics: विधानसभा में भावुक होते हुए पूजा पाल ने कहा था, “मैं मुख्यमंत्री (CM Yogi Adityanath) का शुक्रिया अदा करना चाहती हूं कि उन्होंने मुझे तब न्याय दिलाया जब किसी ने मेरी बात नहीं सुनी.” ‘विज़न डॉक्यूमेंट 2047’ पर 24 घंटे की मैराथन चर्चा के दौरान बोलते हुए, पूजा पाल ने कहा, “हर कोई जानता है कि मेरे पति की हत्या किसने की. मैं मुख्यमंत्री को धन्यवाद देना चाहती हूँ कि उन्होंने मुझे न्याय दिलाया और मेरी बात तब सुनी जब किसी और ने नहीं सुनी.” उन्होंने आगे कहा कि मुख्यमंत्री की ज़ीरो टॉलरेंस नीति ने प्रयागराज में उनके जैसी कई महिलाओं को न्याय दिलाया. आज पूरा राज्य मुख्यमंत्री की ओर विश्वास की नज़र से देखता है.
पूजा पाल (Puja Pal) ने सीएम योगी (CM Yogi) की तारीफ करते हुए कहा था कि प्रयागराज में उनकी नीतियों ने महिलाओं को न्याय दिलाने में अहम भूमिका निभाई. उन्होंने विशेष रूप से अतीक अहमद जैसे अपराधियों के खिलाफ की गई कार्रवाई का ज़िक्र किया, जिन पर उन्होंने अपने पति की हत्या का आरोप लगाया था.
समाजवादी पार्टी की विधायक पूजा पाल ने उत्तर प्रदेश विधानसभा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) की ज़ीरो टॉलरेंस (Zero Tolerance) नीति की खुलकर सराहना करते हुए कहा कि इसी नीति के कारण उन्हें न्याय मिला और अतीक अहमद (Ateeq Ahmed) जैसे अपराधी मारे गए. दावा किया जाता है कि पूजा पाल के पति और पूर्व विधायक राजू पाल (Raju Pal) की 2005 में प्रयागराज में अतीक अहमद और उसके साथियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी.
समाजवादी पार्टी की विधायक पूजा पाल ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तारीफ करते हुए कहा कि उनके पति के हत्यारे अतीक अहमद को मुख्यमंत्री ने “मिट्टी में मिलाने” का काम किया. पूजा पाल ने विधानसभा में कहा, “जब मैंने देखा कि कोई भी अतीक अहमद जैसे अपराधियों के खिलाफ लड़ना नहीं चाहता, तो मैंने आवाज़ उठाई. जब मैं इस लड़ाई से थकने लगी, तब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुझे न्याय दिलाया.”
गौरतलब है कि 2005 में, पूजा पाल से शादी के कुछ दिनों बाद ही प्रयागराज में बसपा (BSP) विधायक राजू पाल की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. फरवरी 2023 में, इस हत्या के एक प्रमुख गवाह उमेश पाल की प्रयागराज के सुलेम सराय इलाके में गोली मारकर हत्या कर दी गई. उमेश और उनके गनरों पर कई राउंड फायरिंग की गई और बम भी फेंके गए.
इस मामले में अतीक अहमद और उनके भाई अशरफ अहमद मुख्य आरोपी थे. पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया, लेकिन 15 अप्रैल 2023 की रात प्रयागराज में मेडिकल जांच के लिए ले जाते समय, खुद को पत्रकार बताकर आए कुछ लोगों ने दोनों की गोली मारकर हत्या कर दी.
पार्टी (Samajwadi Party) के इस निर्णय ने यूपी की सियासत में हलचल मचा दी है, जहां एक तरफ यह अनुशासन का मामला बताया जा रहा है, वहीं दूसरी तरफ इसे राजनीतिक मतभेदों और व्यक्तिगत अनुभवों के टकराव के रूप में देखा जा रहा है.
समाजवादी पार्टी द्वारा विधायक पूजा पाल को पार्टी विरोधी गतिविधियों और अनुशासनहीनता के आरोप में निष्कासित किए जाने पर उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक (Brajesh Pathak) ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. ब्रजेश पाठक ने कहा, “स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर सदन में विकसित भारत के विज़न का समर्थन करने पर पूजा पाल को निष्कासित किया जाना समाजवादी पार्टी की घटिया सोच को दर्शाता है. सदन ने सर्वसम्मति से स्वीकार किया कि समाजवादी पार्टी की नीति महिला विरोधी है.” डिप्टी सीएम ने कहा कि यह घटना सपा के असली चरित्र को उजागर करती है और महिला सशक्तिकरण के प्रति उनकी नकारात्मक सोच को साबित करती है.