सुनीता विलियम्स एवं बुच के बिना वापस लौटा बोइंग का स्टारलाइनर, मेक्सिको में हुई सुरक्षित लैंडिंग

Authored By: अंशु सिंह (वरिष्ठ लेखिका और पत्रकार)

Published On: Saturday, September 7, 2024

Updated On: Saturday, September 7, 2024

sunita williams and butch

भारतवंशी अमेरिकी एस्ट्रोनॉट सुनीता विलियम्स और उनके साथी बुच विलमोर को स्पेस स्टेशन ले जाने वाला स्पेसक्राफ्ट स्टारलाइनर-1 (Spacecraft Starliner-1) शनिवार को तीन महीने बाद धरती पर लौट आया। यह स्पेसक्राफ्ट 7 सितंबर की सुबह 9.31 बजे (भारतीय समयानुसार तड़के 3:30 बजे) न्यू मेक्सिको के व्हाइट सैंड्स स्पेस हार्बर (रेगिस्तान) में सुरक्षित लैंड हुआ। रिपोर्ट्स के मुताबिक, स्टारलाइनर की वापसी और इससे जुड़े ताजा अपडेट को लेकर नासा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की, जिसमें बोइंग का कोई प्रतिनिधि नहीं था। नासा के मैनेजर स्टीव स्टिच ने कहा कि स्टारलाइनर ने अच्छे तरीके से लैंडिंग की है। हमने इसे जांच के लिए भेजा है। जल्द ही पता लगाया जाएगा कि स्पेसक्राफ्ट में किस वजह से खराबी आई। नासा और बोइंग के बीच भले ही दिक्कतें चल रही हैं, लेकिन दोनों मिलकर स्टारलाइनर की जांच करेंगी।

बोइंग कंपनी ने किया है स्टारलाइनर (Starliner) का निर्माण

इस बीच, स्पेस स्टेशन में मौजूद सुनीता विलियम्स ने लैंडिंग को लेकर खुशी जताई। उन्होंने टीम की प्रशंसा करते हुए कहा, ‘आप लोग बेहतरीन हैं।‘ लैंडिंग कमांडर लौरेन ब्रेंकी ने सोशल मीडिया पर लिखा, ‘ स्टारलाइनर सुरक्षित घर लौट आया। इसने शानदार लैंडिंग की।‘ अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के अनुसार, स्पेस क्राफ्ट ने करीब 8.58 पर अपने डीआर्बिट बर्न को पूरा किया। इस बर्न के करीब 44 मिनट लगे उसे पृथ्वी पर उतरने में। स्टारलाइनर ने सुबह 9 बजकर 15 मिनट पर पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश किया। इसके बाद, इसकी गति करीब 2,735 किलोमीटर हो गई। लैंड होने से ठीक तीन मिनट पहले ही सुरक्षा के लिए स्पेसक्राफ्ट के तीन पैराशूट भी खुल गए। नासा ने अक्टूबर 2011 में बोइंग कंपनी को स्पेसक्राफ्ट बनाने की हरी झंडी दी थी। स्टारलाइनर को बनने में छह साल लग गए। यह 2017 में बनकर तैयार हुआ और 2019 तक इसका परीक्षण उड़ान होता रहा। इन उड़ानों में कोई इंसान शामिल नहीं था।

एक्स के क्रू ड्रैगन से लौटेंगी सुनीता (Sunita) एवं बुच (Butch)

पांच जून को सुनीता और बुच को स्टारलाइनर से स्पेस में भेजा गया था। यह सिर्फ आठ दिन का मिशन था। 13 जून को उन्हें वापस आना था। लेकिन तकनीकी खराबी की वजह से नासा ने इसे आईएसएस स्पेस स्टेशन पर ही ग्राउंड रखा। फिलहाला दोनों एस्ट्रोनॉट स्पेस स्टेशन पर ही फंसे हुए हैं। बताते हैं कि स्पेसक्राफ्ट में हीलियम रिसाव समेत अन्य तकनीकी समस्याएं आ रही थीं। नासा ने 24 अगस्त को बताया था कि स्टारलाइनर में सुरक्षा कारणों की वजह से बुच और सुनीता को इससे वापस धरती पर नहीं लाया जाएगा। स्पेसक्राफ्ट खाली ही वापस लौटेगा। सुनीता और बुच को एलन मस्क की कंपनी स्पेस एक्स के क्रू ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट से अगले वर्ष फरवरी में वापस लाया जाएगा।

(हिन्दुस्तान समाचार के इनपुट्स के साथ)

पिछले बीस वर्षों से दैनिक जागरण सहित विभिन्न राष्ट्रीय समाचार माध्यमों से नियमित और सक्रिय जुड़ाव व प्रेरक लेखन।

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