Tirupati Balaji Prasadam : तिरुपति बालाजी के प्रसादम लड्डू में चर्बी और मछली का तेल मिला होने के मिले प्रमाण

Tirupati Balaji Prasadam : तिरुपति बालाजी के प्रसादम लड्डू में चर्बी और मछली का तेल मिला होने के मिले प्रमाण

Authored By: स्मिता

Published On: Friday, September 20, 2024

Updated On: Monday, January 20, 2025

animal fat and fish oil in balaji prasadam
animal fat and fish oil in balaji prasadam

तिरुमाला वेंकटेश्वर मंदिर भगवान विष्णु के अवतार भगवान वेंकटेश्वर बालाजी को समर्पित है। केंद्र सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त एनडीडीवी के प्रयोगशाला ने पुष्टि की है कि तिरुपति बालाजी के प्रसादम लड्डू में कुछ समय पहले तक फिश ऑइल और एनिमल फैट का प्रयोग किया जाता था।

Authored By: स्मिता

Updated On: Monday, January 20, 2025

तिरुपति बालाजी के भक्त परेशान हैं। जब से उन्हें जानकारी मिली है कि मंदिर के प्रसाद में पशु की चर्बी और मछली के तेल की मिलावट की जाती है, वे सकते में आ गए हैं। हाल में केंद्र सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त एनडीडीवी के प्रयोगशाला ने पुष्टि की है कि तिरुपति बालाजी के प्रसादम लड्डू में एनिमल फैट का इस्तेमाल किया गया था। ऐसा माना जा रहा है कि विरोधी पार्टी वाईसीपी के कार्यकाल के दौरान इसका इस्तेमाल किया गया था। प्रसाद के नमूने 08 जुलाई 2024 को लैब में भेजे गए और एनडीडीवी लैब रिपोर्ट 17 जुलाई को जारी की गई। मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने यह सनसनीखेज बयान दिया हैकि वाईएसआरसीपी शासन के दौरान तिरुमाला लड्डू प्रसादम में पशु वसा (Tirupati Balaji Prasadam) का उपयोग किया गया था।

तिरुमाला वेंकटेश्वर मंदिर (Tirumala Venkateswara Mandir)

तिरुमाला वेंकटेश्वर मंदिर भारत में एक प्रमुख तीर्थस्थल के रूप में प्रसिद्ध है। देश-विदेश के कोने-कोने से लाखों भक्त भगवान वेंकटेश्वर का आशीर्वाद लेने के लिए तिरुपति आते हैं। माना जाता है कि इस मंदिर की तीर्थयात्रा से आत्मा की शुद्धि होती है और सारे पाप धुल जाते हैं। तिरुमाला वेंकटेश्वर मंदिर भगवान विष्णु के अवतार भगवान वेंकटेश्वर बालाजी को समर्पित है। इस पवित्र मंदिर का उल्लेख गरुड़ पुराण, ब्रह्म पुराण और कई अन्य पवित्र ग्रंथों में किया गया है।

पशु चर्बी के साथ मछली के तेल की मिलावट (Animal fat and Fish oil in Prasadam)

रिपोर्ट के अनुसार, गाय के घी में सोयाबीन, अलसी, जैतून, गेहूं की फलियां, मक्का, कपास के बीज के साथ-साथ मछली का तेल, बीफ टैलो , पाम तेल और सूअर की चर्बी भी मिलाई जाती है। भक्तों द्वारा सबसे पवित्र माने जाने वाले श्रीवारी लड्डू प्रसाद से लेकर मूर्ति के सामने चढ़ाए जाने वाले नित्यना प्रसाद में भी शामिल होता है। ऐसा कहा जाता है कि श्रीवारी लड्डू प्रसाद को शुद्ध गाय के घी का उपयोग करके बनाया जाना चाहिए। इसमें पशु वसा मिलाया गया।

तिरुमला आने वाले भक्तों को जब ये जानकारी मिली, तो ऐसा करने दंडित करने का आह्वान किया। मुख्यमंत्री ने तिरुमला तिरुपति प्रबंधन से त्वरित कार्रवाई करने की आदेश दिए हैं।

(हिन्दुस्थान समाचार के इनपुट के साथ)

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स्मिता धर्म-अध्यात्म, संस्कृति-साहित्य, और स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों पर शोधपरक और प्रभावशाली पत्रकारिता में एक विशिष्ट नाम हैं। पत्रकारिता के क्षेत्र में उनका लंबा अनुभव समसामयिक और जटिल विषयों को सरल और नए दृष्टिकोण के साथ प्रस्तुत करने में उनकी दक्षता को उजागर करता है। धर्म और आध्यात्मिकता के साथ-साथ भारतीय संस्कृति और साहित्य के विविध पहलुओं को समझने और प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत करने में उन्होंने विशेषज्ञता हासिल की है। स्वास्थ्य, जीवनशैली, और समाज से जुड़े मुद्दों पर उनके लेख सटीक और उपयोगी जानकारी प्रदान करते हैं। उनकी लेखनी गहराई से शोध पर आधारित होती है और पाठकों से सहजता से जुड़ने का अनोखा कौशल रखती है।
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