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अयोध्या दीपोत्सव 2025 का प्लान: पहली बार यात्रा करने वालों के लिए पूरी गाइड, बजट, होटल और जरूरी टिप्स
Authored By: अंशु सिंह
Published On: Tuesday, October 14, 2025
Last Updated On: Tuesday, October 14, 2025
अयोध्या की दिवाली केवल रोशनी का त्योहार नहीं, बल्कि भक्ति, संस्कृति और इतिहास का जीवंत अनुभव है. दीपोत्सव 2025 में लाखों दीप, भव्य झांकियां और विदेशी रामलीलाएं इस शहर को जादुई बना देंगी. पहली बार अयोध्या जा रहे यात्रियों के लिए हमने तैयार की है पूरी गाइड - बजट, होटल, घूमने की जगहें और जरूरी टिप्स, ताकि आपका यह उत्सव यादगार और आरामदायक बन सके.
Authored By: अंशु सिंह
Last Updated On: Tuesday, October 14, 2025
Ayodhya Deepotsav 2025: दिवाली पूरे भारत में बड़े उत्साह के साथ मनाई जाती है, लेकिन अयोध्या की दिवाली का अनुभव कहीं और नहीं मिलता. यहां हर गली, हर मंदिर, हर घाट भगवान श्रीराम की घर वापसी की कहानी बयां करता है. कहते हैं कि जब भगवान राम 14 साल का वनवास पूरा करके अयोध्या लौटे थे, तो पूरे शहर ने दीप जलाकर उनका स्वागत किया था. आज वही परंपरा दीपोत्सव के रूप में जीवित है. अयोध्या दीपोत्सव 2025 को विशेष रूप से मनाने की योजना बनाई गई है और यदि आप पहली बार अयोध्या जा रहे हैं, तो यह आपका त्योहार और यात्रा दोनों को यादगार बना सकता है. इस आर्टिकल में हम आपको बजट, होटल, यात्रा और जरूरी टिप्स सहित पूरी जानकारी देंगे, ताकि आप अपनी यात्रा का पूरा आनंद ले सकें.
दीपोत्सव 2025 की तारीख और सही समय
2025 में दिवाली 20 अक्टूबर को है, लेकिन अयोध्या में दीपोत्सव इससे पहले ही शुरू हो जाता है. मुख्य कार्यक्रम दिवाली से 2-3 दिन पहले शुरू होते हैं और कई बार दिवाली के बाद भी चले जाते हैं. यदि आप पूरा एक्सपीरियंस लेना चाहते हैं, तो 18 से 21 अक्टूबर तक अयोध्या में रहना सबसे सही रहेगा. इस दौरान आप दीपदान, रामलीला, सांस्कृतिक कार्यक्रम और शाम की आरती सभी को आराम से देख पाएंगे. अयोध्या की गलियां और घाट इस समय रंग-बिरंगे दीपों और सजावट से जगमगा उठते हैं, जो अनुभव को और भी खास बनाता है.
अयोध्या में दिवाली पर घूमने की बेस्ट जगहें
राम मंदिर और राम की पैड़ी – अयोध्या का मुख्य आकर्षण राम मंदिर है, जो भव्यता का प्रतीक बन चुका है. मंदिर के पास स्थित राम की पैड़ी घाट दीपों से जगमगाता है और शाम के समय यहां की रोशनी और आरती अद्भुत लगती है.
हनुमान गढ़ी मंदिर – ऊंची पहाड़ी पर स्थित हनुमान गढ़ी मंदिर से पूरा अयोध्या शहर दिखाई देता है. दिवाली के समय यहां का नजारा और भी मनमोहक होता है.
कनक भवन – भगवान राम और माता सीता को समर्पित यह मंदिर अपने शांत माहौल और सुंदर सजावट के लिए जाना जाता है. दिवाली की रात यहां भजन और आरती का विशेष आयोजन होता है.
सरयू घाट और नया घाट – सरयू नदी के किनारे तैरते दीये और सांझ की आरती का अनुभव जीवनभर याद रहता है. नया घाट विशेष कार्यक्रमों और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के लिए जाना जाता है.
नागेश्वर नाथ मंदिर – भगवान शिव का प्राचीन मंदिर, दिवाली के समय अपने भव्य दीप और शांत वातावरण के कारण भक्तों के आकर्षण का केंद्र बनता है.
अयोध्या में दिवाली के समय क्या खाएं?
अयोध्या की दिवाली सिर्फ देखने का ही नहीं, बल्कि खाने का भी त्योहार है. गलियों में मिठाइयों और नमकीन की खुशबू हर ओर फैलती रहती है. अयोध्या में दिवाली पर ट्राय करने योग्य कुछ खास चीजें हैं – गुजिया, बेसन के लड्डू, मालपुआ, जलेबी, खस्ता कचौड़ी. नए घाट और हनुमान गढ़ी के आसपास कई स्थानीय मिठाई की दुकानें मिल जाएंगी. इसके अलावा ठंडाई, दूध से बने पेय और लस्सी भी बहुत मशहूर हैं. स्ट्रीट फूड में समोसा, चाट, पकौड़ी जरूर ट्राय करें. यह अनुभव आपकी यात्रा को और भी यादगार बना देगा.
अयोध्या में दिवाली के समय कहां रहें?
दिवाली के समय अयोध्या में लाखों श्रद्धालु और पर्यटक आते हैं, इसलिए होटल और गेस्ट हाउस पहले से बुक करना जरूरी है. राम मंदिर के पास होटल में ठहरने से मंदिर और घाटों तक पहुंचना आसान होता है. सरयू नदी के किनारे कई शांत और सुंदर होटल और रिसॉर्ट्स हैं, जो आपके प्रवास को आरामदायक बना सकते हैं.
इसके अलावा बजट ट्रैवल के लिए धर्मशालाएं और होमस्टे भी अच्छे विकल्प हैं. ये जगहें स्थानीय लोगों के जीवन से जुड़ने का मौका देती हैं और किफायती भी होती हैं.
यात्रा का तरीका: देश के कई शहरों से अयोध्या के महर्षि वाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के लिए सीधी फ्लाइट उपलब्ध हैं. इसके अलावा ट्रेन से अयोध्या जंक्शन और अयोध्या कैंट के लिए लखनऊ, वाराणसी, गोरखपुर से अच्छी कनेक्टिविटी है. दिवाली के समय टिकट पहले से बुक करना बेहद जरूरी
बजट और यात्रा टिप्स
बजट: पहली बार अयोध्या यात्रा करने वाले लोग 3-4 दिन का प्रवास रख सकते हैं. यात्रा, होटल और खाने का अनुमानित बजट इस प्रकार हो सकता है:
- फ्लाइट/ट्रेन: 3,000 – 8,000 रुपये (शहर से दूरी के अनुसार)
- होटल/गेस्टहाउस: 1,000 – 4,000 रुपये प्रति रात
- खाना और स्ट्रीट फूड: 500 – 1,000 रुपये प्रति दिन
- स्थानीय यात्रा (रिक्शा/टैक्सी): 300 – 800 रुपये प्रति दिन
इस प्रकार 3-4 दिन की यात्रा का कुल बजट लगभग 10,000 – 20,000 रुपये तक हो सकता है, जो सुविधाओं और स्थान के अनुसार बदल सकता है.
ट्रैवल टिप्स:
- दीपोत्सव के समय अयोध्या बेहद भीड़भाड़ वाला होता है, इसलिए होटल और फ्लाइट पहले से बुक करें.
- गर्म कपड़े और आरामदायक जूते पहनें, क्योंकि दिन में धूप और रात में ठंड हो सकती है.
- मोबाइल, कैमरा और जरूरी दस्तावेज हमेशा साथ रखें.
- बच्चों और बुजुर्गों के लिए ध्यान रखें कि भीड़ में खोने से बचने के लिए छोटी-छोटी तैयारी करें.
- स्थानीय परिवहन विकल्प जैसे रिक्शा और टैक्सी का पता पहले से लगा लें.
यदि आप इस दिवाली कुछ नया और विशेष करना चाहते हैं, तो अयोध्या दीपोत्सव 2025 आपके लिए एक अविस्मरणीय अवसर हो सकता है.
दीपोत्सव 2025 की विशेषताएं
इस वर्ष उत्तर प्रदेश के अयोध्या में दिवाली के अवसर पर 18 से 20 अक्टूबर तक दीपोत्सव 2025 का आयोजन भव्य रूप में किया जाएगा. इस बार दीपोत्सव में कुल 22 झांकियां प्रदर्शित की जाएंगी. इसके अलावा पांच देशों – रूस, इंडोनेशिया, थाईलैंड, श्रीलंका और नेपाल की रामलीलाएं विशेष आकर्षण का केंद्र होंगी.
अंतरराष्ट्रीय रामायण एवं वैदिक अनुसंधान संस्थान के निदेशक आशुतोष द्विवेदी के अनुसार, इन 22 झांकियों में सात संस्कृत विभाग की, चौदह सूचना विभाग की और एक अयोध्या विकास प्राधिकरण की होगी. रामकथा पार्क में मुख्य मंच बनाया गया है, जहां विदेशी रामलीलाओं और देश के प्रसिद्ध कलाकारों के सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत होंगे.
दीपोत्सव 2025 में भगवान राम की यात्रा में 100 बच्चों की “वानर सेना” विशेष आकर्षण होगी. यह वानर सेना पुष्पक विमान से उतरकर राम की पैड़ी तक जाएगी, जो किसी भी पहले के अनुभव से अलग है.
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