चॉक पर “हनुमान चालीसा”, इंडियन बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज कलाकार ख़ुशी का नाम

चॉक पर “हनुमान चालीसा”, इंडियन बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज कलाकार ख़ुशी का नाम

Authored By: स्मिता

Published On: Thursday, April 17, 2025

Updated On: Thursday, April 17, 2025

Hanuman Chalisa in Indian Book of Records : चॉक पर हनुमान चालीसा उकेरने वाली छात्रा खुशी यादव, बनी रिकॉर्डधारी कलाकार.
Hanuman Chalisa in Indian Book of Records : चॉक पर हनुमान चालीसा उकेरने वाली छात्रा खुशी यादव, बनी रिकॉर्डधारी कलाकार.

काशी हिंदू विश्वविद्यालय की छात्रा ख़ुशी ने चॉक पर "हनुमान चालीसा" लिखकर अपना नाम ‘इंडियन बुक ऑफ रिकॉर्ड्स’ में दर्ज करा लिया. माना जाता है कि हनुमान चालीसा नकारात्मक ऊर्जा को दूर कर कठिन समय में सुरक्षा प्रदान करता है.

Authored By: स्मिता

Updated On: Thursday, April 17, 2025

Hanuman Chalisa in Indian Book of Records : श्री हनुमत जयंती महोत्सव के अंतर्गत आयोजित 102वें श्री संकट मोचन संगीत समारोह में देश-विदेश से आए संगीत एवं कला साधकों की प्रस्तुतियां श्रद्धालुओं और कला प्रेमियों के आकर्षण का केंद्र बनी हुई हैं. इसी महोत्सव के दौरान काशी हिंदू विश्वविद्यालय के दृश्य कला संकाय की चित्रकला विभाग की छात्रा खुशी यादव ने अपनी अनूठी कला से सभी का ध्यान आकर्षित कर लिया. उन्होंने चॉक पर सुई की बारीक नक्काशी से “हनुमान चालीसा” उकेर कर एक अद्वितीय कृति प्रस्तुत की. इसे दर्शकों और कला प्रेमियों ने खूब सराहा.

इंडियन बुक ऑफ रिकॉर्ड्स’ में दर्ज हनुमान चालीसा (Hanuman Chalisa in Indian Book of Records)

चॉक पर सुई की बारीक नक्काशी से “हनुमान चालीसा” उकेर लेने जैसी उत्कृष्ट कला के लिए खुशी यादव का नाम ‘इंडियन बुक ऑफ रिकॉर्ड्स’ में दर्ज किया गया है. संकट मोचन मंदिर परिसर में इस कृति का अवलोकन करते हुए मंदिर के महंत प्रो. विश्वम्भरनाथ मिश्र ने छात्रा खुशी की प्रशंसा की. साथ ही, ‘इंडियन बुक ऑफ रिकॉर्ड्स’ की ओर से प्राप्त प्रमाणपत्र व मेडल भेंट कर खुशी को सम्मानित किया. महंत मिश्र ने इसे छह महीने की सतत मेहनत, समर्पण और भक्ति का परिणाम बताते हुए शिल्पकला का एक अद्वितीय उदाहरण कहा.

एक-एक अक्षर पर की गई मेहनत (Hanuman Chalisa Benefits)

इस कृति को बनाने में 4 x 2.5 फीट की लकड़ी, थर्माकोल, फेविकोल, इमल्शन पेंट्स, तथा डॉम्स डस्टलेस सफेद चॉक (150 नग, प्रत्येक 78 मिमी) का उपयोग किया गया. हर चॉक पर सुई की मदद से एक-एक अक्षर उकेरा गया. बाद में इसे अखबार, टिशू पेपर और नारंगी सूती कपड़े से सजाया गया. साथ ही, ऐक्रेलिक रंगों द्वारा इसे जीवंत रूप प्रदान किया गया. इस अद्वितीय कार्य की निगरानी गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड धारक डॉ. नेहा सिंह के मार्गदर्शन में की गई. हैदराबाद की डॉ. पावनी एवं डॉ. स्वर्णा श्री ने इसे प्रमाणित किया. इसके बाद इस कला को ‘इंडियन बुक ऑफ रिकॉर्ड्स’ में आधिकारिक मान्यता प्राप्त हुई.

हनुमान चालीसा का महत्व (Hanuman Chalisa Significance)

हनुमान चालीसा भगवान हनुमान को समर्पित एक भक्ति भजन है, रामायण के एक महत्वपूर्ण पात्र हैं हनुमान. ऐसा माना जाता है कि इसे 16वीं शताब्दी के कवि और संत तुलसीदास ने रचा था. इसे पढ़ना हनुमान का आशीर्वाद, सुरक्षा पाने और चुनौतियों पर विजय पाने का एक शक्तिशाली तरीका माना जाता है.

नकारात्मक ऊर्जा को करता है दूर (Hanuman Chalisa for Negativity)

माना जाता है कि हनुमान चालीसा नकारात्मक ऊर्जाओं और बुरी आत्माओं को दूर भगाता है, कठिन समय में सुरक्षा प्रदान करता है और साहस बढ़ाता है. माना जाता है कि नियमित पाठ करने से मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार होता है, ध्यान केंद्रित करने में मदद मिलती है. इसे पढ़ने से चिंता कम होती है और आत्मविश्वास बढ़ता है.

यह भी पढ़ें :-  Badrinath Kapat Opening Date 2025: टिहरी नरेश की जन्मपत्री के आधार पर तय होती है बद्रीनाथ धाम कपाट खुलने की तिथि

About the Author: स्मिता
स्मिता धर्म-अध्यात्म, संस्कृति-साहित्य, और स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों पर शोधपरक और प्रभावशाली पत्रकारिता में एक विशिष्ट नाम हैं। पत्रकारिता के क्षेत्र में उनका लंबा अनुभव समसामयिक और जटिल विषयों को सरल और नए दृष्टिकोण के साथ प्रस्तुत करने में उनकी दक्षता को उजागर करता है। धर्म और आध्यात्मिकता के साथ-साथ भारतीय संस्कृति और साहित्य के विविध पहलुओं को समझने और प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत करने में उन्होंने विशेषज्ञता हासिल की है। स्वास्थ्य, जीवनशैली, और समाज से जुड़े मुद्दों पर उनके लेख सटीक और उपयोगी जानकारी प्रदान करते हैं। उनकी लेखनी गहराई से शोध पर आधारित होती है और पाठकों से सहजता से जुड़ने का अनोखा कौशल रखती है।
Leave A Comment

अन्य खबरें

अन्य लाइफस्टाइल खबरें