70 में से कितने विधायकों का टिकट काट रहे हैं AAP संयोजक अरविंद केजरीवाल

70 में से कितने विधायकों का टिकट काट रहे हैं AAP संयोजक अरविंद केजरीवाल

Authored By: सतीश झा

Published On: Tuesday, November 12, 2024

aap convenor arvind kejriwal
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आम आदमी पार्टी (AAP) के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आगामी विधानसभा चुनावों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए 70 में से कई विधायकों का टिकट काटने का फैसला किया है। सूत्रों के मुताबिक, पार्टी नेतृत्व ने उन विधायकों के टिकट पर पुनर्विचार किया है जो पार्टी की नीतियों और जनता की अपेक्षाओं पर खरे नहीं उतर रहे थे।

केजरीवाल ने पार्टी के आंतरिक मंथन के बाद यह निर्णय लिया है कि सिर्फ वही विधायक उम्मीदवार के रूप में मैदान में उतरेंगे जो पार्टी के सिद्धांतों के अनुरूप काम कर रहे हैं और जिन्होंने अपने कार्यक्षेत्र में बेहतरीन प्रदर्शन किया है। इस कदम का उद्देश्य पार्टी को मजबूती प्रदान करना और जनता में विश्वास बनाए रखना है। पार्टी सूत्रों के अनुसार, इस निर्णय से पार्टी के संगठन को एक नया जोश मिलेगा और आगामी चुनावों में बेहतर प्रदर्शन की संभावना भी बढ़ेगी।

अरविंद केजरीवाल नए चेहरों को देंगे प्राथमिकता

दिल्ली में विधानसभा चुनाव (Delhi Assembly Elections) की तैयारियां तेज हो चुकी हैं, और इस बार चुनावी मुकाबला बीजेपी और आम आदमी पार्टी (AAP) के बीच होगा। पिछले 10 सालों से दिल्ली में सत्ता में रहने के बाद, आम आदमी पार्टी इस बार हैट्रिक बनाने की पूरी कोशिश कर रही है। इस संदर्भ में, पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल लगातार लोगों के बीच जाने की कोशिश कर रहे हैं और उनका यह प्रयास है कि वह अपने चुनावी अभियान को और भी अधिक व्यापक बनाएंगे।

सूत्रों के अनुसार, इस बार केजरीवाल नए चेहरों को चुनावी मैदान में उतारने की योजना बना सकते हैं। यह संकेत मिल रहे हैं कि अरविंद केजरीवाल उन उम्मीदवारों को तरजीह दे सकते हैं जिन्होंने पार्टी के लिए न सिर्फ अपने कार्यक्षेत्र में बेहतरीन काम किया है, बल्कि जो जनता के मुद्दों को सही तरीके से समझते हैं।

इससे साफ है कि आम आदमी पार्टी अपने उम्मीदवारों के चयन में पूरी तरह से जनता की उम्मीदों को ध्यान में रखते हुए एक नई दिशा में कदम बढ़ाने जा रही है। चुनावी दृष्टिकोण से देखा जाए तो दिल्ली की जनता को एक और बड़ा चुनावी बदलाव देखने को मिल सकता है।

टिकट का फैसला प्रदर्शन और काम पर आधारित होगा

दिल्ली विधानसभा चुनाव के मद्देनजर आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने जिला और बूथ स्तर के पार्टी कार्यकर्ताओं से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने एक कड़ा संदेश दिया कि उनकी वफादारी किसी एक विधायक या पार्षद के साथ नहीं, बल्कि सीधे उनसे जुड़ी होनी चाहिए।

केजरीवाल ने कार्यकर्ताओं से कहा कि उन्हें इस चुनावी अभियान में ऐसा काम करना चाहिए जैसे वे दिल्ली की सभी 70 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ रहे हों। उन्होंने कार्यकर्ताओं को याद दिलाया कि पार्टी अपने उम्मीदवारों का चयन पूरी तरह से उनके प्रदर्शन और कार्यों के आधार पर करेगी, न कि किसी राजनीतिक पक्षपात या परिवारवाद के आधार पर।

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इसके अलावा, केजरीवाल ने यह भी स्पष्ट किया कि उन्होंने कभी भी किसी प्रकार का भाई-भतीजावाद नहीं किया है। उन्होंने कहा, “मेरे परिवार से कोई राजनीति में नहीं है। मेरा कोई दोस्त या रिश्तेदार नहीं है। जिन-जिन को टिकट मिलेगा, वह पूरी तरह से काम और प्रदर्शन के आधार पर होगा।”

यह बयान केजरीवाल द्वारा पार्टी के अंदर के अनुशासन और पारदर्शिता को मजबूत करने की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि इस नीति का कितना असर पार्टी के चुनावी रणनीति पर पड़ता है।

About the Author: सतीश झा
सतीश झा की लेखनी में समाज की जमीनी सच्चाई और प्रगतिशील दृष्टिकोण का मेल दिखाई देता है। बीते 20 वर्षों में राजनीति, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय समाचारों के साथ-साथ राज्यों की खबरों पर व्यापक और गहन लेखन किया है। उनकी विशेषता समसामयिक विषयों को सरल भाषा में प्रस्तुत करना और पाठकों तक सटीक जानकारी पहुंचाना है। राजनीति से लेकर अंतरराष्ट्रीय मुद्दों तक, उनकी गहन पकड़ और निष्पक्षता ने उन्हें पत्रकारिता जगत में एक विशिष्ट पहचान दिलाई है

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