BJP का मास्टरस्ट्रोक:क्या चिराग पासवान को आगे करके भाजपा बड़ा दांव खेलने जा रही है?

BJP का मास्टरस्ट्रोक:क्या चिराग पासवान को आगे करके भाजपा बड़ा दांव खेलने जा रही है?

Authored By: सतीश झा

Published On: Tuesday, June 3, 2025

Last Updated On: Tuesday, June 3, 2025

BJP Bihar Election-Strategy 2025: चिराग पासवान हाथ जोड़ते हुए कैमरे की ओर देखते हुए, भाजपा की बिहार चुनाव रणनीति पर अटकलें तेज.
BJP Bihar Election-Strategy 2025: चिराग पासवान हाथ जोड़ते हुए कैमरे की ओर देखते हुए, भाजपा की बिहार चुनाव रणनीति पर अटकलें तेज.

कुछ ही महीने बाद होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Election, 2025) के लिए हर दिन सियासी रूप से खास होता जा रहा है. बिहार की राजनीति में इन दिनों चिराग पासवान (Chirag Paswan) एक बार फिर सुर्खियों में हैं. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) की रैली हो या केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) की सभा, उसमें केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान (Chirag Paswan) की अहमियत दिख ही जाती है. उनके बयानों की तासीर भी धीरे-धीरे बढ़ती जा रही है. ऐसे में लोगों के बीच चर्चा यह भी हो रही है कि एनडीए (NDA) गठबंधन के तहत लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) को मिली अहम भूमिका और चिराग को लगातार मिल रही बढ़त कहीं भारतीय जनता पार्टी (BJP) के इशारों पर तो नहीं है ? लोगों की जेहन में बीता विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Election, 2020) भी आता है, जब स्वयं चिराग पासवान ने खुद को मोदी (Narandra Modi) का हनुमान बताया था और कई सीटों पर खेला हो गया था.

Authored By: सतीश झा

Last Updated On: Tuesday, June 3, 2025

BJP Bihar Election Strategy 2025: पटना से लेकर दिल्ली के सियासी गलियारों में राजनीतिक कार्यकर्ताओं के बीच यह कानाफूसी तेजी से हो रही है कि क्या BJP चिराग पासवान (Chirag Paswan) को आगे कर कोई बड़ा सियासी दांव खेल रही है? इसके पीछे 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Election) में चिराग पासवान (Chirag Paswan) ने जेडीयू (JDU) के खिलाफ मोर्चा खोल कर खुद को “मोदी का हनुमान” बताने के साथ ही इस बार केंद्रीय मंत्री का पद छोड़कर विधानसभा चुनाव लड़ने की मंशा को अहम कारण माना जा रहा है. अटकलें लगाई जाती रहीं कि बीजेपी (BJP) उन्हें नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) का विकल्प तैयार करने के लिए बढ़ावा दे रही हैं ? हालांकि, कोई भी नेता अथवा पार्टी का आधिकारिक प्रवक्ता इस विषय पर खुलकर बोल नहीं रहा है.

2024 के लोकसभा चुनावों में लोजपा (रामविलास) (LJP) ने पांच में से सभी पांच सीटें जीत कर एनडीए (NDA) के भीतर अपनी ताकत बढ़ा दी. इसके बाद से चिराग (Chirag Paswan) को कैबिनेट मंत्री बनाया जाना और प्रधानमंत्री मोदी (PM Narendra Modi) की ओर से उन्हें मंच साझा करने का लगातार मौका दिया जाना – सब संकेत दे रहे हैं कि BJP उन्हें दलित चेहरे के तौर पर राष्ट्रीय मंच पर उभारना चाहती है.

राजनीतिक विश्लेषकों की मानें तो बिहार में बीजेपी (BJP in Bihar) दलित वोट बैंक पर पकड़ मजबूत करने के लिए चिराग (Chirag Paswan) को आगे बढ़ा रही है. दूसरी ओर, जेडीयू और नीतीश कुमार के साथ पिछले अनुभवों को देखते हुए बीजेपी एक दीर्घकालिक विकल्प की तलाश में है, जिसमें चिराग पासवान एक युवा, आक्रामक और मोदी-समर्थक नेता के रूप में उभरते हैं.

चिराग पासवान बोले, केंद्र में लंबा नहीं रुकना चाहता

केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान (Chirag Paswan) ने बड़ा राजनीतिक संकेत देते हुए कहा है कि वे खुद को लंबे समय तक केंद्र की राजनीति में नहीं देखना चाहते. उनका स्पष्ट कहना है कि उनकी राजनीति का मकसद केवल और केवल बिहार और बिहारी हैं. एक बयान में चिराग पासवान ने कहा, “मैंने यह बात कही है कि मैं बहुत लंबे समय तक अपने आपको केंद्र की राजनीति में नहीं देखता हूं. मेरा राजनीति में आने का एकमात्र कारण बिहार और बिहारी रहे हैं. मेरा एक विजन रहा है ‘बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट’ और मैं चाहता हूं कि मेरा राज्य बिहार विकसित राज्यों की श्रेणी में बराबरी पर आकर खड़ा हो.”

विधानसभा चुनाव में सक्रिय भूमिका

चिराग ने यह भी कहा कि उन्होंने अपनी पार्टी के सामने यह इच्छा जताई है कि वे जल्द बिहार लौटना चाहते हैं और विधानसभा चुनाव में सक्रिय भूमिका निभाना चाहते हैं. उन्होंने कहा, “मैंने पार्टी के सामने अपनी इच्छा जाहिर की थी कि मैं अब जल्द बिहार वापस जाना चाहता हूं.मेरी पार्टी अभी भी मूल्यांकन कर रही है कि क्या मेरे अभी विधानसभा चुनाव लड़ने से पार्टी को फायदा होगा या नहीं.”

इस बयान के बाद बिहार की राजनीति में हलचल तेज हो गई है. चिराग पासवान के इस बयान को आगामी 2025 विधानसभा चुनाव की तैयारी के रूप में देखा जा रहा है. माना जा रहा है कि अगर पार्टी हरी झंडी देती है तो वे सीधे तौर पर मुख्यमंत्री पद के दावेदार के रूप में उतर सकते हैं.

हालांकि, इस रणनीति के कई पहलू हैंः

  • क्या चिराग पासवान को आगे कर बीजेपी नीतीश कुमार पर दबाव बनाना चाहती है?
  • क्या यह दलित राजनीति के भीतर एक नई धुरी बनाने की कोशिश है?
  • या फिर चिराग को सिर्फ संतुलन बनाए रखने के लिए मोहरा बनाया जा रहा है?

फिलहाल, चिराग पासवान खुलकर बीजेपी के साथ खड़े नजर आते हैं, लेकिन आने वाले विधानसभा चुनावों में उनकी भूमिका और बीजेपी की रणनीति इस सवाल का सही जवाब दे सकती है – क्या चिराग पासवान को आगे करना सिर्फ संयोग है या बीजेपी का सुनियोजित सियासी दांव?

About the Author: सतीश झा
सतीश झा की लेखनी में समाज की जमीनी सच्चाई और प्रगतिशील दृष्टिकोण का मेल दिखाई देता है। बीते 20 वर्षों में राजनीति, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय समाचारों के साथ-साथ राज्यों की खबरों पर व्यापक और गहन लेखन किया है। उनकी विशेषता समसामयिक विषयों को सरल भाषा में प्रस्तुत करना और पाठकों तक सटीक जानकारी पहुंचाना है। राजनीति से लेकर अंतरराष्ट्रीय मुद्दों तक, उनकी गहन पकड़ और निष्पक्षता ने उन्हें पत्रकारिता जगत में एक विशिष्ट पहचान दिलाई है
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