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सीबीआई ने प्रमुख साइबर अपराध नेटवर्क पर की बड़ी कार्रवाई, 26 गिरफ्तार और 32 ठिकानों पर तलाशी
सीबीआई ने प्रमुख साइबर अपराध नेटवर्क पर की बड़ी कार्रवाई, 26 गिरफ्तार और 32 ठिकानों पर तलाशी
Authored By: सतीश झा
Published On: Monday, September 30, 2024
Last Updated On: Monday, September 30, 2024
केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने एक बहु-शहरी ऑपरेशन के तहत एक संगठित साइबर अपराध नेटवर्क को निशाना बनाते हुए बड़ी कार्रवाई की। इस ऑपरेशन में CBI ने 26 प्रमुख आरोपियों को गिरफ्तार किया और 32 स्थानों पर समन्वित तलाशी ली, जिससे एक बड़े अंतरराष्ट्रीय तकनीकी-आधारित अपराध नेटवर्क का पर्दाफाश हुआ।
Authored By: सतीश झा
Last Updated On: Monday, September 30, 2024
सीबीआई (CBI) की अंतर्राष्ट्रीय संचालन शाखा ने 24 सितंबर 2024 को केस नंबर RC2312024S0010 दर्ज किया, जो BNSS अधिनियम, 2023 की धारा 61 और 318 और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम, 2000 की धारा 66-D और 75 के तहत था। इस केस के तहत 26 सितंबर 2024 की देर शाम को पुणे, हैदराबाद, अहमदाबाद और विशाखापत्तनम में 32 स्थानों पर समन्वित तलाशी अभियान शुरू किया गया। इस दौरान सीबीआई ने 170 लोगों को रंगे हाथों पकड़ा, जो अवैध कॉल सेंटरों में साइबर अपराध (Cyber Crimes) गतिविधियों में लिप्त थे।
मुख्य आरोपी और साक्ष्य बरामदगी
अब तक सीबीआई ने 26 प्रमुख आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें से 10 पुणे से, 5 हैदराबाद से और 11 विशाखापत्तनम से हैं। इन अभियानों में 951 इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस, मोबाइल फोन, लैपटॉप, वित्तीय जानकारी, संचार रिकॉर्ड, 58.45 लाख रुपये नकद, लॉकर की चाबियाँ और तीन लग्जरी वाहन बरामद किए गए हैं। यह सारा सामान इस साइबर अपराध नेटवर्क द्वारा अपराध करने के लिए उपयोग किया जा रहा था।
अपराध का तरीका
यह साइबर अपराधी मुख्य रूप से अमेरिका में पीड़ितों को निशाना बना रहे थे, खुद को तकनीकी सहायता (Technical Support) सेवाओं के रूप में प्रस्तुत कर, पीड़ितों को यह विश्वास दिलाया जाता था कि उनके बैंक खातों में अनधिकृत लेनदेन हो रहा है और उनके खिलाफ कानून प्रवर्तन एजेंसियों की जांच चल रही है। अपराधी पीड़ितों को डराकर उनके बैंक खातों में पैसा ट्रांसफर करवाते थे, और कुछ मामलों में अंतरराष्ट्रीय गिफ्ट कार्ड या क्रिप्टोकरेंसी के माध्यम से भी धन प्राप्त करते थे।
आगे की जांच और अंतरराष्ट्रीय सहयोग
सीबीआई इस नेटवर्क के अंतरराष्ट्रीय संपर्कों की भी जांच कर रही है और HSI (यूएसए) तथा अन्य विदेशी कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ मिलकर काम कर रही है। ऑपरेशन चक्र-III के तहत यह कार्रवाई संगठित तकनीकी अपराधों के खिलाफ CBI की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। INTERPOL और अन्य विदेशी एजेंसियों (Foreign Agencies) के साथ समन्वय करके इन अपराध नेटवर्कों पर कार्रवाई जारी है।