25 मिलियन से ज्यादा डिवाइस खतरे में: क्या है FatBoyPanel, जो भारतीयों को निशाना बना रहा है?

25 मिलियन से ज्यादा डिवाइस खतरे में: क्या है FatBoyPanel, जो भारतीयों को निशाना बना रहा है?

Authored By: संतोष आनंद

Published On: Sunday, April 27, 2025

Last Updated On: Sunday, April 27, 2025

cyber crime mobile
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यह मालवेयर इंस्टॉल होते ही फोन से OTP पढ़ सकता है, खुद को छुपा सकता है और Google Play Protect को भी बंद कर देता है, जिससे इसका पता नहीं चलता।

Authored By: संतोष आनंद

Last Updated On: Sunday, April 27, 2025

महाराष्ट्र के धाराशिव में डेयरी चलाने वाले 44 साल के एक व्यक्ति को व्हाट्सएप पर एक कॉल आया। सामने वाला खुद को बैंक का अधिकारी बताकर कहने लगा कि अगर तुरंत खाता अपडेट नहीं किया गया तो वह बंद हो जाएगा। घबराए शख्स ने समाधान पूछा तो उसे व्हाट्सएप पर एक लिंक भेजा गया और कहा गया कि इस बैंकिंग ऐप को डाउनलोड कर लो। उसने लिंक से एक APK फाइल डाउनलोड कर ली और उसे इंस्टॉल भी कर लिया। फिर उसके खाते से लगातार 26 ट्रांजैक्शन हुए और पूरा पैसा उड़ गया। असल में इस ठगी के पीछे खतरनाक सॉफ्टवेयर यानी मालवेयर था। ऐसे मामले अब आम होते जा रहे हैं। स्कैमर आजकल लोगों को APK फाइल्स भेजकर उनके फोन में मालवेयर डाल देते हैं। इसी हफ्ते एक नए मालवेयर FatBoyPanel के बारे में पता चला है, जो खासतौर पर भारतीयों को निशाना बना रहा है।

मालवेयर क्या होता है?

मालवेयर यानी ऐसा सॉफ्टवेयर जिसे साइबर अपराधी बनाते हैं ताकि लोगों का डाटा चुरा सकें या उनके सिस्टम को नुकसान पहुंचा सकें। इसमें वायरस, ट्रोजन, स्पायवेयर जैसी चीजें आती हैं। FatBoyPanel नाम का मालवेयर भारतीय बैंक खातों को निशाना बना रहा है।

FatBoyPanel क्या करता है?

FatBoyPanel मोबाइल फोन को निशाना बनाता है। स्कैमर व्हाट्सएप पर कॉल या मैसेज कर खुद को किसी भरोसेमंद संस्था का अधिकारी बताते हैं और एक नकली ऐप भेजते हैं। जब लोग इस APK फाइल को इंस्टॉल कर लेते हैं, तो मालवेयर फोन से OTP और पासवर्ड चुराने लगता है। फिर चुपचाप बैंक से पैसे निकाल लेता है। यह मालवेयर 900 से ज्यादा ऐप्स में मिला है और अब तक 25 मिलियन से भी ज्यादा डिवाइसेज का डाटा चुरा चुका है।

FatBoyPanel दूसरे मालवेयर से कैसे अलग है?

यह मालवेयर इंस्टॉल होते ही फोन से OTP पढ़ सकता है, खुद को छुपा सकता है और Google Play Protect को भी बंद कर देता है, जिससे इसका पता नहीं चलता। यह एक साथ बहुत सारे फोन को निशाना बना सकता है और अपने कमांड सेंटर से जुड़े रहकर निर्देश लेता है। इसलिए यह पुराने बैंकिंग मालवेयर से ज्यादा खतरनाक है।

कैसे काम करता है?

एक बार फोन में आने के बाद यह:

  •  SMS पढ़ सकता है
  •  OTP चुरा सकता है
  •  पासवर्ड रिकॉर्ड कर सकता है
  •  Accessibility फीचर का इस्तेमाल करके खुद-ब-खुद फंड ट्रांसफर भी कर सकता है
  •  कभी-कभी फोन को रिमोट से भी कंट्रोल कर सकता है

कैसे बचें?

  •  अनजान लिंक से APK फाइल्स इंस्टॉल न करें।
  •  सिर्फ Google Play Store जैसे भरोसेमंद जगहों से ऐप्स डाउनलोड करें।
  •  Google Play Protect को ऑन रखें।
  •  मोबाइल सिक्योरिटी ऐप्स का इस्तेमाल करें।
  •  किसी भी ऐप को बेवजह SMS, कॉल या गैलरी की परमिशन न दें।

सावधान रहना आज सबसे जरूरी है। स्कैमर रोज नए तरीके निकालते हैं, इसलिए हमें भी अलर्ट रहना चाहिए।

तकनीकी क्षेत्र में 15 वर्षों के अनुभव के साथ, संतोष आनंद कंप्यूटर, नेटवर्किंग, और सॉफ्टवेयर जैसे विषयों में विशेषज्ञता रखते हैं। नवीनतम तकनीकी प्रगतियों से हमेशा अपडेट रहते हुए, उन्होंने अपनी लेखनी से हजारों पाठकों के लिए तकनीकी समस्याओं के प्रभावी समाधान प्रस्तुत किए हैं। उन्होंने ऑटोमोबाइल, टेलीकॉम, मोबाइल फोन, और बॉलीवुड एवं एंटरटेनमेंट जैसे विविध विषयों पर भी लेख लिखे हैं। उनकी लेखनी तकनीकी विषयों को सरल और व्यावहारिक भाषा में प्रस्तुत करती है, जो पाठकों को आसानी से समझने और उनके उपयोग में मदद करती है।
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