राजेश खन्ना के मशहूर डायलॉग्स Rajesh Khanna Famous Dialogues in Hindi
राजेश खन्ना के मशहूर डायलॉग्स Rajesh Khanna Famous Dialogues in Hindi
Authored By: Sharim Ansari
Published On: Thursday, July 3, 2025
Updated On: Thursday, July 3, 2025
Rajesh Khanna हिंदी सिनेमा के सुपरस्टार थे - उनके हर एक Dialogue ने दर्शकों पर जादू किया. यहाँ हम लेकर आए हैं उनके चर्चित डायलॉग्स, जो हर हिंदी फिल्म प्रेमी की ज़ुबान पर हैं!
Authored By: Sharim Ansari
Updated On: Thursday, July 3, 2025
Rajesh Khanna हिंदी सिनेमा का नाम ही नहीं, एक भावना है — एक अनुभूति, एक जादू, जिसका असर हर हिंदी सिनेमा प्रेमी पर हुआ है. उनके हर एक डायलाग ने लोगों की सांसें रोक दीं, उनके दिल जीत लिए, उनके चेहरे पर मुस्कानें फैलाईं या फिर उनकी आखें नाम कर दीं. इस आलेख में हम उनके वही प्रेरक, दर्दभरे, शरारती, रोमांटिक — हर रंग के हिंदी फिल्मी डायलाग एक साथ लेकर आए हैं, साथ ही उनके साथ हर एक का संदेश भी रखा हुआ है, ताकि हर व्यक्ति उनके जादू का फिर से अनुभव कर सके.
राजेश खन्ना – हिंदी सिनेमा का चमकता सितारा
राजेश खन्ना हिंदी सिनेमा का एक नाम था जिसका जादू हर घर पर चढ़ा हुआ था. उनके हर एक फोटो पर, हर एक फिल्म पर दर्शक दीवाने हुआ करते थे. हिंदी सिनेमा ने उनके जैसा हीरो शायद ही देखा होगा, जिसका नाम हर व्यक्ति की ज़ुबान पर रहता था – “काका” – वही हमारा राजेश खन्ना.
राजेश खन्ना की शानदार शैली
राजेश खन्ना ने हर फिल्म में एक नया स्टाइल दिया – चटख रंग, शरमीली मुस्कान, दर्दभरी आखें – हर चीज़ उनके व्यक्तित्व का हिस्सा थी. उनके डायलाग भी उनके जैसे ही शानदार थे – हर एक बातचीत हर व्यक्ति पर एक जादू जैसा असर डालने वाली थी.
राजेश खन्ना के यादगार डायलाग – सिनेमा की शान!
“अपनेपन के लिए किसी को अपना बनाना ज़रुरी नहीं … जिससे भी अपनापन मिल जाये वही अपना है.” – कटी पतंग
“जिसमें इंसान की भलाई हो वो काम कभी बुरा नहीं होता.” – बावर्ची
“जिंदगी का कोई भी रास्ता एकदम सीधा नहीं होता … कहीं न कहीं मोड़ तो ज़रूर आता है.” – अमर प्रेम
“जिसका दिल ग़म की तन्हाइयों में उजड़ गया हो… वो बाहर से कितना ही सेहतमंद लगे… लेकिन अंदर से तो बीमार ही रहता है.” – आ अब लौट चलें
“मौत तो एक पल है.” – आनंद
“पुष्पा, मुझसे ये आसूं नहीं देखे जाते… आई हेट टीयर्स.” – अमर प्रेम
“कैंसर के कीड़ों के साथ … न मेरी ज़िंदगी की कोई कीमत है … न तुम्हारे आंसुओं की.” — सफर
“बाबूमोशाय, ज़िन्दगी बड़ी होनी चाहिए… लम्बी नहीं.” — आनंद
“मैं वो बला हूँ… जो जूतों से तुम जैसे कुत्तों के सर फोड़ता हूँ.” – सौतन
“कानून की कोई भी किताब ज़िंदगी की किताब से बढ़कर नहीं होती.” – सौतन
“राजनीति … हर व्यक्ति पर असर डालती है.” – आज का एम. एल. ए. राम अवतार
“यह वोट मात्र एक कागज का टुकड़ा नहीं … यह आपके परिवार, देश, उसकी उन्नति की परची है.” – आज का एम. एल. ए. राम अवतार
अगर तुम्हारे जैसा दोस्त इस दुनिया में हुआ … तो दुश्मनों की जरूरत ही नहीं.” – अंगारे
“न कोई तरंग है, न कोई उमंग … मेरी ज़िंदगी भी क्या एक कटी पतंग है.” – कटी पतंग
“नदियों से दरिया, दरिया से सागर, सागर से गहरा है जाम … जाम में डूब गयी है यारों, मेरे जीवन की हर शाम.” – नमक हराम
“बाबूमोशाय, ज़िन्दगी और मौत ऊपर वाले के हाथ है… उसे न तो आप बदल सकते हैं न मैं… हम सब तो रंगमंच की कठपुतलियां हैं जिनकी डोर ऊपर वाले की उँगलियों में बंधी है.” — आनंद
“इंसान को दिल दे, जिस्म दे, दिमाग दे लेकिन ये कम्बख्त पेट मत दे… उसे पेट देता है तो उसे भूख मत दे… उसे भूख देता है तो दो वक़्त की रोटी का इंतेज़ाम करके भेज… वर्ना तुझे इंसान को पैदा करने का कोई हक़ नहीं है.” — रोटी
“लोग ज़िंदगी का सबसे छोटा, सबसे कीमती लफ्ज भूल गए हैं … प्यार.” — बावर्ची
“कितने ही चक्कर हों ज़िंदगी में … हर चक्कर का एक नया अनुभव है.” — अमर प्रेम
“बुद्धि से सिर्फ नक्शे बन सकते हैं… इमारतें नहीं.” — नमक हराम
“प्रेम में मज़ा तब आता है जब लड़की गुस्से वाली हो.” — आराधना
“प्यार तो न बिकने की चीज़ है… न खरीदने की… प्यार तो करने की चीज़ है.” — अमर दीप
“एक छोटी सी मुलाक़ात… जीवनभर का साथ बन सकती है.” — आराधना
“किसी बड़ी खुशी के इंतजार में … हम यह छोटी-छोटी खुशियों के मौके खो देते हैं.” — बावर्ची
“बहुत ढूंढ़ने के बाद मालूम हुआ कि जीवन में मिठास सिर्फ दो ही जगह है… एक मिठाई वाले के यहाँ, दूसरी तुम्हारी आवाज़.” — अमर प्रेम
“मेरा घर ताश का घर है … हर बार बनाने की कोशिश करता हूं … हर बार गिर जाते हैं.” — अमर प्रेम
“तुम्हारे इस गले का दर्द … किसी के भी मन का दर्द मिटा सकता है.” — अमर प्रेम
“बारिश की बूंदें देखकर घबराने वाले … तूफान का मुकाबला नहीं कर सकते.” — नमक हराम
“कानून की कोई भी किताब ज़िंदगी की किताब से बढ़कर नहीं होती.” — सौतन
“मुझे मिठाई खाने का नहीं … सिर्फ़ देखने का शौक़ है.” — अमर प्रेम
“ज़िन्दगी के कुछ चक्कर ऐसे होते है जिनका मज़ा सिर्फ वही ले सकता है; जो ज़िन्दगी का शेयर जान-बूझकर घाटे में खरीदे.” — अमर प्रेम
“मैं मरने से पहले मरना नहीं चाहता.” — सफर
हिंदी सिनेमा पर राजेश खन्ना का प्रभाव
राजेश खन्ना हिंदी सिनेमा पर एक ऐसी छाप छोड़ गए हैं जिसका मिटना नामुमकिन है — उनके हर डायलाग, हर गीत, हर एक्सप्रेशन सिनेमा का हिस्सा रहेगा.
राजेश जी जैसा हीरो न हुआ है, न होगा — वही हिंदी सिनेमा का चेहरा थे, हर घर का चिराग थे और हर व्यक्ति की प्रेरणा भी
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