GPT 4 vs GPT 5: जानें दोनों में क्या बदला है और कौन है फास्ट
Authored By: संतोष आनंद
Published On: Sunday, August 10, 2025
Updated On: Sunday, August 10, 2025
OpenAI का कहना है कि GPT-5 अपने सभी पुराने मॉडलों की तुलना में एक बड़ी तकनीकी छलांग है। यह कोडिंग, मैथ्स, राइटिंग, हेल्थ और विजुअल परसेप्शन जैसे क्षेत्रों में स्टेट-ऑफ-द-आर्ट परफॉर्मेंस देता है।
Authored By: संतोष आनंद
Updated On: Sunday, August 10, 2025
OpenAI ने हाल ही में अपने नए लैंग्वेज मॉडल GPT-5 को लॉन्च किया है, जिसे कंपनी ने अब तक का सबसे एडवांस और इंटेलिजेंट वर्जन बताया है। इस अपडेट के साथ OpenAI ने GPT-4o, GPT-4.1, o3, o3 Pro, o4-mini जैसे पुराने मॉडल्स को बंद कर दिया है। अब ज्यादातर यूजर्स के लिए GPT-5 ही डिफॉल्ट मॉडल है, जो GPT-4o की जगह ले रहा है। आइए विस्तार से जानते हैं कि GPT-5 में क्या नया है और किन मामलों में यह उतना अच्छा नहीं है।
तकनीकी बदलाव
OpenAI का कहना है कि GPT-5 अपने सभी पुराने मॉडलों की तुलना में एक बड़ी तकनीकी छलांग है। यह कोडिंग, मैथ्स, राइटिंग, हेल्थ और विजुअल परसेप्शन जैसे क्षेत्रों में स्टेट–ऑफ-द-आर्ट परफॉर्मेंस देता है। CEO सैम ऑल्टमैन ने इसे कई विषयों में PhD-लेवल एक्सपर्ट बताया है।
तेज और सटीक जवाब
GPT-5 पहले की तुलना में तेज और अधिक सटीक जवाब देने में सक्षम है। कंपनी का दावा है कि यह पिछले मॉडलों की तुलना में कम ‘हैलुसिनेट’ करता है यानी गलत जानकारी देने की संभावना कम है। OpenAI के अनुसार, GPT-5 के जवाब GPT-4o की तुलना में 45% और o3 के वेब सर्च वाले वर्जन की तुलना में 80 प्रतिशत कम तथ्यात्मक त्रुटियों वाले होते हैं। हालांकि सोशल मीडिया पर कुछ यूजर्स ने धीमे और कम सटीक जवाब मिलने की शिकायत भी की है।
बेहतर कोडिंग क्षमता
GPT-5 को अब तक का सबसे शक्तिशाली कोडिंग मॉडल बताया गया है। यह कॉम्प्लेक्स फ्रंट-एंड डेवलपमेंट और बड़े रिपॉजिटरी के डिबगिंग में भी बेहतर है। अब सिर्फ नैचुरल लैंग्वेज में सिंपल प्रॉम्प्ट देकर रिस्पॉन्सिव वेबसाइट, ऐप्स और गेम्स बनाए जा सकते हैं, जिससे नॉन-कोडर्स को भी मदद मिलेगी।
एडवांस राइटिंग क्षमता
OpenAI के अनुसार, GPT-5 सबसे बेहतर राइटिंग कोलैबोरेटर है। यह रफ आइडियाज को ज्यादा गहराई और रिदम के साथ बेहतर राइटिंग कर सकता है। हालांकि यूजर्स की राय मिली-जुली है– कुछ को बेहतर नैरेटिव फ्लो और रिदम मिला है, जबकि कुछ ने कहा है कि यह GPT-4o की तुलना में कम क्रिएटिव है और कैरेक्टर कंसिस्टेंसी में दिक्कत करता है।
हेल्थ संबंधी सवालों के बेहतर जवाब
GPT-5 अब स्वास्थ्य संबंधी सवालों के लिए अधिक सटीक और उपयोगी जानकारी देने में सक्षम है। यह यूजर की लोकेशन, नोलेज लेवल और संदर्भ के आधार पर जवाब देता है, जिससे हेल्थ क्वेरीज में सुरक्षा और विश्वसनीयता बढ़ जाती है। यह संभावित चिंताओं को फ्लैग करता है और जरूरी सवाल पूछकर बेहतर सलाह देता है।
यूनिफाइड इंटरफेस
GPT-5 में अब मॉडल पिकर हटा दिया गया है यानी यूजर अलग-अलग मॉडल चुन नहीं सकते हैं। GPT-5 में एफिशिएंसी मॉडल और एक रीजनिंग मॉडल है, लेकिन इनके बीच स्विच करने का काम अब रियल-टाइम राउटर करता है, जो क्वेरी के प्रकार और जटिलता के आधार पर तय करता है कि कौन सा मॉडल इस्तेमाल होगा।
उपयोग की सीमा
लॉन्च के समय GPT-5 की यूज लिमिट लगभग पहले जैसी ही थी– फ्री यूजर्स के लिए हर 5 घंटे में 10 मैसेज, प्लस यूजर्स के लिए हर 3 घंटे में 80 मैसेज और प्रो यूजर्स के लिए अनलिमिटेड मैसेज। पुराने मॉडल हटाने के बाद OpenAI ने प्लस यूजर्स के लिए अस्थायी रूप से लिमिट बढ़ाकर 160 मैसेज कर दी है। लिमिट खत्म होने पर क्वेरीज Mini वर्जन पर भेजी जाती हैं।
इमोशनल टच की कमी
GPT-5 में ‘साइकॉफेंसी’ यानी यूजर की हर बात से सहमत होने की प्रवृत्ति कम हुई है, लेकिन कई यूजर्स का कहना है कि इसमें पहले जैसे इमोशनल टच की कमी है। लोग इसे GPT-4o की तुलना में अधिक औपचारिक और कम दिलचस्प मान रहे हैं। सैम ऑल्टमैन ने कहा है कि आने वाले अपडेट्स में GPT-5 को बेहतर बनाने पर काम किया जाएगा।