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बर्फबारी के बीच वादियों में घूमने का अलग है मजा
बर्फबारी के बीच वादियों में घूमने का अलग है मजा
Authored By: अंशु सिंह
Published On: Tuesday, December 10, 2024
Last Updated On: Wednesday, December 11, 2024
पहाड़ों का मौसम बदल चुका है। नज़ारे बदल गए हैं। ऐसे में कुदरत की सुंदरता को कौन नहीं अपनी यादों में समेटना चाहेगा। विशेषकर रोमांच और विंटर एडवेंचर स्पोर्ट्स के शौकीन लोग, स्कींग का मजा लेने के लिए सर्दियों में ही पहाड़ों का रुख करते हैं। अब अगर आप भी कुछ ऐसी चाहत रखते हैं, बर्फ से प्यार है, तो भारत के कुछ खास पडा़वों और डेस्टिनेशंस का हॉलीडे प्लान कर सकते हैं।
Authored By: अंशु सिंह
Last Updated On: Wednesday, December 11, 2024
पहलगाम
जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले का एक छोटा-सा शहर है पहलगाम, जो सर्दियों में सैलानियों से गुलजार हो उठता है। सर्दी के दिनों में शहर की सड़कों से लेकर तमाम बिल्डिंग्स, बर्फ में लिपटे होते हैं। इस तरह जो लोग बर्फ की सफेद चादर का करीब से अहसास करना चाहते हैं, उनके लिए पहलगाम में खास कॉटेज बने हैं। यहां रहकर बर्फबारी देखने का अपना एक अलग ही अनुभव है। वहीं, स्कींग और ट्रेकिंग पसंद लोगों का यह एक फेवरेट डेस्टिनेशन है।
- जाने का समय – दिसंबर से मार्च
- दिल्ली से दूरी – ८४० (840) किलोमीटर
गुलमर्ग
अगर आपको बर्फ के गोलों से खेलने और स्कींग का लुत्फ लेना चाहते हैं, तो गुलमर्ग एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है। क्योंकि इसे विंटर स्पोर्ट्स का हार्डलैंड भी कहते हैं। ठंड के मौसम में बर्फीली पहाड़ों के बीच विश्व प्रसिद्ध गुलमर्ग गंडोला केबल कार से प्रकृति का विहंगम नजारा देखने को मिलता है।
- जाने का समय – दिसंबर से मार्च
- दिल्ली से दूरी – ९१० (910) किलोमीटर
मनाली
यह एक खूबसूरत टूरिस्ट डेस्टिनेशन है, जहां आप बर्फ से ढके पहाड़ औऱ स्कींग जैसे स्पोर्ट्स का भरपूर मजा ले सकते हैं। वैसे तो यहां जाने का माकूल सीजन अक्टूबर से फरवरी के बीच माना जाता है, लेकिन अगर दिसंबर के अंत तक यहां जाएंगे, तो बर्फ ही बर्फ मिलेगी। मनाली में सैलानियों के घूमने की कई दूसरी जगह भी है, जैसे सोलंग नाला विश्व प्रसिद्ध है। यहां स्कींग की कई सारी प्रतियोगिताएं आयोजित होती रहती हैं। इसके अलावा आप स्नोबोर्डिंग, पैराशूटिंग, पैराग्लाइडिंग, स्केटिंग औऱ जॉर्बिंग जैसे एडवेंचर स्पोर्ट्स में शामिल हो सकते हैं।
- जाने का समय – दिसंबर से जनवरी
- दिल्ली से दूरी – ५५० (550) किलोमीटर
कुफरी
हिमाचल प्रदेश स्थित कुफरी वह स्थान है, जो सर्दियों में पूरी तरह से बर्फ हो जाता है। घरों से लेकर सड़कें, देवदार और पाइन के वृक्ष, सभी बर्फ की चादर चपेट लेते हैं। पूरा नजारा ही बेहद अद्भुत होता है। पर्यटक स्कींग से लेकर गो-कार्टिंग और बर्फ के स्टैचु बनाने की प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेकर, अपनी छुट्टियों को यादगार बनाते हैं। कुफरी का नाम कुफ्र से पड़ा, जिसे झील कहते हैं। इस जगह की खोज १८१९ (1819) में ब्रिटिश शासकों ने की थी।
- जाने का समय – दिसंबर से फऱवरी
- दिल्ली से दूरी – ३७० (370) किलोमीटर
नरकंडा
हिमालय क्षेत्र में करीब २७०० (2700) मीटर की ऊंचाई पर स्थित नरकंडा, एक अति मनोरम स्थान है। जहां बर्फ से आच्छादित पहाड़ों के अलावा घने जंगल और सेब के बागान सैलानियों को मंत्रमुग्ध कर देते हैं। हर साल सर्दियों में यहां लाखों की तादाद में पर्यटक पहुंचते हैं। वे स्कींग जैसे विंटर स्पोर्ट्स का मजा लेने के अलावा हातू की चोटी पर ट्रेकिंग करना, तन्नुजुब्बर झील के शांत जल में नौकायान करना नहीं भूलते। आपके लिए नरकंडा में एक्सप्लोर करने के लिए बहुत कुछ है।
- जाने का समय – जनवरी-फऱवरी
- दिल्ली से दूरी – ४२० (420) किलोमीटर
मुनसियारी
उत्तरांचल स्थित गोरीगंगा के किनारे स्थित मुनसियारी आहिस्ता-आहिस्ता प्रकृति और बर्फ प्रेमियों को अपनी ओर आकर्षित करने लगा है। पर्वतारोही, ट्रेकर्स, स्काइर्स सभी इसका रुख करने लगे हैं। मुनसियारी का एक ऐतिहासिक पक्ष भी है। यह तिब्बत और भारत के पौराणिक सॉल्ट रूट में स्थित है। यहां से जौहर घाटी में प्रवेश किया जाता है।
- जाने का समय– दिसंबर से फऱवरी
- दिल्ली से दूरी– ५६० (560) किलोमीटर
धनौलती
समुद्र तल से करीब दो हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित धनौलती की नैसर्गिक सुंदरता पर्यटकों के मन-मस्तिष्क को छू लेती है। देवदार, ओक के घने जंगल के समीप ही सफेद बर्फ की चादर ओढ़ी सड़कें लोगों का स्वागत करती हैं। अपने परिवार संग छुट्टियां बिताने का यहां एक अद्भुत मौका मिलता है।
- जाने का समय– दिसंबर से जनवरी
- दिल्ली से दूरी– ३०० (300) किलोमीटर
तवांग
अरुणाचल प्रदेश का तवांग बर्फ प्रेमियों का स्वर्ग माना जाता है। पूरा इलाका बर्फ में डूबा होता है। वहीं मध्य में तवांग मॉनेस्ट्री आपको आध्यात्मिक शांति की ओर ले जाता है। तवांग समुद्र तल से लगभग आठ हजार फीट की ऊंचाई पर बसा है। पहाड़ों के बीच से यहां तक पहुंचने का भी अपना एक अलग रोमांच है।
- जाने का समय– दिसंबर से मार्च
- दिल्ली से दूरी– २४०० (2400) किलोमीटर
ऑली
करीब साढ़े दस हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित ऑली में बर्फ से ढकी चोटियां अति सुंदर लगती हैं, जहा आपके मन को सुकून मिलता है। हवा में देवदार के वृक्ष की खूशबू होती है। यहां प्रकृति का सौन्दर्य चरम पर नजर आता है। जिंदादिल और रोमांच पसंद लोगों के लिए ऑली एक आदर्श पर्यटक स्थल है। बर्फ में स्कींग का आनंद लेने से लेकर उनके साथ अठखेलियां कर, कई बार आप खुद भी बच्चे बन जाते हैं। यूं कहें कि शहर की भागती-दौड़ती जिंदगी से दूर ऑली एक खुशनुमा अहसास कराता है।
- जाने का समय – दिसंबर से जनवरी
- दिल्ली से दूरी – ५०० (500) किलोमीटर
मुंडाली
देहरादून जिले में स्थित मुंडाली की पहचान यहां के घने जंगलों और बर्फ से ढकी चोटियों को लेकर है। हर साल एडवेंचर स्पोर्ट्स के शौकीन पर्यटक यहां स्कींग के अलावा ट्रेकिंग करने आते हैं।
- जाने का समय– दिसंबर से जनवरी
- दिल्ली से दूरी– ४२९ (429) किलोमीटर